सर्दियों का मौसम अपने साथ ठंडक और बदलाव लेकर आता है, ऐसे में बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि आप डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जिनसे शरीर को पोषण मिले। सर्दियों में कई ऐसे फल और सब्जियां आती हैं जो सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। इस मौसम में मूली का सेवन विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह शरीर को ठंड से बचाती है। सर्दियों में मूली के सेवन से त्वचा पर भी निखार आता है, क्योंकि यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, सर्दियों में मूली का सेवन करने का सही तरीका क्या है?
मूली के आयुर्वेदिक गुण
डॉक्टर श्रेय ने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार, जो मूली पूरी तरह से तैयार होती है उसका सेवन पेट के लिए भारी हो सकता है और यह तीनों दोषों के बैलेंस को बिगाड़ सकती है। रोजाना खाने के लिए आप कच्ची कोमल मूली का सेवन करें, जो शरीर के तीनों दोषों को संतुलित करने का काम करती है। इसके पाचक गुण पेट को साफ रखते हैं और कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं। वहीं परिपक्व मूली बिना पकाए खाने से त्रिदोषकारक और पकाकर खाने से त्रिदोषहर बन जाती है। सर्दियों में मूली का नियमित सेवन शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है। इसके अलावा, मूली में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो सर्दियों में इंफेक्शन और सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से बचाव में सहायक होते हैं।
सर्दियों में मूली खाने का सही तरीका क्या है?
1. कच्ची मूली का सेवन
बाल मूली यानी जो मूली पूरी तरह से तैयार नहीं होती है और देखने में छोटी होती है उसका सेवन सेहत के लिए लाभकारी माना गया है। आयुर्वेद में सलाह दी जाती है कि अगर आप कच्ची मूली खाना पसंद करते हैं, तो अधपकी मूली चुनें क्योंकि यह तीखेपन में कम होती है और तीनों दोषों को संतुलित करने में मदद करती है।
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2. पकी या फर्मेंटेड मूली
सर्दियों में मूली का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे पकाकर या फर्मेंट करके खाया जाए। पकाई हुई मूली शरीर को आंतरिक गर्मी प्रदान करती है और पाचन में सहायक होती है। फर्मेंटेड मूली, जैसे अचार के रूप में, शरीर के लिए हल्की होती है और इसके लाभ लंबे समय तक बरकरार रहते हैं।
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3. मूली के साथ हेल्दी फैट
मूली के साथ घी या सरसों का तेल जैसे हेल्दी फैट का सेवन इसके पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार, फैट के साथ मूली का सेवन शरीर को पोषण प्रदान करता है और त्वचा में निखार लाने में भी सहायक होता है।
मूली का सेवन कब और कितना करना चाहिए?
सर्दियों में मूली का सेवन दिन के समय करना बेहतर माना गया है। रात में इसका सेवन पाचन में समस्या उत्पन्न कर सकता है। मूली का सेवन सीमित मात्रा में करें ताकि यह शरीर में गैस या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं न पैदा करे। मूली में विटामिन-सी, फाइबर और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। सर्दियों में इसका सेवन जुकाम, खांसी और सर्दी जैसी समस्याओं से भी सुरक्षा प्रदान करता है।
निष्कर्ष
सर्दियों में मूली का सेवन आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है बल्कि शरीर को गर्मी भी प्रदान करता है। मूली को पकाकर या फर्मेंट करके खाने से इसके लाभ बढ़ जाते हैं और हेल्दी फैट के साथ सेवन करने से इसका पोषण भी बढ़ता है।
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