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बच्चों के शैंपू में कौन-कौन से इंग्रीडिएंट्स नहीं होने चाहिए? जानें डॉक्टर से

बच्चों के लिए सल्फेट्स, पैराबेन्स, ज्‍यादा खुशबू और रंग वाले शैंपू को चुनने से बचें। इनसे बच्‍चों के बाल और स्‍कैल्‍प डैमेज हो सकते हैं।
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बच्चों के शैंपू में कौन-कौन से इंग्रीडिएंट्स नहीं होने चाहिए? जानें डॉक्टर से


बच्चों के बाल और स्कैल्प बेहद नाजुक होते हैं, इसलिए उनके लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्‍ट्स का चुनाव बहुत सोच-समझकर करना जरूरी है। खासतौर पर शैंपू, जो सीधे सिर की त्वचा और बालों से संपर्क में आता है, उसमें मौजूद हानिकारक तत्व बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं। कई शैंपू में ऐसे केमिकल होते हैं जो तुरंत तो असर नहीं दिखाते, लेकिन लंबे समय में एलर्जी, स्किन इरिटेशन और यहां तक कि बालों की ग्रोथ पर भी असर डाल सकते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि बच्चों के शैंपू में सल्फेट्स, पैराबेन्स, सिंथेटिक फ्रेगरेंस और हार्श प्रिजर्वेटिव्स जैसे इंग्रीडिएंट्स नहीं होने चाहिए, क्योंकि ये उनकी नाजुक त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। माता-पिता अक्सर सोचते हैं कि महंगे शैंपू बच्चों के लिए बेहतर होंगे, लेकिन जरूरी नहीं कि हर महंगा प्रोडक्ट सुरक्षित हो। सही शैंपू चुनने के लिए इंग्रीडिएंट्स की लिस्ट को ध्यान से पढ़ना जरूरी है। इस लेख में हम जानेंगे कि किन-किन हानिकारक इंग्रीडिएंट्स से बचना चाहिए और ये बच्चों की त्वचा और बालों को कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा से बात की।

बच्चों के शैंपू में ये इंग्रीडिएंट्स नहीं होने चाहिए- Avoid These Ingredients in Kid's Shampoo

1. सल्फेट्स- SLS and SLES

ये झाग बनाने वाले तत्व होते हैं, लेकिन ये स्कैल्प को ड्राई कर सकते हैं और स्‍कैल्‍प एलर्जी का कारण बन सकते हैं।

2. पैराबेन्स- Parabens

ये प्रिजर्वेटिव होते हैं जो हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकते हैं और लंबे समय तक इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं।

3. सिंथेटिक फ्रेगरेंस- Synthetic Fragrance

कृत्रिम खुशबू में केमिकल्स होते हैं, जो एलर्जी, स्किन इरिटेशन और सांस संबंधी दिक्कतें बढ़ा सकते हैं।

4. फथलेट्स- Phthalates

ये प्लास्टिसाइजर के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं।

5. एल्कोहल- Alcohols

कुछ एल्कोहल स्कैल्प को ड्राई और सेंस‍िट‍िव बना सकते हैं, जिससे खुजली और जलन हो सकती है।

6. ट्राइक्लोसन- Triclosan

यह एंटी-बैक्टीरियल एजेंट होते हैं, जो स्किन एलर्जी और हार्मोनल इंबैलेंस का कारण बन सकते हैं।

7. मिनरल ऑयल और पेट्रोलाटम- Mineral Oil and Petroleum

ये बालों को भारी बना सकते हैं और स्कैल्प के नेचुरल ऑयल बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं।

इसे भी पढ़ें- बच्‍चों के स्‍कैल्‍प पर जमी गंदगी और पपड़ी कैसे न‍िकालें? जानें सही तरीका

बच्चों के लिए सही शैंपू का चुनाव कैसे करें?- How to Choose Right Shampoo For Kids

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बच्चों की त्वचा और सिर की स्कैल्प बेहद नाजुक होती है, इसलिए उनके लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शैंपू का चुनाव बहुत ध्यान से करना चाहिए। मार्केट में कई तरह के बेबी शैंपू मौजूद हैं, लेकिन सभी सुरक्षित नहीं होते। कई शैंपू में ऐसे केमिकल होते हैं जो बच्चे की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सही शैंपू चुनने के लिए इन बातों का ख्‍याल रखें-

इंग्रीडिएंट्स की लिस्ट ध्यान से पढ़ें

बच्चों के शैंपू में सल्फेट्स (SLS, SLES) पैराबेन्स, सिंथेटिक फ्रेगरेंस और फ्थेलेट्स जैसे हानिकारक तत्व नहीं होने चाहिए। ये इंग्रीडिएंट्स बालों और स्कैल्प को ड्राई कर सकते हैं और एलर्जी का कारण बन सकते हैं।

टि‍यर फ्री फॉर्मूला चुनें

बच्चों के लिए आंखों में जलन न करने वाला शैंपू (Tear-Free Shampoo) सबसे अच्छे होते हैं। इसमें हल्के और माइल्ड इंग्रीडिएंट्स होते हैं, जो बच्चों की कोमल त्वचा के लिए सुरक्षित होते हैं।

पीएच बैलेंस्ड शैंपू को चुनें

बच्चों की स्कैल्प का पीएच बैलेंस नाजुक होता है, इसलिए पीएच 5.5 के करीब रहने वाला शैंपू चुनें। यह न तो ज्यादा एसिडिक होता है और न ही ज्यादा एल्कलाइन, जिससे स्किन और बाल सुरक्षित रहते हैं।

नेचुरल इंग्रीडिएंट्स वाले शैंपू चुनें

ऐसे शैंपू चुनें जिनमें एलोवेरा, नारियल तेल, जैतून तेल, शिया बटर, ओटमील और कैमोमाइल जैसे प्राकृतिक तत्व मौजूद हों। ये बच्चे की त्वचा को पोषण देते हैं और उसे मुलायम बनाए रखते हैं।

डॉक्‍टर द्वारा टेस्‍टेड और हाइपोएलर्जेनिक प्रोडक्‍ट्स चुनें

डॉक्टर द्वारा टेस्ट किए गए और एलर्जी न करने वाले (Hypoallergenic) शैंपू बच्चों की सेंस‍िट‍िव त्वचा के लिए सुरक्षित होते हैं। इससे स्किन एलर्जी, खुजली और रैशेज का खतरा कम हो जाता है।

सिंथेटिक खुशबू और रंगों से बचें

कृत्रिम खुशबू और डाई (Synthetic Fragrance & Colors) स्किन एलर्जी का कारण बन सकते हैं। नेचुरल खुशबू वाले या बिना किसी फ्रेगरेंस के शैंपू बच्चों के लिए बेहतर होते हैं।

ज्यादा झाग बनाने वाले शैंपू से बचें

अगर शैंपू ज्यादा झाग बनाता है, तो इसमें सल्फेट्स मिले हो सकते हैं, जो बच्चे की स्किन और स्कैल्प के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसल‍िए हल्के झाग वाले शैंपू ही चुनें।

ऑयली और ड्राई स्कैल्प के लिए अलग-अलग शैंपू चुनें

अगर बच्चे की स्कैल्प ज्यादा ऑयली है, तो हल्के और क्लीनिंग वाले शैंपू चुनें। अगर स्कैल्प ज्यादा ड्राई है, तो मॉइश्चराइजि‍ंग शैंपू बेहतर रहेगा, जिसमें नारियल तेल या एलोवेरा हो।

कम केमिकल्स वाले ऑर्गेनिक शैंपू चुनें

अगर संभव हो, तो ऑर्गेनिक या केमिकल-फ्री शैंपू चुनें, जो बच्चों की नाजुक स्किन के लिए सुरक्षित हों।

बच्चों के शैंपू में मौजूद इंग्रीडिएंट्स को लेकर सतर्क रहना जरूरी है। सल्फेट्स, पैराबेन्स और आर्टिफिशियल फ्रेग्रेंस जैसे केमिकल्स से बचाव कर आप अपने बच्चे के बालों और स्कैल्प को स्वस्थ रख सकते हैं।

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