आंखें हमारे शरीर का वो अनमोल अंग हैं, जिनकी मदद से हम दुनिया को देख पाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी डाइट का सीधा असर आपकी आंखों की सेहत पर भी पड़ता है? डॉक्टरों की मानें, तो कई बार आंखों में धुंधलापन या नजर का कमजोर होना केवल आंखों की बीमारी की वजह से नहीं बल्कि पोषण की कमी से भी हो सकता है। खासकर विटामिन-ए, विटामिन-बी12, विटामिन-ई और जिंक जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी आंखों की रोशनी पर बुरा असर डाल सकती है। यह समस्या बच्चों से लेकर बड़ों तक किसी को भी हो सकती है। कई बार लोग आंखों में धुंधलापन होने पर चश्मा लगवा लेते हैं या आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने लगते हैं, लेकिन जड़ में छुपा कारण पोषण की कमी हो सकता है। अगर समय रहते इस ओर ध्यान न दिया जाए, तो यह समस्या गंभीर रूप भी ले सकती है और स्थायी दृष्टि दोष की आशंका बढ़ सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि डॉक्टर इस बारे में क्या कहते हैं और किन पोषण तत्वों की कमी आंखों में धुंधलापन लाने का कारण बन सकती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दुर्गा सहाय नर्सिंग होम, यूपी बिजनौर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ विनीत माथुर से बात की।
पोषण की कमी से आंखों में धुंधलापन हो सकता है?- Can Nutritional Deficiency Cause Blurred Vision
डॉ विनीत माथुर ने बताया कि हां, पोषण की कमी से आंखों में धुंधलापन हो सकता है। जब शरीर को विटामिन-ए, विटामिन-बी12, विटामिन-ई, जिंक और आयरन जैसे जरूरी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते, तो इसका असर आंखों की कार्यक्षमता पर पड़ता है। इससे नजर धुंधली होने लगती है, आंखों में ड्राईनेस महसूस होती है और रात में देखने में दिक्कत आ सकती है। डॉक्टर्स बताते हैं कि यह समस्या केवल बढ़ती उम्र के लोगों में नहीं बल्कि बच्चों और युवाओं में भी देखी जाती है। अच्छी डाइट और समय पर इलाज की मदद से, आंखों के धुंधलेपन को रोका जा सकता है।
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विटामिन ए की कमी- Vitamin A Deficiency
विटामिन-ए, आंखों की रोशनी को बनाए रखने में सबसे अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से आंखों में ड्राईनेस, रात में दिखने में दिक्कत (नाइट ब्लाइंडनेस) और धुंधलापन हो सकता है।
विटामिन-बी12 और बी-कॉम्प्लेक्स की कमी- Vitamin B12 and B Complex Deficiency
विटामिन-बी12 और अन्य बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन्स की कमी से ऑप्टिक नर्व पर असर पड़ सकता है। इससे विजन ब्लर होना या देखने में दिक्कत हो सकती है।
जिंक और आयरन की कमी- Zinc and Iron Deficiency
जिंक, आंखों में विटामिन-ए के सही तरीके से एब्सॉर्ब में मदद करता है। जिंक और आयरन की कमी से आंखों की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है और धुंधलापन महसूस हो सकता है।
विटामिन-ई और एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी- Vitamin E and Antioxidants Deficiency
विटामिन-ई और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इनकी कमी से आंखों की कोशिकाओं पर असर पड़ता है और धुंधला दिखने लगता है।
डॉक्टर की सलाह- Doctor's Advice
अगर आंखों में धुंधलापन पोषण की कमी की वजह से हो, तो संतुलित आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, दूध, नट्स, फल और साबुत अनाज शामिल करना चाहिए। साथ ही डॉक्टर से मिलकर सही सप्लीमेंट्स और ट्रीटमेंट लेना जरूरी है।
पोषण की कमी से आंखों में धुंधलापन आना एक गंभीर लेकिन कंट्रोल की जा सकने वाली समस्या है। सही समय पर पोषण की कमी को पहचानकर इलाज कराया जाए, तो आंखों की रोशनी को सुरक्षित रखा जा सकता है।
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FAQ
आंखों का धुंधलापन कैसे दूर करें?
धुंधलापन दूर करने के लिए सबसे पहले डॉक्टर से जांच कराएं और कारण जानें। संतुलित आहार लें, आंखों की सफाई और सन प्रोटेक्शन का ध्यान रखें।क्या धुंधली दृष्टि वापस सामान्य हो सकती है?
हां, अगर धुंधली दृष्टि का कारण पोषण की कमी या शुरुआती समस्या हो, तो इलाज से नजर सामान्य हो सकती है। देर होने पर इलाज मुश्किल हो सकता है।आंखों की रोशनी कमजोर हो तो क्या करें?
आंखों की रोशनी कमजोर हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। डाइट में विटामिन-ए, जिंक, ओमेगा-3 जैसे पोषक तत्व शामिल करें और आंखों की एक्सरसाइज करें।