आमतौर पर आजकल के लाइफस्टाइल में स्ट्रेस इतना ज्यादा कॉमन हो गया है कि इसकी वजह से सिरदर्द रहना बहुत ही आम हो गया है। इसके अलावा, लोगों का मोबाइल या डिजिटल स्क्रीन टाइम इतना ज्यादा बढ़ गया है कि लोगों को आए दिन सिरदर्द की समस्या रहती है, तो किसी को धुंधला दिखने लगता है। अगर धुंधलापन नजर आए, तो लोग समझते हैं कि आंखों की रोशनी कम हो गई है। लेकिन मान लीजिए कि ये दोनों एक साथ हो, तो इसकी क्या वजह होती है? कहीं ये स्ट्रोक का कारण तो नहीं है, इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने मुंबई के होली फैमिली अस्पताल के कंसल्टेंट न्यूरोलॉजी डॉ. दानिश छापरा (Dr. Daanish Chhapra, Consultant Neurology at Holy Family Hospital, Mumbai) से बात की और उनसे ये भी जाना कि किन लोगों को इसका सबसे ज्यादा खतरा रहता है। सबसे पहले जानते हैं कि आंखों का धुंधलापन और सिरदर्द एक साथ होना स्ट्रोक की वजह बन सकता है?
धुंधलापन और सिरदर्द का साथ होना स्ट्रोक का संकेत?
इस बारे में डॉ. दानिश कहते हैं, “स्ट्रोक दो कारणों की वजह से आता है, एक तो जब दिमाग में ब्लड की सप्लाई रुक जाती है या फिर ब्रेन में ब्लीडिंग होने लगती है। इससे ब्रेन के कुछ हिस्से जैसेकि ऑक्सिपिटल लोब (Occipital Lobe) या आंखों को कंंट्रोल करने वाले हिस्से भी प्रभावित होते हैं और मरीज को आंखों से धुंधला दिखने लगता है। इसके साथ ही अगर सिरदर्द बहुत तेज हो रहा हो तो इसका मतलब है कि दिमाग में ब्लीडिंग हो रही है या फिर सिर में प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ गया है। अगर ये दोनों लक्षण एक साथ हो, तो हो सकता है कि स्ट्रोक हो, इसलिए इन लक्षणों में तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।”
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स्ट्रोक के किन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए
डॉ. दानिश कहते हैं कि जिन मरीजों के चेहरे एक तरफ झुकने या गिरने लगे या फिर एक हाथ या पैर सुन्न या कमजोर होने लगे और बोलने में तकलीफ या समझने में तकलीफ होने लगे, ऐसे रोगियों को स्ट्रोक का खतरा रहता है। अगर ये लक्षण मरीजों में दिखें, तो तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं।
स्ट्रोक के आम दिखने वाले लक्षण - Common Symptoms of Stroke in Hindi
डॉ. दानिश ने स्ट्रोक के कुछ आम दिखने वाले लक्षण भी बताएं हैं।
- आंखों की रोशनी एकदम से धुंधली या दो दिखने लगना
- चक्कर आना या अपना बैलेंस खो देना
- बिना कारण तेज सिर में दर्द होना
- कुछ भी समझ न आना, दिमाग का काम न करना
कौन से लोगों को स्ट्रोक की समस्या हो सकती है? Who is at Risk of Having a Stroke in Hindi
डॉ. दानिश ने बताया कि नीचे दिए गए लोगों को स्ट्रोक होने का रिस्क बहुत ज्यादा रहता है, इसलिए इन्हें सावधान रहना चाहिए।
- हाई ब्लड प्रेशर
- डायबिटीज
- हाई कोलेस्टॉल
- स्मोकिंग या बहुत ज्यादा शराब का सेवन करने वाले को
- मोटापे से ग्रस्त लोगों को और जो लोग बिल्कुल भी फिजिकल एक्टिवटी नहीं करते
- हार्ट के मरीजों को
- बुजुर्गों को लेकिन गलत लाइफस्टाइल के कारण युवाओं को भी खतरा हो सकता है
- फैमिली हिस्ट्री के लोगों को
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निष्कर्ष
डॉ. दानिश कहते हैं कि अगर एक साथ सिरदर्द और आंखों से धुंधलापन दिखें, तो बिना समय गवाएं तुरंत डॉक्टर से मिलें और साथ ही स्ट्रोक से बचाव के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। रोजाना कसरत करें और तंबाकू या शराब से दूरी बनाएं और हेल्दी डाइट लें। डॉक्टर की बताई बीपी और ब्लड शुगर की दवाई नियमित लें।
FAQ
स्ट्रोक से सिर के किस भाग में दर्द होता है?
अक्सर, दिमाग की जो धमनी में अवरोध होता है, वही सिर के एरिया में दर्द होता है। अगर दिमाग के पिछले हिस्से में रुकावट होगी, तो सिर का पिछला हिस्सा दर्द करेगा।स्ट्रोक सिरदर्द कितने समय तक रहता है?
वैसे यह कहना तो मुश्किल है कि कितने समय तक दर्द होगा, लेकिन किसी मामले में यह कुछ दिन रहता है, तो किसी को ठीक होने में महीने भी लग जाते हैं।अगर आपके दिमाग में स्ट्रोक हो तो क्या होता है?
स्ट्रोक को सेरेब्रोवास्कुलर भी कहा जाता है। इसमें दिमाग के किसी हिस्से में ब्लड का फ्लो रुक जाता है जिससे दिमाग की नसें फट तक सकती है। अगर समय पर इलाज न हो तो मरीज विकलांग हो सकते हैं या फिर मृत्यु भी हो सकती है।