Can You Have Lower Back Pain Due To Constipation: आजकल की जीवनशैली में खानपान के कारण कब्ज (Constipation) एक आम सामान्य समस्या बन चुकी है। कब्ज में व्यक्ति को मल त्याग करने में कठिनाई होती है या मल सख्त और सूखा हो जाता है। कब्ज सिर्फ पाचन की परेशानियों का कारण नहीं बनता है, बल्कि यह शरीर के विभिन्न अंगों में दर्द का कारण बन सकता है।
अक्सर ही कब्ज का सामना करने वाले लोगों में पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या भी देखी जाती है। इस लेख में दिल्ली के जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार से समझेंगे कि कब्ज के कारण पीठ में दर्द क्यों होता है, इसे ठीक करने के उपाय और क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
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क्या कब्ज से पीठ के निचले हिस्से में दर्द होता है- Can You Have Lower Back Pain Due To Constipation
डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, जो लोग अक्सर ही कब्ज का सामना करते हैं, उनके आंतों में मल जमा हो जाता है। यह मल काफी सख्त होता है, जो शरीर के निचले हिस्सों की नसों और मांसपेशियों पर दबाव डालता है। ऐसे में जब मल त्याग की प्रक्रिया होती है, तो जोर लगाने से पेट और पीठ की मांसपेशियों में तनाव बढ़ जाता है, जिससे दर्द हो सकता है। लंबे समय तक कब्ज रहने से पेट में गैस और आंतों में सूजन भी देखी जाती है। इसकी वजह से पीठ और पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या देखी जाती है।
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कब्ज की वजह से पीठ के निचले हिस्से में दर्द के लक्षण- Symptoms of Lower Back Pain Due to Constipation
डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति को कब्ज के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो रहा है, तो उसमें नीचे बताए गए लक्षण नजर आते हैं...
- निचले हिस्से में निरंतर दर्द या भारीपन।
- मल त्यागने में कठिनाई और पेट में दर्द।
- पेट में सूजन और गैस हमेशा महसूस होना।
- मल त्यागने के बाद भी पेट भरा रहना।
कब्ज को दूर करने के उपाय- Remedies to relieve constipation
- कब्ज की समस्या न हो, इसके लिए रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पिएं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मल को मुलायम बनाकर मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता है।
- खाने में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दालों को शामिल करें। इनमें फाइबर पाया जाता है। फाइबर कब्ज और पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में सहायक है।
- रोजाना सुबह 30 से 40 मिनट तक हल्के योगासन और वॉकिंग करें। योगासन और वॉकिंग शरीर के अंगों को सही तरीके से काम करने में मदद करते हैं।
- खाने में दही, छाछ और किमची जैसी चीजों को शामिलकरें। इसमें प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं, जो आंतों की सेहत में मदद करते हैं।
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कब्ज की समस्या होने पर क्या न करें- What not to do if you have Constipation
- ऑफिस में काम करते समय लंबे समय तक एक जगह पर बैठे रहने से बचें। हर आधे से 1 घंटे के बीच उठे और थोड़ी देर टहल लें। लगातार बैठने से आंतों पर दबाव बढ़ता है। जिससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है।
- तेल, मसाले और जंक फूड का सेवन करने से बचें। ज्यादा मात्रा में तेल और मसाले युक्त खाना खाने से पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है और कब्ज की परेशानी ज्यादा होती है।
- पाचन तंत्र पर असर डालने वाले खाद्य पदार्थ जैसे छोले, राजमा और कटहल जैसी चीजों का सेवन करने से बचें। क्योंकि इन्हें पाचने में शरीर को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है, जिससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है।
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निष्कर्ष
कब्ज के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना एक आम समस्या है। इसलिए कब्ज से राहत पाने के लिए सही जीवनशैली और खानपान को अपनाएं। यदि कब्ज की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें और इलाज करवाएं।