स्वस्थ रहने और बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि हम अपने शरीर में पोषक तत्वों की कमी न होने दें। विटामिन डी हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण विटामिन है, जो शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है। विटामिन डी का एक रूप विटामिन डी3 भी है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में मदद करता है। पिछले कुछ सालों में विटामिन डी3 न सिर्फ हड्डियों और इम्यूनिटी की क्षमता बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि दिल और ब्लड प्रेशर पर भी असर डालते हैं। ऐसे में आइए गुरुग्राम के नारायणा अस्पताल के कंसल्टेंट डॉ. सर्वेश प्रजापत (Dr. Sarvesh Prajapat, Consultant, Narayana Hospital, Gurugram) से जानते हैं कि विटामिन डी3 ब्लड प्रेशर को कैसे प्रभावित करता है?
विटामिन D3 क्या है?
जब सूरज की यूवी किरणें आपकी स्किन के संपर्क में आती हैं तो विटामिन डी3 शरीर में नेचुरल रूप से बनता है। यह विटामिन हमारे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट के संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे हड्डियां मजबूत होती है। लेकिन, इसके अलावा, विटामिन डी3 का असर हमारे इम्यून सिस्टम, मेटाबॉलिज्म और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर भी पड़ता है।
विटामिन D3 और ब्लड प्रेशर का कनेक्शन
विटामिन D3, जिसे ‘सनशाइन विटामिन’ के रूप में भी जाना जाता है, शरीर में कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। लेकिन कई रिसर्च में बताया गया है कि यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने वाले रेनिन-एंजियोटेंसिन सिस्टम पर भी प्रभाव डालता है। विटामिन D3 की कमी से इस सिस्टम की गतिविधि बढ़ जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
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NCBI की स्टडी के अनुसार, विटामिन डी3 लोगों में सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर में कमी का कारण बन सकता है। हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों में कमी आती है और मोटापे से पीड़ित लोगों के सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर में कमी आती है। इसलिए, विटामिन डी3 का सेवन करने से कुछ लोगों में ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है, लेकिन इसके लिए डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है।
भारत में विटामिन D की कमी और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
भारत में कई लोगों में विटामिन डी की कमी की समस्या बहुत ज्यादा देखने को मिलती है। एक अध्ययन के अनुसार भारत में लगभग 70 से 90 प्रतिशत लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है, जिसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे-
- दिन के समय ऑफिस या घर के अंदर रहना
- प्रदूषण, जो यूवी किरणों को रोकता है
- धूप से बचने के लिए कपड़े और सनस्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल करना
- हेल्दी और पौष्टिक आहार की कमी
दूसरी ओर, भारत में हाई ब्लड प्रेशर भी एक गंभीर और बढ़ती हुई समस्या बन गई है। लगभग हर तीसरा व्यक्ति किसी न किसी रूप से ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित है।
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विटामिन डी3 का स्तर शरीर में कैसे बनाएं?
शरीर में विटामिन डी3 के स्तर को बनाए रखने के लिए आप इन टिप्स को अपना सकते हैं-
- विटामिन डी3 की कमी पूरी करने के लिए आप रोजाना सुबह 7 से 10 बजे के बीच 15 से 20 मिनट धूप की किरणों में बैठना आपके शरीर के लिए जरूरी है।
- विटामिन डी3 की कमी पूरी करने के लिए आप इसके नेचुरल सोर्स का सेवन कर सकते हैं, जिसमें अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड दूध और अनाज, फैटी फिश जैसे साल्मन, टूना, मैकेरल आदि अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
- अगर आपको धूप और डाइट से पर्याप्त विटामिन D नहीं मिल पा रहा है, तो आप डॉक्टर की सलाह पर विटामिन D3 सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
निष्कर्ष
विटामिन डी3 और ब्लड प्रेशर के बीच कनेक्शन है। शरीर में विटामिन डी3 की पर्याप्त मात्रा दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकती है। इसलिए, भारत जैसे देशों में विटामिन डी3 की कमी और हाई ब्लड प्रेशर आम है, ऐसे में आप समय पर धूप लें, हेल्दी डाइट लें और डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें।
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FAQ
बीपी हाई से कौन सी बीमारी होती है?
ब्लड प्रेशर हाई होने के कारण दिल का दौरा, स्ट्रोक, हार्ट फेल होना, किडनी की बीमारी और आंखों की रोशनी पर इसका बुरा असर पड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।बीपी बढ़ने का मुख्य कारण क्या है?
ब्लड प्रेशर बढ़ने का मुख्य कारण लाइफस्टाइल से जुड़े कारक हैं, जिसमें नमक का ज्यादा सेवन, खराब लाइफस्टाइल, स्मोकिंग, शराब का ज्यादा सेवन और तनाव आदि चीजें शामिल हैं।हाई बीपी बढ़ने के क्या लक्षण हैं?
हाई ब्लड प्रेशर बढ़ने पर आपके शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसमें सिरदर्द, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, धुंधला दिखाई देना, चक्कर आना और कमजोरी महसूस हो सकती है।
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Sep 28, 2025 14:36 IST
Published By : Katyayani Tiwari