
आजकल बच्चों के लिए डायपर (Diaper) हर घर में एक जरूरी चीज बन गया है। खासकर नवजात शिशु से लेकर छोटे बच्चों तक, डायपर पेरेंट्स की जिंदगी को आसान बनाता है और बच्चे को भी आराम देता है, लेकिन एक सवाल हर मां-बाप के मन में जरूर आता है कि बच्चों को डायपर कितनी देर तक पहनाना चाहिए? डायपर का सही इस्तेमाल बच्चे की नींद और सुविधा दोनों को बेहतर बनाता है। लंबे सफर, रात के समय या बाहर घूमने के दौरान डायपर बेहद सुविधाजनक साबित होता है। लेकिन अगर बच्चे को बहुत ज्यादा देर तक डायपर पहनाया जाए तो डायपर रैशेज, स्किन इंफेक्शन और नमी की वजह से जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से विस्तार से जानेंगे कि बच्चों को कितनी देर तक डायपर पहनाना सही है और कब उन्हें डायपर फ्री टाइम देना चाहिए।
बच्चों को डायपर कितनी देर तक पहनना चाहिए? - How Long Should A Baby Wear A Diaper
डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज के अनुसार, डायपर को एक बार में 3-4 घंटे से ज्यादा नहीं पहनाना चाहिए। नवजात शिशुओं के लिए हर 2-3 घंटे में डायपर बदलना बेहतर है क्योंकि उनकी स्किन बेहद संवेदनशील यानी सेंसिटिव होती है। लंबे समय तक गीले डायपर पहनाने से स्किन पर रैशेज और इंफेक्शन हो सकता है। रात को बच्चे को लगातार सुलाने के लिए डायपर का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन सुबह उठते ही डायपर जरूर बदलना चाहिए। कुछ बच्चे रात में भी ज्यादा पेशाब करते हैं, ऐसे में 3-4 घंटे बाद डायपर चेक करना जरूरी है।
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बच्चे की स्किन को हेल्दी रखने के लिए दिन में 1-2 बार डायपर हटाकर कम से कम आधे घंटे तक बच्चे को बिना डायपर के रखें। इसे ही 'Diaper Free Time' कहा जाता है। इस दौरान बच्चे की स्किन सांस लेती है और रैशेज की संभावना कम हो जाती है।
लंबे समय तक डायपर पहनाने के नुकसान - What are the side effects of diapers
- लंबे समय तक गीले डायपर में रहने से स्किन पर लाल धब्बे और खुजली हो सकती है।
- बैक्टीरिया और फंगस नमी में तेजी से बढ़ते हैं, जिससे शिशु को यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) हो सकता है।
- डायपर लगातार पहनाने से स्किन को हवा नहीं मिल पाती और जलन होने लगती है। जिससे शिशु को खुजली होती है।
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डॉक्टर की सलाह
डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज कहते हैं कि डायपर का इस्तेमाल गलत नहीं है, लेकिन साफ-सफाई और समय-समय पर बदलना जरूरी है। अगर बच्चे को बार-बार रैशेज हो रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह पर डायपर क्रीम या मेडिकेटेड लोशन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
निष्कर्ष
डायपर बच्चों और पेरेंट्स दोनों के लिए सुविधा का काम करता है, लेकिन इसे लगातार और लंबे समय तक पहनाना सही नहीं है। हर 3–4 घंटे में डायपर बदलना, बच्चे को डायपर फ्री टाइम देना और स्किन की सफाई करना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से बच्चा आरामदायक महसूस करेगा और इंफेक्शन या रैशेज़ जैसी समस्याओं से भी बचा रहेगा।
All Images Credit- Freepik
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Nov 10, 2025 09:10 IST
Published By : Anurag Gupta