
बुखार आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। यूटीआई, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, मलेरिया, टायफाइड, डेंगू, टीबी और वायरल इंफेक्शन आदि होने पर बुखार आता है। व्यक्ति और उम्र के मुताबिक हर व्यक्ति में बुखार अलग तरह का हो सकता है। अगर ऐसी स्थिति हो, जब बुखार न उतरे तो आपको क्या करना चाहिए इसे विषय पर आज हम बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
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बुखार न उतरने पर क्या करें?
बुखार आने पर घरेलू उपाय अपनानेके बजाय आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अगर बुखार का मरीज घर पर है, तो हर एक घंटे पर बुखार चेक करें और नोट करें कि बुखार बढ़ रहा है या घट रहा है। बुखार से पीड़ित व्यक्ति के शरीर को हाइड्रेट रखें। बुखार के दौरान शरीर में पानी की कमी एक अच्छी स्थिति नहीं मानी जाती।
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बुखार उतारने के लिए आराम जरूरी है
अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है, तो बुखार उतरने में समय लग सकता है। बुखार उतारने के लिए नींद पूरी करें। जितना ज्यादा आप शरीर को आराम देंगे, तो उतना जल्दी बुखार उतर जाएगा। शरीर में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने के लिए नींद जरूरी है। बुखार के दौरान किसी तरह का तनाव न लें। हेल्दी डाइट लें और नींद पूरी करें, तो जल्दी रिकवर हो जाएंंगे।
इन बातों का ख्याल रखें
- तापमान 103 डिग्री से ज्यादा हो और बुखार का स्तर नीचे न आए, तो तुरंत अस्पताल जाएं।
- बुखार के दौरान बाहर का खाना खाने से बचें। इस दौरान घर का बना ताजा खाना खाएं।
- शरीर में डिहाइड्रेशन के लक्षण न आने दें, तरल पदार्थों का सेवन करते रहें।
- बुखार से जल्दी निपटने के लिए शरीर को स्पंज करें, सामान्य तापमान वाले पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बुखार गंभीर कब होता है?
ज्यादातर लोगों को बुखार, संक्रमण के कारण होता है। शरीर में मौजूद बैक्टीरिया और जर्म्स को खत्म करने क लिए शरीर का तापमान बढ़ जाता है और इसे ही हम बुखार का नाम देते हैं। शरीर का सामान्य तापमान 98.6 F होता है। मयो क्लीनिक के मुताबिक, अगर बुखार 103 F तक जाता है, तो ज्यादा चिंता की बात नहीं है। लेकिन ये केवल वयस्कों के लिए है। 3 महीने या उससे कम उम्र के बच्चों के लिए इतना बुखार होना सामान्य नहीं है। अगर 3 महीने की उम्र वाले शिशुओं के शरीर का तापमान 100.4°F या उससे ज्यादा हो, तो डॉक्टर को दिखाएं। 6 माह से 2 साल तक की उम्र के बच्चों के शरीर का तापमान अगर 102°F या उससे ज्यादा है, तो उन्हें डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए।
ऊपर बताई टिप्स भी काम न आए, तो डॉक्टर से सलाह लें। बुखार की स्थिति में डॉक्टर की सलाह के बगैर दवाओं का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
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