
क्या आपको कभी ऐसा महसूस हुआ है कि अचानक सब कुछ धुंधला-सा नजर आने लगता है? सामने की चीजें साफ दिखाई नहीं देतीं या पढ़ते वक्त शब्द धुंधले लगते हैं? ऐसी स्थिति को अक्सर लोग थकान, मोबाइल देखने या नींद की कमी का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन आंखों में यह ब्लरी विजन (Blurry Vision) कई बार किसी गंभीर समस्या की ओर संकेत भी हो सकता है। आंखों की रोशनी बेहद संवेदनशील होती है और इसमें होने वाला हल्का सा बदलाव भी शरीर के अंदर चल रही किसी बड़ी समस्या का संकेत दे सकता है। ऐसे में सही समय पर ध्यान देना और डॉक्टर से संपर्क करना बहुत जरूरी हो जाता है। समय रहते जांच और इलाज न केवल विज़न लॉस से बचा सकता है बल्कि आंखों की सेहत को लंबे समय तक बनाए रखता है। इस लेख में जानेंगे कि आखिर धुंधला दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना क्यों जरूरी है और धुंधलापन कैसे दूर किया जाता है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. Vinit Mathur, Eye Specialist, Center For Sight Eye Hospital, Ghaziabad से बात की।
धुंंधला दिखने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना क्यों जरूरी है?- Why You Should Contact Doctor Immediately In Blurred Vision
जब आंखों में धुंधलापन बना रहता है, तो यह सिर्फ सामान्य थकान नहीं बल्कि शरीर में किसी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है-
- रेटिना डैमेज का संकेत: अचानक धुंधलापन रेटिना डिटेचमेंट या डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसी स्थिति के कारण हो सकता है।
- हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज का असर: इन दोनों बीमारियों का सीधा असर आंखों की नसों पर पड़ता है, जिससे विजन प्रभावित होता है।
- कॉर्निया इंफेक्शन या ग्लूकोमा: ये स्थितियां अगर समय पर पकड़ी न जाएं, तो स्थायी रूप से आंखों की रोशनी खोने का खतरा रहता है।
- स्ट्रोक का लक्षण: कुछ मामलों में एक आंख से अचानक धुंधला दिखना या ब्लैकआउट स्ट्रोक का शुरुआती संकेत हो सकता है।
- आई स्ट्रेन या ड्राईनेस: लगातार स्क्रीन देखने से आंखों की नमी कम हो जाती है, जिससे अस्थायी ब्लर विजन होता है।
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धुंधला दिखने पर क्या इलाज किया जाता है?- Treatment For Blurry Vision

- अगर समय रहते डॉक्टर से जांच करा ली जाए, तो विजन को आसानी से ठीक किया जा सकता है। इस बात पर निर्भर करता है कि समस्या की जड़ क्या है?
- सबसे पहले डॉक्टर रेटिना, कॉर्निया और विजन टेस्ट के जरिए कारण पहचानते हैं।
- अगर कारण इंफेक्शन या ड्राईनेस है, तो प्रिस्क्राइब्ड आई ड्रॉप्स से राहत मिलती है।
- Dr. Vinit Mathur ने बताया कि ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखें, क्योंकि दोनों का असंतुलन आंखों की नसों को नुकसान पहुंचाता है।
- लेंस या चश्मे का सही नंबर लगवाएं। गलत पावर वाले चश्मे से भी धुंधलापन बढ़ सकता है।
- हर 20 मिनट बाद स्क्रीन से नजर हटाकर दूर देखें, ताकि आई स्ट्रेन कम हो।
- सर्जिकल ऑप्शन: रेटिना डिटेचमेंट या ग्लूकोमा के मामलों में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है, जिसे जितना जल्दी कराया जाए, उतना बेहतर नतीजा मिलता है।
आंखों को हेल्दी रखने के टिप्स- Tips To Maintain Healthy Vision
- रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें ताकि आंखों को पर्याप्त आराम मिल सके।
- हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर और विटामिन-ए से भरपूर आहार लें।
- धूप में निकलते समय यूवी प्रोटेक्शन वाले सनग्लासेज पहनें।
- स्मोकिंग और एल्कोहल से दूरी बनाएं, क्योंकि ये आंखों की नसों को कमजोर करते हैं।
- हर 6 महीने में आंखों की नियमित जांच (Eye Check-up) कराएं।
निष्कर्ष:
धुंधला दिखने की समस्या को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। चाहे यह कुछ मिनटों के लिए हो या बार-बार हो, तुरंत डॉक्टर से मिलें। सही समय पर जांच और इलाज से आंखों की रोशनी को बचाया जा सकता है।
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Nov 01, 2025 17:33 IST
Published By : Yashaswi Mathur