सनातन धर्म में नवरात्रि के नौ दिनों को काफी पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। इन 9 दिनों में भक्त मां दुर्गा की पूजा अर्चना करते हैं और व्रत भी रखते हैं। नवरात्रि के व्रत का महत्व न सिर्फ आध्यात्मिक तौर पर आपके तन मन के लिए अच्छा होता है, बल्कि यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। युवा महिला या पुरुषों के लिए नवरात्रि के नौ दिनों तक व्रत रखना थोड़ा आसान हो सकता है, लेकिन यह उपवास बच्चों और बुजुर्गो के लिए काफी मुश्किल हो सकता है। बच्चों का शारीरिक विकास हो रहा होता है और बुजुर्गों में कमजोरी होती है। इसलिए अगर वे इस व्रत को रखते हैं तो आपको उनका खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसे में आइए डायटेटिक प्लेस की फाउंडर और न्यूट्रिशनिस्ट साक्षी सिंह से जानते हैं कि नवरात्रि के नौ दिनों का उपवास रखने वाले बच्चों और बुजुर्गों के सेहत का ध्यान कैसे रखें?
व्रत रखने वाले बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें?
- बच्चों को एक्टिव रहने और बेहतर विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व की जरूरत होती है। ऐसे में उन्हें नवरात्रि के नौ दिनों तक व्रत रखने से रोकें और सिर्फ पहले और आखिरी दिन का ही उपवास रखने दें।
- अगर बच्चे एक दिन या नौ दिन का उपवास रख रहे हैं तो उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर पर पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने के लिए दें, जिसमें आप फल, ड्राई फ्रूट्स, दूध, दही आदि चीजें शामिल कर सकते हैं।
- व्रत रखने के दौरान बच्चे हाइड्रेटेड रहें, इस बात का ख्याल रखें और उन्हें पानी के साथ नारियल पानी और ताजे फलों का रस पीने के लिए दें।
- बच्चों के व्रत रखने पर उन्हें हैवी फूड्स देने की जगह उबले हुए आलू, शकरकंद, साबूदाना और कुट्टू के आटे जैसे हल्के और पौष्टिक चीजें खाने को दें।
- नवरात्रि के दौरान ट्रेडिशनल मिठाइयां और तली हुई चीजें खाना बड़ों और बच्चों दोनों को बेहद पसंद होते हैं। लेकिन पाचन संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए आप बच्चों को इस तरह के फूड्स व्रत के दौरान देने से बचें या सीमित करें।
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- बच्चों को उपवास के दौरान ज्यादा कमजोरी और थकान महसूस हो सकती है, इसलिए बच्चों को दिन में ठीक तरह से आराम करने दें।
व्रत रखने वाले बुजुर्गों का ध्यान कैसे रखें?
- अगर घर के बड़े-बुजुर्गों को डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं तो उनके उपवास रखने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- बुजुर्गों को व्रत रखने के दौरान ऐसे खाद्य पदार्थ खाने के लिए दें, जो आसानीी से पच जाएं। आप उन्हें सामक चावल से बनी खिचड़ी, फलों का सलाद या हल्का सूप खाने के लिए दें सकते हैं।
- उम्र बढ़ने के साथ पाचन से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं और पाचन क्रिया भी कमजोर होता है। इसलिए, उन्हें तले हुए और मसालेदार खाद्य पदार्थों को खिलाने से बचें।
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- बुजुर्गों में डिहाइड्रेशन की समस्या को रोकने के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी, हर्बल चाय या नारियल पानी पीने के लिए देते रहें।
- डायबिटीज के मरीजों की डाइट का खास ध्यान रखें, आप उन्हें फल या बिना चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने के लिए दें और उनके शुगर लेवल के स्तर का ध्यान रखें।
- बुजुर्गों को लंबे समय तक बिना कुछ खाएं न रहने दें, क्योंकि इससे उन्हें कमजोरी, चक्कर आना या थकान महसूस होने की समस्या हो सकती है। इसलिए, उन्हें हर 2 से 3 घंटे में कुछ न कुछ खाने के लिए जरूर दें।
- मांसपेशियों को मजबूत रखने और शरीर की ताकत बढ़ाने के लिए उन्हें प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे डेयरी उत्पाद, ड्राई फ्रूट्स और अन्य चीजें खाने के लिए दें।
नवरात्रि के नौ दिन के व्रत के दौरान घर के बुजुर्गों और बच्चों की सेहत का ध्यान रखने के लिए आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें हाइड्रेटेड रखने की कोशिस करें, ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो।
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