Benefits Of Eating Radish In Jaundice In Hindi: पीलिया एक ऐसा रोग है, जो शरीर में बिलीरुबिन नाम के तत्व के बढ़ने से होता है। बिलीरुबिन का निर्माण ब्लड और सेल्स में होता है और लिवर द्वारा फिल्टर होकर शरीर से बाहर निकल जाता है। जब इसकी मात्रा शरीर में अधिक हो जाती है या फिर लिवर सही तरह से काम नहीं करता है और बिलीरुबिन फिल्टर नहीं हो पाता है, तब पीलिया जैसी घातक बीमारी हो जाती है। पीलिया या जॉन्डिस होने पर शरीर और आंखों का रंग पीला पड़ जाता है। इसके अलावा, बुखार होना, भूख न लगना, पेट दर्द होना, शरीर में जलन आदि भी पीलिया के लक्षण हैं। पीलिया होने पर डॉक्टर अक्सर सही डाइट को फॉलो करने को कहते हैं। आमतौर पर पीलिया होने पर मूली खाने की सलाह दी जाती है। तो क्या वाकई पीलिया में मूली खाना फायदेमंद होता है? इस लेख में हम जानेंगे कि पीलिया में मूली खाने से किस तरह के फायदे होते हैं। साथ ही, जानेंगे कि इसे डाइट का हिस्सा कैसे बना सकते हैं। इस संबंध में हमने डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की है।
मूली को अपनी डाइट में कैसे करें शामिल- How To Add Radish in Your Diet In Jaundice
अमूमन, हमारे यहां मूली को सब्जी या दाल में खाया जाता है। लेकिन, जॉन्डिस होने पर मसालेदार चीजें खाने की मनाही होती है। इस दौरान, बिल्कुल लाइट चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए। वहीं, मूली को पीलिया होने पर डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। आप चाहें, तो मूली का जूस पी सकते हैं, इसे सलाद में खा सकते हैं या फिर रोजाना सुबह उठकर एक कच्ची मूली धोकर खा सकते हैं। मूली का जूस बनाने के लिए आप इसके पत्तों को पहले अच्छी तरह धो लें। अब इसे ग्राइंडर में पीस लें। आपके सामने बेहतरीन जूस तैयार है। इसे आप फ्रेश पी लें। फ्रेश मूली का जूस स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। हालांकि, जॉन्डिस से रिकवरी के लिए आपको अन्य जरूरी चीजों को भी डाइट का हिस्सा बनाना होगा और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाईयों का सेवन भी करना होगा। तभी आपकी रिकवरी सही तरह से और सही समय पर हो सकेगी।
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जॉन्डिस में मूली खाने के फायदे- Benefits Of Eating Radish In Jaundice
बिलीरुबिन का स्तर कम होता हैः अगर जॉन्डिस होने पर आप जरूरी मात्रा में और एक्सपर्ट द्वारा निर्देश अनुसार रोजाना इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं, तो बिलीरुबिन का स्तर में कमी देखी जा सकती है। असल में, मूली बिलीरुबिन को रिमूव करेने का काम करता है यानी शरीर से येलो पिग्मेंटेशन को निकाल बाहर करता है। इस तरह, मूली के सेवन से पीलिया की असली वजह को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
शरीर से टॉक्सिंस निकालता हैः मूली विटामिन-सी, विटामिन-के और फोलेट जैसे न्यूट्रिएंट्स का अच्छा स्रोत है। नियमित रूप से मूली का सेवन करने से शरीर डिटॉक्स होता है और शरीर में मौजूदा वेस्ट तथा टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं। जॉन्डिस में शरीर में टॉक्सिंस की मात्रा बढ़ जाती है। वहीं, अगर शरीर डिटॉक्स हो जाए, तो पीलिया से रिकवरी में मदद मिलती है।
लिवर हेल्थ में सुधार करता हैः पीलिया लिवर से जुड़ी बीमारी है। ऐसे में लिवर की हेल्थ में सुधार कर आप पीलिया से रिकवरी कर सकते हैं। मूली में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इनमें विटामिन-सी, एंथोसायनिन और सल्फोराफेन शामिल हैं। विटामिन-सी एक बहुत ही प्रभावशाली एंटीऑक्सिडेंट है, जो कि लिवर को टॉक्सिंस से बचाता है। इस तरह, यह आपके लिवर की क्षमता को बेहतर बनाकर जॉन्डिस से रिकवरी में मदद करता है।
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