Expert

एक दिन में कितनी मात्रा में Vitamin-A खाना चाहिए? जानें एक्‍सपर्ट से

विटामिन-ए एक जरूरी पोषक तत्व है जो आंखों की रोशनी, स्‍क‍िन हेल्‍थ और इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। इसकी कमी से कई बीमार‍ियां हो सकती हैं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
एक दिन में कितनी मात्रा में Vitamin-A खाना चाहिए? जानें एक्‍सपर्ट से


How Much Vitamin A Do I Need Daily: विटामिन-ए हमारे शरीर के कई जरूरी काम के लिए जरूरी है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो हमारी आंखों की सेहत को बनाए रखता है, त्वचा को स्वस्थ रखता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। आंखों की दृष्टि के लिए विटामिन-ए बहुत जरूरी है, क्योंकि यह रेटिना में मौजूद कोशिकाओं की बनावट को बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी से नाइट ब्‍लाइंडनेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, विटामिन-ए त्वचा और म्यूकस मेम्ब्रेन को स्वस्थ बनाए रखता है, जो इंफेक्‍शन से बचाती है। यह इम्यून सिस्टम की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, जिससे हमारा शरीर बीमारियों और इंफेक्‍शन से बचता है। विटामिन-ए कोशिकाओं की ग्रोथ में भी अहम भूमिका निभाता है, जिससे शरीर में ट‍िशूज बनते हैं और शरीर खुद को र‍िपेयर कर पाता है। लेक‍िन व‍िटाम‍िन-ए का सेवन करने से पहले यह पता होना चाह‍िए क‍ि व‍िटाम‍िन-ए की क‍ितनी मात्रा का सेवन करना चाह‍िए। इस लेख में हम जानेंगे व‍िटाम‍िन-ए के स्रोत और उसकी सही मात्रा। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने द‍िल्‍ली के होली फैम‍िली हॉस्‍प‍िटल की डाइट‍िश‍ियन सना ग‍िल से बात की।

एक दिन में विटामिन-ए की कितनी मात्रा लेनी चाहिए?- How Much Vitamin A Do I Need Daily

विटामिन-ए एक जरूरी पोषक तत्व है जो हमारी आंखों, इम्‍यून‍िटी और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। शरीर में इसकी कमी से आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है और इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ सकता है। उम्र के अनुसार इसकी दैनिक मात्रा अलग-अलग होती है। जानें क‍िस उम्र में क‍ितना व‍िटाम‍िन-ए लेना चाह‍िए-

  • बच्चों के विकास के लिए विटामिन-ए की जरूरत होती है। 1 से 3 वर्ष की उम्र में बच्चों को प्रतिदिन लगभग 300 एमसीजी विटामिन-ए लेना चाहिए।
  • 4 से 8 वर्ष की उम्र में बच्‍चों को रोज 400 एमसीजी विटामिन-ए लेने की सलाह दी जाती है।
  • 9 से 13 साल की उम्र या क‍िशोरावस्‍था में रोज 600 एमसीजी व‍िटाम‍िन-ए लेना चाह‍िए।
  • वयस्‍क मह‍िलाओं और 14 साल से ऊपर की लड़क‍ियों को रोज 700 एमसीजी व‍िटाम‍िन-ए लेना चाह‍िए।
  • वयस्‍क पुरुषों और 14 साल से ऊपर के लड़कों को रोज 900 एमसीजी व‍िटाम‍िन-ए लेना चाह‍िए।
  • गर्भवती महिलाओं को 770 एमसीजी रोज लेना चाहिए, जिससे गर्भस्‍थ श‍िशु का विकास सही तरीके से हो।
  • ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मांओं को 1300 एमसीजी की मात्रा में व‍िटाम‍िन-ए का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

इसे भी पढ़ें- FSSAI ने जारी की विटामिन-ए से जुड़ी गाइडलाइन, कहा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खाने में शामिल करें ये 6 चीजें

विटामिन-ए के मुख्य स्रोत- Vitamin A Sources

vitamin-A-foods

विटामिन-ए के मुख्य स्रोत इस प्रकार हैं-

  • गाजर में विटामिन-ए भरपूर मात्रा में होता है, जो आंखों और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है।
  • शकरकंद में बीटा-कैरोटीन होता है, जो शरीर में विटामिन-ए में बदल जाता है।
  • पालक, मेथी और सरसों के साग में भी विटामिन-ए की अच्छी मात्रा पाई जाती है।
  • पपीता विटामिन-ए से भरपूर फल है, जो आंखों की सेहत के लिए अच्छा होता है।
  • दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्‍ट्स में भी विटामिन-ए पाया जाता है।
  • अंडे की जर्दी भी विटामिन-ए का अच्छा स्रोत है।

इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल कर आप विटामिन-ए की कमी को दूर कर सकते हैं और बेहतर स्वास्थ्य पा सकते हैं।

विटामिन-ए की कमी के लक्षण- Vitamin A Deficiency Symptoms

  • व‍िटाम‍िन-ए की कमी से नाइट ब्लाइंडनेस की समस्‍या होती है, इससे रात के समय कुछ भी देखने में मुश्‍क‍िल होती है।
  • लंबे समय तक व‍िटाम‍िन-ए की कमी रहने से आंखों में ड्राईनेस हो सकती है, जिससे कॉर्निया को नुकसान पहुंच सकता है।
  • व‍िटाम‍िन-ए की कमी से त्‍वचा ड्राई और खुरदरी हो सकती है। व‍िटाम‍िन-ए कोश‍िकाओं को स्‍वस्‍थ बनाए रखता है।
  • विटामिन-ए की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे बार-बार इंफेक्‍शन और सर्दी-खांसी होती रहती है।
  • विटामिन-ए की कमी से बाल रूखे हो जाते हैं और बाल झड़ना शुरू हो सकता है।
  • बच्चों में विटामिन-ए की कमी से शारीरिक और मानसिक विकास धीमा हो सकता है।

विटामिन-ए को संतुलित मात्रा में लेना जरूरी है, क्योंकि इसकी ज्‍यादा मात्रा से हड्डियों और त्वचा पर बुरा असर पड़ सकता है।

उम्‍मीद करते हैं क‍ि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

Read Next

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं सीड्स, जानें कौन-सा बीज किस तरह खाना चाहिए

Disclaimer