दिल्ली-एनसीआर में बीते 1 हफ्ते से एच3एन2 फ्लू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। लोकल सर्किलस के सर्वे के मुताबिक, 11 हजार लोगों को लेकर सर्वे किया गया है जिसमें दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद जैसे शहरों में फ्लू का प्रकोप बढ़ता हुआ नजर आया। सितंबर 2025 के आंकड़ें, मार्च 2025 के मुकाबले ज्यादा गंभीर हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों में फ्लू ज्यादा गंभीर खतरे पैदा कर सकता है। इसलिए फ्लू से बचाव जरूरी है। एच3एन2 फ्लू तेजी से एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इस लेख में हम जानेंगे कि बाहर निकलने से पहले किन सावधानियों के साथ आप एच3एन2 फ्लू से बच सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ. सीमा यादव से बात की।
दिल्ली के 54 प्रतिशत घरों में 1 सदस्य बीमार
एच3एन2 फ्लू का प्रकोप तेजी से दिल्ली में फैल रहा है। लोकल सर्किलस के सर्वे के मुताबिक, दिल्ली के 54 प्रतिशत घरों में कम से कम 1 सदस्य, इस फ्लू की चपेट में है। वहीं गुरुग्राम में 49 प्रतिशत घर प्रभावित हुए हैं, ज्यादातर वहां कॉर्पोरेट इलाकों में फ्लू के मामले ज्यादा मिले हैं। नोएडा के 46 प्रतिशत घर प्रभावित हुए हैं। फरीदाबाद और गाजियाबाद में यह मात्रा 42 और 40 प्रतिशत तक है। एनसीआर के सभी शहरों में ये हालात मार्च की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत ज्यादा गंभीर हैं।
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सर्दी-जुकाम जैसे ही लगते हैं एच3एन2 के लक्षण- H3N2 Symptoms Are Similar To Cold
- डॉ. सीमा यादव ने बताया कि सर्दी-जुकाम और एच3एन2 फ्लू के लक्षण मिलते-जुलते होते हैं, लेकिन दोनों में थोड़ा अंतर भी होता है। पहला अंतर, तो यही है कि सर्दी-जुकाम आमतौर पर किसी गंभीर समस्या में नहीं बदलता, जबकि एच3एन2 फ्लू होने पर निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और सांस लेने में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
- सर्दी-जुकाम है, तो बुखार की शुरुआत आमतौर पर धीरे-धीरे होती है, जबकि एच3एन2 फ्लू में अचानक तेज बुखार होता है और यह 101 डिग्री से ऊपर भी जा सकता है।
- सर्दी-जुकाम होने पर गले में खराश होना एक आम लक्षण है, लेकिन यह फ्लू में ज्यादा गंभीर हो सकता है।
- इसी तरह एच3एन2 फ्लू होने पर भी थकान और मांसपेशियों में दर्द महसूस होता है।
- जुकाम होने पर खांसी हल्की होती है, लेकिन एच3एन2 फ्लू होने पर सर्दी-जुकाम कई दिनों तक बना रह सकता है और खांसी तेज, ड्राई या बलगम वाली खांसी भी हो सकती है।
बाहर निकलने से पहले बरतें ये सावधानियां- Precautions To Prevent H3N2 Flu
- जब भी आप बाहर जाएं, तो मास्क पहनना न भूलें। चाहे पब्लिक प्लेस हो या सार्वजनिक परिवहन, मास्क पहनें और सर्दी-जुकाम होने पर घर से बाहर न जाएं।
- कोशिश करें कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में न जाएं। संक्रमित व्यक्ति से उचित दूरी बनाकर चलें और खुद को सुरक्षित रखें।
- हाथों को साबुन और पानी की मदद से कम से कम 20 सेकंड के लिए धोएं। बाहर हैं, तो हैंड सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। चेहरे, नाक और आंखों को साफ हाथों से ही छुएं।
- एच3एन2 फ्लू से बचना है, तो हर साल डॉक्टर की सलाह पर फ्लू वैक्सीन लगवा सकते हैं। जिन लोगों को इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है, उन्हें हर साल वैक्सीन लगाने की सलाह दी जाती है।
- किसी भी इंफेक्शन या बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है स्वस्थ जीवनशैली अपनाना। शरीर को हाइड्रेट रखें, हल्की एक्सरसाइज करें और इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं।
निष्कर्ष:
एच3एन2 फ्लू के लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे ही लगते हैं, इसलिए इससे बचाव करना बेहद जरूरी है। अपने आसपास सफाई रखें और संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं तभी आप खुद को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
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FAQ
H3N2 फ्लू क्या होता है?
एच3एन2 फ्लू, इंफ्लुएंजा-ए का प्रकार है। यह फ्लू होने पर तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और बदन में दर्द महसूस होता है। वैसे, तो यह फ्लू हफ्ते भर में ठीक हो जाता है, लेकिन इससे सांस की समस्या या अन्य गंभीर समस्या भी हो सकती हैं।H3N2 फ्लू कितने समय तक रहता है?
एच3एन2 फ्लू के लक्षण आमतौर पर 5 से 7 दिनों में ठीक हो जाते हैं। बुखार, 3 से 4 दिनों में उतर जाता है, लेकिन खांसी या थकान 1-2 हफ्ते तक महसूस हो सकती है। जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें रिकवरी में ज्यादा समय लगता है।H3N2 फ्लू का कारण क्या है?
एच3एन2 फ्लू, इंफ्लुएंजा-ए के कारण होता है। जहां भीड़भाड़ होती है, वहां यह इंफेक्शन फैलने की आशंका भी ज्यादा होती है। संक्रमित व्यक्ति की खांसी या छींक के जरिए, यह वायरस एक से दूसरे में फैल सकता है।
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Sep 17, 2025 12:46 IST
Published By : यशस्वी माथुर