
ज्यादातर भारतीय घरों में गुड़ का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है। कई लोग अपने खाने के बाद गुड़ खाना पसंद करते हैं, जबकि कई लोग गुड़ का सेवन अलग-अलग तरीकों से करते हैं। इतना ही नहीं कई मिठाइयों में भी गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। गुड़ को नेचुरल स्वीटनर के रूप में भी किया जाता है, जिसे रिफाइंड शुगर से कहीं ज्यादा पौष्टिक माना जाता है। गुड़ में आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। आयुर्वेद में भी गुड़ को कई औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है, जो न सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है। ऐसे में आइए आज के इस लेख में हम हरियाणा के सिरसा में स्थित रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों में गुड़ खाने के क्या फायदे, नुकसान और सेवन का तरीका है?
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गुड़ क्या है?
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं कि, आयुर्वेद में गुड़ को एक बहुत ही अहम आहार औषधि माना जाता है। गुड़ गन्ने के रस को पकाकर तैयार किया जाता है। जब गन्ने के रस को आग में पकाया जाता है, तो वह गाढ़ा होकर लुगदी की तरह हो जाता है और फिर जमकर ठोस बन जाता है, जिसे हम गुड़ के रूप में जानते हैं। संस्कृत में गुड़ को इक्षु विकार भी कहा गया है, जो सिर्फ मिठास देने वाला नहीं बल्कि शक्ति देने वाला, पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर होता है।
गुड़ की तासीर क्या है?
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा का कहना है कि, गुड़ का सेवन हर मौसम यानी गर्मी और सर्दी या बरसात हर ऋतु में किया जाता है। हालांकि इसका सेवन ठंड के मौसम में करना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसकी तासीर उष्ण यानी गर्म होता है, जो वात दोष को खत्म करने और पित्त को बहुत ज्यादा बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इसलिए, गुड़ खासतौर पर सर्दियों और ठंडे मौसम में ज्यादा फायदेमंद होता है।
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सर्दियों में गुड़ खाने के फायदे
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, सर्दियों में गुड़ का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि-
- गुड़ की गर्म तासीर शरीर को सर्दियों में गर्म रखने में मदद करता है।
- इसका सेवन वात दोष को संतुलित करने में मदद करता है, जो जोड़ों के दर्द, गैस और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है।
- गुड़ का सेवन पाचन शक्ति को बढ़ाता है और भोजन के बाद इसे खाने से खाना पचाने में मदद करता है।
- गुड़ खाने से खून साफ करने में मदद मिलती है और यह यूरिन को भी साफ करता है।
- गुनगुने पानी या दूध के साथ गुड़ का सेवन मल को साफ करने और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है।
- गुड़ का सेवन आपके शरीर की ताकत और एनर्जी को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे थकान दूर होती है।
गुड़ खाने के नुकसान
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के मुताबिक, गुड़ खाने के कई फायदे होते हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं, जिसमें-
- ज्यादा मात्रा में गुड़ का सेवन सर्दी-खांसी, जुकाम और बलगम की समस्या को बढ़ाता है।
- ज्यादा गुड़ का सेवन आपके शरीर में चर्बी बढ़ने का कारण बन सकता है, जो मोटापे को बढ़ाता है।
- जरूरत से ज्यादा गुड़ खाने से दांतों में कीड़े और पायरिया की समस्या बढ़ सकती है।
- गुड़ नेचुरल मीठा होता है, लेकिन फिर भी ज्यादा मात्रा में इसका सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक होता है।
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गुड़ कब नहीं खाना चाहिए?
आयुर्वेद के अनुसार कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में गुड़ का सेवन करने से परहेज करना चाहिए, जिसमें-
- तेज बुखार होने पर
- दमा, साइनस या ब्रोंकाइटिस जैसी समस्या होने पर
- दस्त की स्थिति में
- ज्यादा मोटापा होने पर
- दांतों में दर्द या सूजन होने पर
- बहुत ज्यादा प्यास लगने पर
गुड़ खाने का सही तरीका क्या है?
गुड़ का सेवन आप कई तरीकों कर सकते हैं, जैसे-
- खाना खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ खाने से पाचन क्रिया बेहतर रखने में मदद मिलती है।
- सर्दियों में अदरक या तिल के साथ गुड़ का सेवन वात और कफ संतुलन में मदद मिलती है।
- रात को सोने से पहले दूध में गुड़ मिलाकर पीने से कमजोरी और अनिद्रा की समस्या दूर होती है।
निष्कर्ष
गुड़ का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन अगर इसका सेवन सही समय, सही मात्रा और सही तरीके से किया जाए। गुड़ की तासीर गर्म होने के कारण सर्दियों में इसका सेवन आपके लिए बहुत लाभकारी होता है। इसलिए, आप सर्दियों में सीमित मात्रा में रोजाना अपनी डाइट में गुड़ शामिल कर सकते हैं।
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Dec 17, 2025 19:55 IST
Modified By : Katyayani TiwariDec 17, 2025 19:55 IST
Published By : Katyayani Tiwari