ये संकेत बताते हैं कि बच्चे को है टंग-टाई (जीभ चिपकी होने) की समस्या, डॉक्टर से जानें क्या करें और क्या नहीं

बच्चों में टंग-टाई (अनकिलोसोग्लोसिया) एक ऐसा स्थिति है जिसमें जीभ के नीचे का फ्रेनुलम (जो जीभ को मुंह के निचले हिस्से से जोड़ता है) (Tongue-Tie issue) छोटा या चिपका हुआ होता है।
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ये संकेत बताते हैं कि बच्चे को है टंग-टाई (जीभ चिपकी होने) की समस्या, डॉक्टर से जानें क्या करें और क्या नहीं


Signs Your Child Has Tongue-Tie issue: छोटे बच्चे की देखभाल के दौरान उनके शरीर के हर एक अंग पर गौर करना जरूरी होता है। बच्चा सही तरीके से रो रहा है या नहीं, दूध पीते वक्त किसी तरह की गलती तो नहीं कर रहा है और बच्चों को मल त्याग में किसी तरह की परेशानी तो नहीं आ रही है, मल त्याग करते वक्त उसका रंग कैसा है और भी कई चीजें हैं, जिन पर न्यू पेरेंट्स को गौर करना होता है। इन सबके अलावा छोटे बच्चों की जीभ पर भी गौर करना जरूरी होता है। अक्सर देखा जाता है कि कई बच्चों को टंग-टाई की समस्या होती है। बच्चों में टंग-टाई (अनकिलोसोग्लोसिया) एक ऐसा स्थिति है जिसमें जीभ के नीचे का फ्रेनुलम (जो जीभ को मुंह के निचले हिस्से से जोड़ता है) छोटा या चिपका हुआ होता है।

टंग-टाई के कारण बच्चों (Tongue-Tie issue in children) को बोलने में कठिनाई और दूध पीने में समस्या का सामना करना पड़ता है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं बच्चों को टंग-टाई के संकेत क्या है और टंग-टाई होने पर क्या करना चाहिए, इस बारे में। इस विषय पर नोएडा के सेक्टर 110 स्थित प्राइवेट क्लीनिक पर प्रैक्टिस कर रहे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहित सेठी (Dr Mohit Sethi, Pediatrician, Noida Sector 110) ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है।

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बच्चे में टंग-टाई के संकेत क्या हैं? - Signs Your Child Has Tongue-Tie issue

डॉ. मोहित सेठी के अनुसार, बच्चों में टंग-टाई होने पर नीचे बताए गए 5 संकेत नजर आ सकते हैं:

  1. टंग-टाई की स्थिति में यदि शिशु को स्तनपान करने में कठिनाई होती है, बार-बार छोड़ता है या ठीक से पकड़ नहीं पाता है।
  2. जब आपका बच्चा मुंह से जीभ को निकालकर रहा है और वह मुड़ी हुई नजर आ रही है, तो यह टंग-टाई हो सकता है।
  3. इस स्थिति में शिशु अपनी जीभ को बाहर नहीं निकाल पा रहा है या जीभ का ऊपरी हिस्सा मुंह के ऊपरी हिस्से को नहीं छू पाता है।
  4. 2 या 3 साल की उम्र में बच्चे को बोलने में कठिनाई महसूस होती है। टंग-टाई के कारण बच्चे को ल, न, ट और थ जैसे अक्षरों को स्पष्ट रूप से बोलना मुश्किल हो सकता है।
  5. जीभ की सीमित गतिविधि से मुंह के अंदर दांत और मसूड़ों की संरचना में भी प्रभाव पड़ता नजर आता है।

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बच्चों में टंग-टाई होने का कारण क्या है?- Causes of Tongue-Tie issue in Children

डॉ. मोहित सेठी की मानें, तो बच्चों को टंग-टाई की समस्या क्यों होती है, इसका कोई सटीक कारण नहीं है। यह बच्चों में एक जन्मजात स्थिति है। टंग-टाई की समस्या उन बच्चों में ज्यादा देखी जाती है, जिनके शरीर का गर्भावस्था के दौरान सही तरीके से विकास नहीं हो पाया था।

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बच्चे को टंग-टाई होने पर क्या करें- Treatment of Tongue-Tie issue in Children

यदि आपके बच्चे में टंग-टाई के लक्षण दिखाई देते हैं, तो कुछ उपाय हैं जो आप कर सकते हैं:

1. डॉक्टर की सलाह लें

सबसे पहले बच्चों के चिकित्सक या एक बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। वे टंग-टाई की स्थिति का को देखकर सलाह देंगे। डॉ. मोहित सेठी के अनुसार, ज्यादातर पेरेंट्स बच्चों को टंग-टाई होने की स्थिति में ऑपरेशन करवा देते हैं, लेकिन हर टंग-टाई को ठीक करने के लिए सर्जरी की जरूरत नहीं होती है।

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2. स्पीच थेरेपी

यदि बच्चे को बोलने में कठिनाई हो रही है, तो स्पीच थेरेपिस्ट से परामर्श करना फायदेमंद हो सकता है। थेरेपिस्ट बच्चे की टंग-टाई को बिना सर्जरी के शब्दों और बोलने की प्रैक्टिस करवाकर, बोलने की क्षमता में सुधार ला सकते हैं।

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टंग-टाई एक आम समस्या है, और शुरुआती उम्र में इसका उपचार संभव है। यदि इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह बच्चे की बोलने, खाने और अन्य गतिविधियों पर असर डालता है। इसलिए बच्चों में टंग-टाई की स्थिति की पहचान जल्द से जल्द करें और डॉक्टर से इसका इलाज करवाएं।

Image Credit: Freepik.com

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