What Type of Stretching Is Best For Seniors: वृद्धावस्था में शरीर में कई बदलाव आ रहे होते हैं। ऐसे में हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और खाल लटकने लगती है। इस दौरान पाचन तंत्र और इम्यूनिटी कमजोर होना शुरू हो जाते है। इसलिए वृद्धावस्था में लोग ज्यादा बीमार रहते हैं। इस दौरान बदन दर्द, हाथ-पैरों, घुटनों और कमर में दर्द की समस्या रहने लगती है। ऐसे में अगर कुछ स्ट्रेचेस रोज करने की आदत बनाई जाए, तो बॉडी को फिट और एक्टिव रख सकते हैं। वृद्धावस्था में शरीर पर ज्यादा जोर डालना तो संभव नहीं, लेकिन बैठकर कुछ स्ट्रेचेस कर सकते हैं। योगा इंस्ट्रक्टर काम्या ने इस बारे में बात करते हुए कुछ आसान स्ट्रेचेस बताए हैं। आइये लेख में जानें इन आसान डेली स्ट्रेचेस के बारे में।
बुजुर्गों को जरूर करवाएं ये आसान स्ट्रेचेस एक्सरसाइज- Stretching Exercises For Elderly
हाथों और उंगलियों के स्ट्रेच- Finger- Hand Stretch
हाथों और उंगलियों को मजबूत बनाने के लिए स्ट्रेच करें। इसके लिए दोनों हाथों को आगे की ओर सीधा रखना है। अब मुट्ठी को तेजी से खोल बंद करना है। इस प्रक्रिया को आपको 15 से 20 बार दोहराना है।
कोहनियों के स्ट्रेच- Elbow Stretch
कोहनियों को मजबूत बनाने के लिए भी स्ट्रेच करना जरूरी है। इसके लिए भी दोनों हाथों को सामने की ओर सीधा रखें। अब दोनों हाथों को अपनी ओर लाते हुए कंधों को छुएं। इस प्रक्रिया को आपको 15 बार अपनाना है।
इसे भी पढ़ें- दिवाली के बाद जहरीली हो जाती है हवा, बच्चों और बुजुर्गों की सेहत का ऐसे रखें ख्याल
घुटनों के स्ट्रेच- Knee Movement
घुटनों और पैरों को मजबूत रखने के लिए रोज स्ट्रेच करना जरूरी है। इसके लिए एक जगह सीधा बैठ जाएं। घुटनों पर दोनों हाथों को रखें। अब एक बार में एक पैर को उठाने की कोशिश करें। एक बार में आप जितना स्ट्रेच कर पाते हैं उतना ही कोशिश करें।
एंकल स्ट्रेच- Ankle Stretch
वृद्धावस्था में पैरों में दर्द और पैर मुड़ने जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं। ऐसे में आप एंकल स्ट्रेच कर सकते हैं। इसके लिए आपको टांगों को स्थिर रखना है। लेकिन पैरों के आगे ही ओर का हिस्सा स्ट्रेच करना है। इसके लिए पैरों को ऊप्पर और नीचे उठाएं और 15 बार ये स्ट्रेच करें।
इसे भी पढ़ें- घर के बुजुर्ग और बच्चे रख रहे हैं नवरात्रि का व्रत, तो कैसे रखें उनके स्वास्थ्य का ध्यान? जानें एक्सपर्ट से
कलाइयों को घुमाएं- Wrist Rotation
कलाइयों की चोट और दर्द की समस्या से बचने के लिए इनको स्ट्रेच करना जरूरी है। हाथों को आगे की ओर सीधा रखकर स्ट्रेच करें। आपको कलाइयों को घुमाना है। इसे आगे और पीछे दोनों ओर घुमाएं। इस तरह से आप हाथों और कलाइयों को मजबूत बनाए रख सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- अगर व्यक्ति की कोई सर्जरी हुई है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही ये स्ट्रेचेस करवाएं।
- ये स्ट्रेचेस रोज करवाने जरूरी है। इसके बाद ही आपको इन स्ट्रेचेस के रिजल्ट मिलेंगे।
- अगर स्ट्रेचेस करते हुए शरीर के हिस्सों में ज्यादा दर्द होता है, तो तुरंत हड्डियों वाले डॉक्टर से संपर्क करें।
- स्ट्रेचेस के साथ ही उन्हें वॉक पर जरूर लेकर जाएं। इससे उनके पूरे शरीर को फायदा होगा।
- इस उम्र के दौरान डाइट और लाइफस्टाइल को हेल्दी रखना भी जरूरी है। समय पर सोने की आदत बनाएं और माइंड को रिलैक्स रखने पर काम करें। इससे उन्हें हेल्दी और एक्टिव रहने में मदद मिलेगी।
- इन आसान स्ट्रेचेस से शरीर की अकड़न दूर होती है। ये स्ट्रेचेस बॉडी को एक्टिव रखने में मदद करती हैं।
View this post on Instagram