मौसम बदलते समय या दीपावली के आस-पास प्रदूषण में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। प्रदूषण का ज्यादातर प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिलता है। दरअसल, प्रदूषण की वजह से बच्चों की इम्यूनिटी पावर कमजोर हो जाती है, जो संक्रमण, गले में दर्द और लंग्स से जुड़ी समस्याओं का कारण बनती हैं। प्रदूषण में फ्रेश एयर न मिलने के चलते कुछ बच्चों को साइनसाइटिस की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। बीते कुछ वर्षों से बच्चों में साइनसाइटिस (Sinusitis) एक आम समस्या बनती जा रही है, जिसका प्रमुख कारण प्रदूषण (Pollution) माना जाता है। बढ़ते प्रदूषण के कारण बच्चों के रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट पर बुरा प्रभाव पड़ता है और वे बार-बार सर्दी, जुकाम और साइनस की समस्याओं का सामना करते हैं। इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के प्लूमोनोलॉजी सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर अनिमेष आर्या से जानेंगे कि कैसे प्रदूषण बच्चों में साइनसाइटिस का कारण बन सकता है। साथ ही, इसके प्रमुख लक्षण क्या हो सकते हैं?
प्रदूषण से साइनसाइटिस का खतरा कैसे बढ़ता है? - How Pollution Increase the Risk Of Sinusitis In Children In Hindi
प्रदूषण, खासकर वायु प्रदूषण, में मौजूद धूल, धुआं, कार के धुएं में मौजूद विषैले तत्व, और अन्य केमिकल्स बच्चों की नाक और श्वसन तंत्र में प्रवेश करते हैं। बच्चों का इम्यून सिस्टम अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ होता है, इसलिए वे इन प्रदूषकों से जल्दी प्रभावित होते हैं और रेस्पिरेटरी संबंधित समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। प्रदूषण के संपर्क में आने से बच्चों के नाक में जलन, सूजन और बलगम के जमाव हो सकता है, जिससे साइनसाइटिस की समस्या उत्पन्न होती है। विशेषकर ठंड के मौसम में प्रदूषण और अधिक हानिकारक हो जाता है, जिससे बच्चों में साइनसाइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
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बच्चों में साइनसाइटिस के प्रमुख लक्षण - Symptoms Of Sinusitis in Children In Hindi
- बच्चों की नाक बार-बार बंद रहना या उसका लगातार बहना।
- बच्चों की आंखों के लालिमा और सिर तेज गर्म होना।
- बच्चों को सांस लेने में परेशानी होना।
- कई बार साइनसाइटिस के कारण बच्चों को हल्का या तेज बुखार भी हो सकता है।
- बच्चे की नाक बंद होने पर वह बार-बार मुंह से सांस लेता है।
- बच्चे को सुबह के समय या रात में सोते समय ज्यादा खांसी होना, आदि।
बच्चों को प्रदूषण से साइनसाइटिस से बचाने के उपाय - Prevention Tips Of Sinusitis In Children In Hindi
- बच्चा जब भी बाहर जाए तो उसकी नाक और मुंह को मास्क से कवर करें।
- प्रदूषण होने पर बच्चे को बाहर कम से कम खेलने जाने दें।
- घर में एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें। खासकर बच्चे के कमरे में।
- बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उसे विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट युक्त डाइट दें।
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प्रदूषण के कारण बच्चों में साइनसाइटिस की समस्या गंभीर रूप से बढ़ रही है। अभिभावक बच्चों को प्रदूषण से बचाने के हर संभव प्रयास करें और साइनसाइटिस के लक्षणों को नजरअंदाज़ न करें। सही समय पर सावधानी और उपचार बच्चों की इस समस्या को गंभीर बनने से रोक सकते हैं।