
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारी दृष्टि में बदलाव होना सामान्य है, लेकिन समय पर आंखों की देखभाल करने से उम्र बढ़ने के साथ कमजोर होने वाले दृष्टि को काफी हद तक कम किया जा सकता है। कई लोग लाइट सेंसिटिविटी, धुंधलापन या छोटे अक्षरों को पढ़ने में कठिनाई जैसी शुरुआती समस्याओं को उम्र बढ़ने का सामान्य हिस्सा मान लेते हैं। हालांकि, ये ऐसे लक्षण हो सकते हैं जो किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा कर रहे हों, जैसे प्रेसबायोपिया (Presbyopia), मोतियाबिंद (Cataract), ग्लूकोमा या उम्र से संबंधित मैक्यूलर डीजनरेशन (Macular Degeneration)। इस लेख में हम जानेंगे बढ़ती उम्र में आंखों की देखभाल करने के टिप्स ताकि आंखें तेजी से कमजोर न हो जाएं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. Bhanu Prakash M, Senior Consultant Cataract Cornea And Refractive Surgeon At Yashoda Hospitals, Hyderabad से बात की।
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आंखों की जांच करवाएं- Eye Checkup
40 वर्ष की उम्र के बाद हर 1-2 साल में नियमित आंखों की जांच बहुत जरूरी है। यह रेटिना, ऑप्टिक नर्व या लेंस में शुरुआती बदलाव को पहचानने में मदद करती है, इससे नुकसान होने से पहले इलाज शुरू किया जा सकता है। Dr. Bhanu Prakash M ने बताया कि डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को और भी सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि ये बीमारियां रेटिना और आंखों की नसों को जल्दी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
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आंखों को स्वस्थ रखने के लिए ये पोषक तत्व लें- Important Nutrients For Healthy Eyes

आंखों के स्वास्थ्य के लिए सही पोषण और जीवनशैली भी बहुत महत्वपूर्ण है। मैकुला और रेटिना की सुरक्षा के लिए एंटी-ऑक्सीडेंट्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन-ए, सी, ई और जिंक जैसे मिनरल्स वाले आहार का सेवन करें। हरी पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल, बादाम और समुद्री मछली जैसे मैकेरल या सैल्मन बहुत फायदेमंद हैं। Dr. Bhanu Prakash M ने बताया कि धूम्रपान से बचना और पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है, क्योंकि धूम्रपान से मोतियाबिंद और मैक्यूलर डीजनरेशन का खतरा बढ़ता है और ऑक्सीडेटिव डैमेज तेज होता है।
कमजोर नजर से बचाती हैं ये हेल्दी आदतें- Healthy Habits To Prevent Vision Loss
आंखों पर तनाव कम करने के लिए कुछ आसान आदतें अपनाई जा सकती हैं जैसे-
- यूवी लाइट से बचने के लिए सनग्लासेस पहनना।
- पढ़ाई या काम करते समय सही रोशनी का इस्तेमाल करना।
- स्क्रीन के इस्तेमाल में 20-20-20 नियम अपनाना (हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखें)।
- अपने शरीर के स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें, क्योंकि ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल को कंट्रोल करने से आंखों का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है।
निष्कर्ष:
उम्र बढ़ने के साथ दृष्टि की देखभाल को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। नियमित स्क्रीनिंग, सही जीवनशैली और समय पर आंखों की बीमारियों के इलाज से हम बढ़ती उम्र में भी साफ और स्वस्थ दृष्टि बनाए रख सकते हैं।
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FAQ
आंखें कमजोर हो रही हैं तो क्या करें?
नियमित आंखों की जांच कराएं। संतुलित आहार लें जिसमें विटामिन-ए, सी, ई और जिंक शामिल हो। पर्याप्त नींद लें, स्क्रीन टाइम कम करें, धूप में यूवी प्रोटेक्शन वाले चश्मे पहनें और आंखों की एक्सरसाइज करें।आंखें कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?
धुंधलापन, छोटी दूरी या दूर की चीजें ठीक से न दिखना, जल्दी थक जाना, रोशनी में परेशानी, आंखों में जलन या खुजली, बार-बार सिरदर्द और पढ़ते समय ध्यान केंद्रित न कर पाना जैसे लक्षण आंखों की कमजोरी के संकेत हैं।आंखों की कमजोरी का क्या कारण है?
आंखों की कमजोरी के पीछे उम्र बढ़ने, अनुवांशिकता, लंबे समय तक स्क्रीन का इस्तेमाल, पोषण की कमी, आंखों में ज्यादा तनाव, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसे कारण हो सकते हैं।
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Nov 12, 2025 18:14 IST
Published By : Yashaswi Mathur