दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रही है। वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली की आबोहवा में प्रदूषण, धूल, मिट्टी और गंदगी का स्तर इतना ज्यादा हो चुका है कि लोगों को गले में खराश, दर्द और सांस से संबंधी बीमारियां हो रही हैं। कुछ लोग वायु प्रदूषण के शारीरिक प्रभाव को कम करने के लिए घरेलू उपायों को अपनाते हैं। इन्हीं उपायों में से एक है स्टीम यानी की भाप लेना।
लेकिन क्या वाकई वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए स्टीम लेना सही है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने दिल्ली के एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार से बात की।
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क्या प्रदूषण के इफेक्ट को कम करने के लिए स्टीमिंग लेना सही है?- Is it Right to Take Steaming to Reduce the Effects of Pollution?
डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, स्टीमिंग एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें गर्म पानी से निकलने वाली भाप को शरीर और चेहरे पर लगाया जाता है। स्टीमिंग स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद होती है। लेकिन यह पूरी तरह से प्रदूषण के असर को खत्म नहीं कर सकती। इसलिए शरीर पर वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए स्मीटिंग के साथ-साथ स्वस्थ खानपान और एक्सरसाइज जरूर करें। आइए जानते हैं स्टीमिंग लेने के अन्य फायदों के बारे में...
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1. सांस नली की सफाई- Cleaning of Breathing Passage
प्रदूषित हवा में व्यक्ति के सांस लेने पर नाक और गले में गंदगी जमा की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में गर्म भाप या गर्म हवा लेने से बलगम पतला होता है। यह बलगम मल और मूत्र मार्ग के जरिए बाहर आता है। रोजाना थोड़ी देर स्टीमिंग लेने से सांस नली की सही तरीके से सफाई होती है और अस्थमा जैसी बीमारियों से बचाव होता है।
2. फेफड़ों को करें साफ- Steaming Clean the Lungs
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो प्रदूषित हवा में सांस लेने से फेफड़ों में भी गंदगी जमा हो जाती है। इस गंदगी को बाहर निकालने में भी स्टीमिंग बहुत फायदेमंद होती है। स्टीमिंग के जरिए वायु प्रदूषण के कारण जमी गंदगी धीरे-धीरे बाहर निकलती है, जिससे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।
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3. ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में मददगार- Steaming Improve Blood Circulation
वायु प्रदूषण के प्रभाव से शरीर के ब्लड सर्कुलेशन पर भी असर पड़ता है। इस परिस्थिति में स्टीमिंग लेने से ऑक्सीजन शरीर के विभिन्न हिस्सों पर पहुंचता है, जिसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने में मदद मिलती है। जब शरीर को ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, तो बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
4. स्किन को करें डिटॉक्स- Detoxify Your Skin by Steaming
वायु प्रदूषण का प्रभाव सिर्फ शरीर नहीं बल्कि त्वचा पर भी पड़ता है। वायु प्रदूषण के कारण त्वचा पर पिंपल्स, एक्ने और दाग-धब्बे की समस्या देखी जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि प्रदूषण के कण त्वचा के रोम छिद्रों (पोर) में गहराई तक जम जाते हैं। स्टीमिंग त्वचा के त्वचा के रोम छिद्रों को खोलने में मदद मिलती है। इसकी मदद से त्वचा की गंदगी और टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। इससे त्वचा डिटॉक्स होती है और त्वचा संबंधी परेशानियों से राहत मिलती है।
स्टीमिंग लेने का सही तरीका क्या है?
स्मीटिंग लेने के लिए बाजार में कई प्रकार की मशीनें उपलब्ध हैं, लेकिन कुछ आसान स्टेप्स अपनाकर आप स्टीमिंग को घर पर ही ले सकते हैं।
- सबसे पहले एक बड़े बर्तन में पानी गर्म करें और इसे ठंडा होने दें ताकि भाप ज्यादा गर्म न हो।
- इसके बाद सिर पर तौलिया डालकर बर्तन के पास बैठें।
- ध्यान दें कि पानी गर्म है, इसलिए स्किन को टच करने की कोशिश न करं।
- अब धीरे-धीरे गहरी सांस लें और 5-10 मिनट तक स्टीम लें।
- स्टीमिंग लेने के बाद चेहरे को नॉर्मल पानी से जरूर धोएं और तौलिए से सुखाएं।
- आप चाहें तो गर्म पानी में विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तेल जैसे की नीम का तेल, अजवाइन का तेल और कपूर भी मिला सकते हैं।
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निष्कर्ष
वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए स्टीमिंग बहुत फायदेमंद होती है। यह श्वसन तंत्र, त्वचा और फेफड़ों को साफ करने में मदद करता है। हालांकि स्टीमिंग करते समय कुछ सावधानियां बरतना बहुत जरूरी होता है।