Health benefits of Ragi Banana Porridge for babies: 6 महीने के बाद शिशु के विकास के लिए मां के दूध के साथ ठोस आहार खिलाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में पेरेंट्स शिशु को दलिया, खिचड़ी और दूध-केले जैसी चीजें देते हैं। लेकिन रोजाना एक जैसी चीजें खाकर बच्चे बोर हो जाते हैं और फिर पेरेंट्स शिकायत करते हैं कि बच्चा ठीक से खाता नहीं है। अगर आप भी न्यू पेरेंट्स हैं और और 6 महीने के बाद के शिशु के लिए कुछ सॉलिड और नए फूड की खोज कर रहे हैं तो रागी और केले का हलवा (Health Benefits of Ragi Banana Porridge) जरूर ट्राई करें।
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि केले और रागी में कैल्शियम, विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शिशु के संपूर्ण विकास में मदद करते हैं। डॉ. तरुण आनंद ने इंस्टाग्राम पर रागी और केले के हलवे की रेसिपी (Recipe of Ragi Banana Porridge) और फायदों की जानकारी भी दी है।
रागी और केले के हलवे के फायदे - Health Benefits of Ragi Banana Porridge
रागी और केले के हलवे में आयरन, विटामिन और गुड फैट से भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह शिशु के शारीरिक व मानसिक विकास में मदद करता है। आइए जानते हैं इसके अन्य फायदों के बारे में...
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1. हड्डियों को मजबूत बनाता है
रागी में कैल्शियम की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाता है। बच्चों के बढ़ते शरीर को हड्डियों की मजबूती के लिए पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम की जरूरत होती है।
2. पाचन तंत्र के लिए है फायदेमंद
रागी और केला में मौजूद फाइबर बच्चों के पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह हलवा बच्चों को कब्ज की समस्या से बचाता है और उनके मल को मुलायम बनाकर पेट को सही तरीके से साफ करने में मदद करता है।
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3. इम्यूनिटी को बनाता है मजबूत
शिशु की इम्यूनिटी काफी कमजोरी होती है। इसके कारण शिशु बार-बार बीमार पड़ते हैं और शारीरिक तौर पर कमजोर हो जाते हैं। रागी और केले का हलवा बच्चों की इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही, रागी और केले के पोषक तत्व संक्रमण के खतरे को कम करके बीमारियों से बचाव करते हैं।
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4. शरीर को मिलती है एनर्जी
केले में नेचुरल शुगर होती है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देती है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि रागी में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो धीरे-धीरे पचते हैं और लंबे समय तक एनर्जी देते हैं।
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5. आयरन से भरपूर
रागी में आयरन की भी अच्छी मात्रा होती है, जो बच्चों में खून की कमी को दूर करने में मदद करती है। बच्चों में आयरन की कमी से एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिन्हें दूर रखने के लिए यह हलवा फायदेमंद है।
रागी और केले का हलवा बनाने की रेसिपी
• 1 बड़ा चम्मच रागी (बाजरा) पाउडर
• 1/2 पका हुआ केला (मैश किया हुआ)
• 1/2 छोटा चम्मच घी
• 1 कप पानी
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बनाने का तरीका
- एक पैन में रागी का आटा और पानी मिलाएं। पानी मिलाने के कारण रागी में गांठ न आएं, इसके लिए इसे चम्मच से चलाते रहें।
- रागी और पानी को धीमी आंच में पकाते रहें और चलाते रहें, जब तक कि यह गाढ़ा न हो जाए।
- 5 से 7 मिनट तक पकाने के बाद रागी को गैस से नीचे उतारकर रखें।
- रागी ठंडा हो जाए, तो उसमें मैश किया हुआ केला, घी मिलाएं।
- शिशुओं को खिलाने के लिए आपका रागी और केले का हलवा तैयार हो चुका है।
उम्मीद करते हैं आप अपने शिशुओं के लिए इस रेसिपी को जरूर फॉलो करेंगे और उन्हें रागी और केले का हलवा जरूर खिलाएंगे।
Image Credit: Freepik.com