आजकल शहरों में वायु प्रदूषण की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जो न केवल बड़े लोगों बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल रही है। खासकर, महानगरों में, वायु प्रदूषण का स्तर बीते कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है। वाहनों की बढ़ती संख्या, फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं और निर्माण कार्य के कारण वायु में धूल और हानिकारक कणों की मात्रा ज्यादा हो रही है। यह स्थिति लोगों के जीवन को प्रभावित करने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म दे रही है। वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा प्रभाव रेस्पिरेटरी सिस्टम पर पड़ता है। बच्चों में अस्थमा, खांसी और एलर्जी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं, जबकि वयस्कों में हार्ट डिजीज, फेफड़ों की बीमारियां और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही हैं। इसके अलावा, वायु प्रदूषण मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है। बच्चे, जो अभी शारीरिक और मानसिक विकास के दौर से गुजर रहे होते हैं, उनके लिए वायु प्रदूषण से जुड़ी समस्याएं ज्यादा गंभीर हो सकती हैं। इस लेख में शारदा अस्पताल के शिशु रोग विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, डॉ. राजीव कुमार थापर (Dr. Rajeev Kumar Thapar, Professor and HOD - Department of Pediatrics, Sharda Hospital) से जानिए, वायु प्रदूषण का बच्चों के स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव हो रहा है और इससे बचने के लिए क्या करें?
वायु प्रदूषण का बच्चों के स्वास्थ्य पर असर
वायु प्रदूषण बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। दरअसल, बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, इसलिए वे प्रदूषण से जल्दी प्रभावित हो सकते हैं। वायु में उपस्थित हानिकारक तत्व जैसे कि कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड सीधे रेस्पिरेटरी सिस्टम पर असर डालते हैं। बच्चे जो लगातार प्रदूषित वातावरण में रहते हैं, उनमें अस्थमा और सांस की अन्य समस्याएं अधिक होती हैं। इसके अलावा वायु प्रदूषण में मौजूद रासायनिक तत्व और धूल के कण बच्चों के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं, जिससे उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी में कमी आती है। बता दें कि प्रदूषण में मौजूद लेड और मर्करी जैसे तत्व बच्चों के दिमाग के विकास को बाधित कर सकते हैं, जिससे उनके बौद्धिक विकास पर भी असर पड़ सकता है।
इसे भी पढ़ें: प्रदूषण की वजह से बच्चों को हो सकती है साइनसाइटिस की समस्या, जानें लक्षण और बचाव का तरीका
वायु प्रदूषण बच्चों की इम्यूनिटी को कम करता है। जब बच्चों का शरीर प्रदूषित हवा में मौजूद हानिकारक तत्वों के संपर्क में आता है, तो इसका सीधा असर उनकी इम्यूनिटी पर होता है। इससे वे बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं और सामान्य सर्दी, खांसी जैसी बीमारियां जल्दी होती हैं।
वायु प्रदूषण से बचाव के लिए माता-पिता क्या कर सकते हैं?
बच्चों को वायु प्रदूषण के बुरे प्रभाव से बचाने के लिए माता-पिता कुछ कदम उठा सकते हैं।
1. मास्क का प्रयोग
जब बच्चों को बाहर जाना हो, तो उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें। मास्क पहनने से बच्चों के शरीर में हानिकारक तत्वों का प्रवेश कम होता है।
इसे भी पढ़ें: बच्चों को रागी और केले का हलवा खिलाने से मिलते हैं ये 5 फायदे, जानें इसकी टेस्टी रेसिपी
2. घर में हवा साफ रखें
घर के अंदर की हवा को शुद्ध रखना भी जरूरी है। इसके लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग किया जा सकता है, जो वायु में उपस्थित प्रदूषकों को हटाता है। इसके साथ ही घर में धूल-मिट्टी को जमा न होने दें और सफाई का विशेष ध्यान रखें। इससे बच्चों के रेस्पिरेटरी सिस्टम पर दबाव कम होगा। घर में हवा को शुद्ध करने वाले पौधे जैसे मनी प्लांट, स्नेक प्लांट, एलोवेरा आदि लगाएं, जो वायु में मौजूद प्रदूषकों को अवशोषित करते हैं।
3. बच्चों के खानपान पर ध्यान दें
बच्चों को विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर डाइट दें, जो उनके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।
4. बाहर खेलने का समय सीमित करें
अगर प्रदूषण का स्तर अधिक हो, तो बच्चों को बाहर खेलने से रोकें और घर के अंदर ही बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी में बिजी रखें।
निष्कर्ष
बच्चों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए माता-पिता का सजग और सतर्क रहना जरूरी है। वायु प्रदूषण का प्रभाव बच्चों के शरीर और मस्तिष्क पर गंभीर हो सकता है। इसलिए, बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए ऊपर बताए गए उपायों को अपनाकर, माता-पिता उन्हें एक स्वस्थ जीवन प्रदान कर सकते हैं।
All Images Credit- Freepik