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क्या खराब हवा सीने में दर्द का कारण बन सकती है? जानें डॉक्टर से

बढ़ता वायु प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है। ऐसे में कई लोगों को सीने में दर्द की समस्या हो रही है। इसलिए, आइए इस लेख में जानते हैं कि खराब हवा से सीने में दर्द का क्या कनेक्शन है? 
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क्या खराब हवा सीने में दर्द का कारण बन सकती है? जानें डॉक्टर से

दिल्ली-NCR में बढ़ता वायु प्रदूषण लोगों की चिंता लगातार बढ़ रहा है। नौकरी, घर के काम, स्कूल या किसी भी अन्य काम के लिए लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है। प्रदूषण के कारण लोगों को सांस से जुड़ी कई तरह की समस्याओं की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है। यह वायु प्रदूषण फेफड़ों के साथ दिल और सीने पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। कई लोगों की इस दौरान सीने में दर्द की समस्या भी बढ़ जाती है। लेकिन, क्या वायु प्रदूषण सीधे तौर पर सीने में दर्द का कारण बन सकता है? आइए नोएडा के मेट्रो अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट- पल्मोनरी और क्रिटिकल केयर के डॉ. दीपक प्रजापत से जानते हैं।

क्या वायु प्रदूषण सीने में दर्द का कारण बन सकता है?

डॉ. दीपक प्रजापत ने बताया कि हवा में मौजूद सूक्ष्म कण बहुत ही छोटे और खतरनाक होते हैं, जो हमारे श्वसन तंत्र और दिल पर बुरा असर डालती हैं। जब हम इस दूषित हवा को सांस के जरिए अंदत लेते हैं तो यह कण सीधे फेफड़ों और ब्लड वेसल्स में पहुंच जाते हैं, जिससे सूजन, ऑक्सीजन की कमी और कभी-कभी छाती में दर्द या जलन की समस्या हो सकती है।

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वायु प्रदूषण के कारण सीने में दर्द के कारण

डॉ. दीपक प्रजापत के अनुसार, वायु प्रदूषण कई तरह से आपके छाती में दर्द का कारण बन सकता है, जिसके पीछे ये कारण हो सकते हैं-

1. श्वसन तंत्र पर प्रभाव

खराब हवा में मौजूद प्रदूषण हमारे फेफड़ों की नलिकाओं को बढ़ावा देते हैं, जिससे उनमें सूजन और खिंचाव की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में खांसी, सीने में जकड़न और दर्द की समस्या होती है। साथ ही दमा या COPD से पीड़ित मरीजों में यह स्थिति और ज्यादा गंभीर हो जाती है। इसके अलावा, लंबे समय तक प्रदूषित हवा में रहने से सांस लेने में मुश्किल और छाती में दबाव की समस्या महसूस होने लगती है।

2. हृदय पर प्रभाव 

वायु प्रदूषण न सिर्फ आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह दिल की धमनियों पर भी नकारात्मक असर डालता है। जब PM2.5 जैसे सूक्ष्म कण ब्लड में जाते हैं तो वे ब्लड वेसल्स में सूजन की समस्या हो सकती है, जिससे सीने में दर्द, भारीपन या धड़कन बढ़ सकती है। दिल के मरीजों में प्रदूषण के कारण हार्ट अटैक का जोखिम भी बढ़ सकता है।

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3. नर्व और मानसिक प्रभाव

कई बार एयर पॉल्यूशन के कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी और तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यह स्थिति भी छाती में दर्द या दबाव की समस्या को बढ़ा सकता है।

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किन लोगों को वायु प्रदूषण से ज्यादा खतरा होता है?

कुछ लोगों पर वायु प्रदूषण का ज्यादा असर नजर आता है और थोड़ी सी हवा में बदलाव से भी छाती में दर्द और सांस की समस्या हो सकती है, जिसमें-

  • दिल से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित मरीज
  • दमा या फेफड़ों की बीमारी वाले लोग
  • बुजुर्ग और बच्चे
  • स्मोकिंग करने वाले व्यक्ति
  • डायबिटीज या मोटापा से पीड़ित लोग

वायु प्रदूषण से कैसे बचाव करें?

  • AQI चेक करें: रोज बाहर निकलने से पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स जरूर चेक करें। AQI 150 से ज्यादा हो तो लंबे समय तक घर से बाहर रहने से बचने की कोशिश करें।
  • N95 या N99 मास्क पहनें: ये फेस मास्क एयर पॉल्यूशन को सांस के जरिए शरीर में जाने से रोकने में प्रभावी माना जाना है और फेफड़ों तक पहुंचाने से बचाता है।
  • घर के अंदर स्वच्छ हवा बनाए रखें: घर के अंदर प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें और इंडोर पौधे जैसे पीस लिली, स्पाइडर प्लांट आदि का इस्तेमाल करें।
  • संतुलित आहार लें: अपने दिल और फेफड़ों को सुरक्षित रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स का सेवन करें, जो वायु प्रदूषण के प्रभाव से बचाने में मदद करते हैं।
  • धूम्रपान से बचें: स्मोकिंग और प्रदूषण एक साथ आपके फेफड़ों और दिल पर कई गुना बढ़ जाता है, इसलिए स्मोकिंग करने से बचें।

निष्कर्ष

वायु प्रदूषण अब सिर्फ सांस की बीमारी का कारण नहीं रहा, बल्कि यह दिल और मानसिक स्वास्थ्य पर भी सीधा प्रभाव डाल सकता है। इसके कारण आपके सीने में दर्द को कभी भी हल्के में न लें, यह आपके शरीर का संकेत हो कि हवा में मौजूद प्रदूषण अब आपके शरीर के अंदर तक असर डाल रहा है।
Image Credit: Freepik

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  • Nov 08, 2025 15:10 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

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