
छुट्टी और ट्रैवल का समय खुशियों, परिवार और जश्न से भरपूर होता है, लेकिन माइग्रेन से पीड़ित लाखों लोगों के लिए यह समय दर्द भरे अटैक भी बढ़ा सकता है। तनाव, भारी और मसालेदार खाना, नींद का बिगड़ा हुआ रूटीन और यात्रा की थकान माइग्रेन के बड़े कारण बनते हैं। कुछ आसान उपायों से त्योहारों का मजा खराब हुए बिना माइग्रेन को कंट्रोल किया जा सकता है। इन उपायों को विस्तार से आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. Bala Raja Sekhar Chandra Yetukuri, Sr. Consultant Neuro & Spine Surgeon And Clinical Director, Advance Endoscopic Spine Surgery, Yashoda Hospitals, Hyderabad से बात की।
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1. नींंद पूरी करें- Take Good Sleep
सबसे पहले नींद का ध्यान रखें, चाहे छुट्टियों में रूटीन बिगड़ ही क्यों न जाए। कोशिश करें कि रोज सात से नौ घंटे की नींद लें। अगर देर रात तक कार्यक्रम हों, तब भी सोने-जागने का समय ज्यादा न बदलें। कानों में लगाने वाले ईयरप्लग, कमरे में अंधेरा रखने वाले पर्दे और सोने से पहले एक तय आदत दिमाग को शांत करने में मदद करती है। Dr. Bala Raja Sekhar ने बताया कि यात्रा के कारण होने वाले जेट लैग से बचने के लिए सफर से एक दिन पहले धीरे-धीरे सोने का समय बदलें। मेलाटोनिन लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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2. दो से तीन लीटर पानी पिएं- Drink Two To Three Litre Water Daily
पानी की कमी माइग्रेन को बढ़ा देती है, इसलिए शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखना बहुत जरूरी है। दिन में कम से कम दो से तीन लीटर पानी पिएं, खासकर यात्रा के दौरान। चाहें, तो इलेक्ट्रोलाइट भी ले सकते हैं। Dr. Bala Raja Sekhar ने बताया कि अल्कोहल और कैफीन से बचें, उसकी जगह अदरक या पुदीने की हर्बल चाय पिएं, जो सूजन कम करने में मदद करती है।
3. 4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक अपनाएं- Choose 4-7-8 Breathing Technique

Dr. Bala Raja Sekhar ने बताया कि छुट्टियों में या ट्रैवल की भागदौड़ में माइग्रेन के लक्षणों से बचने के लिए 4-7-8 श्वास तकनीक अपनाएं। 4 सेकंड सांस लें, 7 सेकंड रोकें और 8 सेकंड में धीरे-धीरे छोड़ें। इससे स्ट्रेस हार्मोन कम होता है। इसके अलावा, हल्की सैर, ताजी हवा में 10 मिनट टहलना या मांसपेशियों को लचीला बनाने वाली तकनीकें भी तुरंत राहत देती हैं।
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4. ज्यादा तेल-मसालों वाला भोजन न खाएं- Avoid Oily And Spicy Foods
खानपान भी माइग्रेन के लक्षणों को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाता है। छुट्टी और ट्रैवल में खाने-पीने की चीजें ज्यादा होती हैं, लेकिन चॉकलेट, प्रोसेस्ड मीट, पुराने पनीर और कृत्रिम मिठास वाले पदार्थ माइग्रेन ट्रिगर कर सकते हैं। हर तीन से चार घंटे में थोड़ा-थोड़ा संतुलित भोजन लें। पालक, बादाम, एवोकाडो और हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ माइग्रेन से बचाव में मदद करते हैं। मैग्नीशियम की कमी माइग्रेन से जुड़ी होती है, इसलिए सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
निष्कर्ष:
माइग्रेन का दर्द बढ़ने पर सामान्य दर्द निवारक दवाएं मदद कर सकती हैं, लेकिन गंभीर मामलों में विशेष माइग्रेन दवाओं की जरूरत पड़ सकती है। माइग्रेन का पैटर्न समझने के लिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करें। अगर समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो विशेषज्ञ से सलाह लें।
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Dec 31, 2025 18:50 IST
Published By : Yashaswi Mathur
