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Health Risks Of AQI Above 500: दिल्ली-NCR की हवा दिनों दिन बिगड़ती जा रही है और इसमें जहर घुलता जा रहा है। स्कूल भी ऑनलाइन मोड में आ गए हैं, ताकि बच्चों की सेफ्टी का ध्यान रखा जा सके। साथ ही, हार्ट मरीज, सीओपीडी या लंग्स के मरीजों को इन दिनों खास एहतियात बतरने की सलाह दी जाती है। कई डॉक्टर तो यह भी कह रहे हैं कि अगर आपके पास पैसे हैं, तो दिल्ली-एनसीआर छोड़कर अन्य साफ शहर में चले जाएं। जहरीली हवा में सांस लेने से लाइफ एक्सपेक्टेंसी करीब 10 सालों तक कम हो सकती है। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अस्थमा के मरीजों के लिए यह कंडीशन कितनी खराब है। वैसे भी दमघुट हवा में सांस लेने के कारण अस्थमा अटैक आने का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप कुछ जरूरी सावधानियां बरतें, ताकि सेहत को कम नुकसान हो। इस संबंध में हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Sr. Consultant - Pulmonology डॉ. ए. एस. संध्या से बात की है।
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खराब एक्यूआई में अस्थमा मरीजों के लिए जरूरी सावधानियां- Asthma Precautions During High AQI
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1. रेगुलर एयर क्वालिटी चेक करें
अस्थमा के मरीजों को घर से बाहर निकलने से पहले एयर क्वालिटी जरूर चेक करना चाहिए। वैसे भी इन दिनें AQI 500 पार है। ऐसे में अगर आप एयर क्वालिटी चेक किए बिना घर से बाहर निकल जाते हैं, तो इसका आपकी हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है और एयरवेज ब्लॉक हो सकती है। ध्यान रखें कि आप सेंसिटिव ग्रुप में शामिल होते हैं। इसलिए, कोशिश करें कि जरूरी न हो, तो घर से बाहर न निकलें।
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2. घर से बाहर निकलने से बचें
जैसा कि इसका जिक्र कुछ देर पहले ही किया है कि अगर जरूरी न हो, तो आप घर से बाहर न निकलें। जितना आप घर के अंदर रहेंगे, दूषित और दमघुट हवा के संपर्क में आने का रिस्क उतना ही कम होगा। जब आप घर से बाहर नहीं निकलेंगे, तो सांस संबंधी समस्याओं के जोखिम में भी कमी आती है।
3. सेफ्टी का ध्यान रखें
डॉक्टर बार-बार यह सलाह देते हैं कि इस प्रदूषित और जहरीली हवा में बिना मास्क के घर से बाहर न निकलें। मास्क पहनने के कारण दूषित हवा सीधे आपके नाक के जरिए एयरवेज और लंग्स तक नहीं पहुंचते हैं। ध्यान रखें कि आसपकी सेफ आपके हाथ है। इन दिनों अच्छी क्वालिटी का मास्क कैरी करें। एक मास्क को लंबे समय तक न पहनें। विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि एक मास्क लगातार 8 घंटे तक पहनने के बाद उतार देना चाहिए। विशेषकर, अस्थमा के मरीजों को इन नियमों का पालन करना चाहिए।
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4. इनडोर एक्सरसाइज करें
चूंकि, पल्यूशन बहुत ज्यादा है। एयर क्वालिटी बहुत खराब है। ऐसे में बहुत संभव है कि लोग एक्सरसाइज करना पूरी छोड़ देते हैं। जबकि, आपको ऐसा नहीं करना है। अस्थमा के मरीजों को घर के अंदर ही वर्कआउट करना चाहिए। इसके लिए एरोबिक्स अच्छा विकल्प है। आप चाहें, तो जिम में भी वर्कआउट कर सकते हैं। एक्सरसाइज करने से ब्लड फ्लो बढ़ता है, एयरवेज क्लीन होती है और सांस संबंधी समस्याओं के रिस्क में कमी आती है।
5. एयर प्यूरिफायर यूज जरूर करें
अगर आपके लिए एयर प्यूरिफायर यूज कर सकते हैं, तो इस बढ़ती जहरीली हवा में अपने घर में इस उपकरण को जरूर रखें। एयर प्यूरिफायर की मदद से घर की हवा को साफ किया जा सकता है। इससे प्रदूषित हवा के संपर्क में आने की आशंका कम होती है। इस तरह, आपके स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
निष्कर्ष
अस्थमा के मरीज सेंसिटिव लोगों में शुमार होते हैं। उन्हें डस्ट से पहले से ही काफी एलर्जी होती है। ऐसे में दमघुट हवा आपको और भी ज्यादा बीमार कर सकती है। इस रिस्क को कम करने के लिए जरूरी है कि यहां बताए गए डॉक्टर द्वारा बताए गए सभी टिप्स को जरूर फॉलो करें। इस बात का ध्यान रखें कि प्रदूषित हवा सबसे ज्यादा कमजोर इम्यूनिटी वालों को ही बीमार कर सकती है। इसलिए, अपन डाइट में भी सुधार करें और इम्यूनिटी को बूस्ट करने की कोशिश करें।
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FAQ
अस्थमा के मरीजों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
बढ़ते प्रदूषण में अस्थमा के मरीजों को कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे रोज प्राणायाम और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, धूम्रपान से दूर रहें, डस्ट से दूर रहें, घर को साफ-सुथरा रखें, रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें। इसके अलावा, खुद को हाइड्रेटेड रखें।फेफड़ों को वायु प्रदूषण से कैसे बचाएं?
फेफड़ों को वायु प्रदूषण से बचाना है, तो कोशिश करें कि घर से बाहर कम से कम निकलें, घर के अंदर एयर प्यूरिफायर यूज करें और इनडोर एक्सरसाइज करें।सांस की बीमारी में क्या परहेज करना चाहिए?
सांस की बीमारी में कई तरह की चीजों से दूर रहना चाहिए, जैस धूम्रपान, धूल, धुएं से दूर रहें। डाइट की बात करें, तो जंक फूड, ऑयली और प्रोसेस्ड फूड न खाएं। बुरी आदतों और शराब से भी परहेज करें।
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Dec 17, 2025 14:34 IST
Published By : Meera Tagore