दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों लगभग हर घर में कोई न कोई शख्स जुकाम, बुखार, नाक बहने, छींक आने जैसी समस्याओं से परेशान है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, LocalCircles नाम के एक सामाजिक प्लेटफार्म द्वारा किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है कि Delhi NCR में लगभग 69-70 प्रतिशत घरों ने में किसी न किसी को फ्लू या जुकाम-बुखार के लक्षण दिख रहे हैं। खास बात ये है कि ये हर साल मौसम बदलने पर होने वाला नॉर्मल फ्लू नहीं, बल्कि H3N2 नामक फ्लू है, जो इन्फ्लूएंजा A वायरस का एक प्रकार है और नॉर्मल फ्लू से ज्यादा संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। पिछले कुछ समय में H3N2 Flu Virus गूगल ट्रेंड्स पर ट्रेंड कर रहा है।
H3N2 क्यों बना रहा है लोगों को बीमार?
H3N2 इन्फ्लूएंजा A वायरस का प्रकार है। इसमें दो प्रोटीन होते हैं- H (Hemagglutinin), जो वायरस को व्यक्ति की सांस की कोशिकाओं से चिपकाता है, और N (Neuraminidase)। ये वायरस तेजी से म्युटेट (परिवर्तित) होते रहते हैं। इसी वजह से पुराना वायरस होने के बावजूद बहुत सारे लोग हर बार नए सिरे से इसकी चपेट में आ जाते हैं।
H3N2 कैसे फैलता है?
Fortis Hospital, Mulund की संक्रामक रोग विशेषज्ञ और Senior Consultant Dr Kirti Chandrashekhar Sabnis के अनुसार H3N2 वायरस होठों, नाक और गले से बात करने, छींकने या खांसने के दौरान निकलने वाली बूंदों के जरिये फैलता है। इसके अलावा, संक्रमित सतह को छूने से भी यह एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकता है।
इसे भी पढ़ें: दिल्ली के आसपास बढ़े H3N2 फ्लू के मामले, ये नॉर्मल फ्लू से कैसे है अलग? जानें डॉक्टर से
H3N2 का खतरा किसे ज्यादा?
यह वायरस विशेष रूप से बच्चों, बुज़ुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को परेशान कर रहा है। इसके अलावा जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है, खासकर डायबिटीज, हृदय रोग, फेफड़े संबंधित समस्या आदि, तो उन्हें भी इसका जोखिम ज्यादा है।
H3N2 के इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
H3N2 वायरस सामान्य फ्लू (Normal flu) जैसा शुरू होता है, लेकिन धीरे-धीरे लक्षण ज्यादा बढ़ने लगते हैं। इसलिए इन लक्षणों को बिल्कुल नजरअंदाज न करें।
- अचानक तेज बुखार (100.4°F फारेनहाइट या उससे ज्यादा)
- सर्दी, बंद नाक या बहती नाक
- गले में खराश, खांसी (सूखी या बलगम वाली)
- बदन दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन
- सिरदर्द, थकान, भूख न लगना
- कभी-कभी उल्टी, पेट में हल्की बेचैनी (विशेषकर बच्चों में)
अगर संक्रमण बढ़ जाए, तो गंभीर मामलों में निमोनिया, सांस लेने में दिक्कत आदि भी हो सकती है। ऐसे में अगर बुखार नहीं उतर रहा हो या खांसी बहुत ज्यादा हो और सांस फूल रही हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
H3N2 से बचाव के तरीके
यह सच है कि अगर संक्रमण तेजी से फैला हुआ है, तो इससे बचना आसान नहीं है। लेकिन फिर भी अगर आपके आसपास कोई बीमार है या आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट, टॉयलेट आदि का इस्तेमाल करते हैं, तो कुछ उपाय अपनाकर इसके खतरे को कम किया जा सकता है।
1. हाथों की सफाई
पब्लिक ट्रांसपोर्ट, टॉयलेट, लिफ्ट आदि या ऐसी कोई जगह, जिसे कई लोग छूते हैं, अगर आप इनका इस्तेमाल करते हैं, तो सतह को छूने के बाद साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं। अगर हाथ धोने की सुविधा उपलब्ध नहीं, तो अल्कोहल वाले सैनिटाइजर से हाथ धोएं।
2. मास्क पहनें
भीड़ और बंद जगहों में मास्क उपयोग करें, खासकर अगर आसपास लोग खांस रहें हों या बीमार लग रहे हों।
3. हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल
खराब खानपान और लाइफस्टाइल आपकी इम्यूनिटी को कमजोर कर सकती है। इसलिए संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और पर्याप्त पानी लेना जरूरी है। इससे आपके शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
इसे भी पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में फैला H3N2 फ्लू, बाहर निकलने से पहले जरूर बरतें ये सावधानियां
बीमार होने पर क्या करें?
अगर इस समय आप या आपके आसपास घर-परिवार में कोई व्यक्ति बीमारी है और उसमें H3N2 के ऊपर बताए गए लक्षण दिख रहे हैं, तो निम्न बातों का ध्यान करें।
लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें।
- बुखार और दर्द के लिए पैरासिटामॉल जैसी सामान्य दवाएं डॉक्टर की सलाह से ही लें। खुद से कोई दवा खाना न शुरू कर दें।
- पर्याप्त आराम करें और शरीर को वायरस से लड़ने का समय दें।
- लिक्विड चीजें (पानी, सूप, जूस, नारियल पानी, दाल का पानी आदि) ज्यादा लें।
- अगर सांस लेने में तकलीफ हो, छाती में दर्द हो, या बुखार 3-4 दिन से लगातार आ रहा हो, तो तुरंत अस्पताल जाएं।
कुल मिलाकर इन दिनों अगर आप बीमार पड़ रहे हैं, तो इसे नॉर्मल सर्दी-जुकाम समझकर नजरअंदाज करने की गलती न करें। ऐसा करने से समस्या बढ़ सकती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Sep 25, 2025 17:25 IST
Modified By : Anurag GuptaSep 25, 2025 17:25 IST
Published By : Anurag Gupta