उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिनमें से एक प्रमुख बदलाव हमारी आंखों की हेल्थ पर भी होता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर के साथ-साथ आंखों पर भी उम्र का प्रभाव पड़ता है। आंखों की देखभाल खासकर वृद्धावस्था में बेहद जरूरी हो जाती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ नजर कमजोर होने लगती है। उम्र बढ़ने के साथ आंखों में धुंधलापन, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। आंखों की सेहत को बनाए रखने के लिए सही जानकारी और देखभाल की जरूरत होती है। इस लेख में डॉ. अग्रवाल्स आई हॉस्पिटल विश्रांतवाडी, पुणे के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रसन्ना पाटिल से जानेंगे कि उम्र बढ़ने पर आंखों पर क्या असर पड़ता है और बढ़ती उम्र में आंखों के स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाए रखा जा सकता है।
उम्र बढ़ने से आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव
1. मोतियाबिंद
डॉ. प्रसन्ना पाटिल का कहना है कि बढ़ती उम्र में सबसे आम समस्या मोतियाबिंद की होती है। यह समस्या उम्र बढ़ने और सूरज की अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों के संपर्क में आने से होती है। लेकिन इसे रोका जा सकता है। नियमित रूप से UV प्रोटेक्टिव चश्मे का उपयोग करें। अपने आहार में मिनरल्स, जिंक और एमिनो एसिड्स से भरपूर फूड्स शामिल करें।
2. एज-रिलेटेड मैक्युलर डिजेनरेशन
यह समस्या भी उम्र बढ़ने से उत्पन्न होती है, जिसे रोका जा सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
- तंबाकू सेवन से बचें।
- मिनरल्स, जिंक और एमिनो एसिड्स से भरपूर आहार लें।
- शरीर को हाइड्रेट रखें और UV किरणों से बचें।
3. फ्लोटर्स
- फ्लोटर्स दृष्टि में बाधा उत्पन्न करते हैं और ये उम्र बढ़ने से जुड़ी समस्या हैं।
- शरीर को हाइड्रेट रखें।
- कैल्शियम और एमिनो एसिड्स से भरपूर आहार लें।
4. आंखों का सूखापन
- ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (जैसे मछली के तेल) और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर आहार लें।
- नियमित रूप से ओस्मो-प्रोटेक्टिव आंसू बूंदों का उपयोग करें।
- सीधे हवा के संपर्क से बचें, ताकि आंखों को सूखेपन से बचाया जा सके।
आंखों का ख्याल रखने के आसान उपाय
1. नियमित आंखों की जांच कराएं
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज की समस्या है, तो यह स्थिति आंखों से संबंधित बीमारियों को बढ़ा सकती है, जैसे डायबिटिक रेटिनोपैथी और हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी। इससे बचने के लिए यह जरूरी है कि आप नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच कराएं और डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का सही तरीके से सेवन करें। इसके साथ ही, अपने आहार में मिनरल्स, एमिनो एसिड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स को शामिल करें। यह न केवल मोतियाबिंद से बचाव करेगा, बल्कि आंखों के सूखेपन की समस्या से भी राहत दिलाएगा।
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2. बैलेंस डाइट लें
आंखों की सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए विटामिन ए, सी और ई से भरपूर भोजन जैसे हरी सब्जियां, गाजर, फल और मछली का सेवन करना चाहिए। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
3. आंखों को आराम दें
डिजिटल युग में लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठने से आंखों पर तनाव बढ़ सकता है। कोशिश करें कि हर 20 मिनट बाद आंखों को आराम दें।
नियमित आंखों की जांच से न केवल आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर तरीके से ट्रैक किया जा सकता है, बल्कि शुरुआती चरणों में गंभीर आंखों की बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। यदि समय रहते इलाज शुरू किया जाए तो आंखों की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसलिए नेत्र चिकित्सक से नियमित आंखों की जांच करवाना बेहद जरूरी है।
ग्लूकोमा से बचाव
ग्लूकोमा से संबंधित दृष्टि समस्याओं से बचने के लिए यह जरूरी है कि आप नियमित रूप से अपने आंखों के इंट्राऑक्यूलर प्रेशर की जांच कराएं और अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखें।
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निष्कर्ष
बढ़ती उम्र में आंखों की देखभाल के लिए इन सरल और प्रभावी उपायों को अपनाकर आप अपनी दृष्टि को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। डॉक्टर की सलाह और नियमित जांच के साथ-साथ सही आहार और आदतों का पालन करके आप आंखों की ज्यादातर समस्याओं से बच सकते हैं।
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