इन 6 समस्याओं का आसान घरेलू इलाज है मूली, जानें इस्तेमाल का तरीका

सलाद और अचार बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली मूली सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है, इसके इस्तेमाल से शरीर की इन 6 समस्याओं में फायदा मिलता है।
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इन 6 समस्याओं का आसान घरेलू इलाज है मूली, जानें इस्तेमाल का तरीका

भारत के लगभग हर रसोई में मूली (Radish or Mooli) का इस्तेमाल किसी न किसी रूप में जरूर किया जाता है। ज्यादातर लोग इसे मामूली सब्जी समझते हैं। मूली का इस्तेमाल सलाद और अचार बनाने में सबसे ज्यादा किया जाता है, इसे गार्निश के रूप में भी उपयोग में लाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि मामूली सी दिखने वाली आयुर्वेद में औषधि के रूप में जानी जाती है। मूली के इस्तेमाल से आप सेहत से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। मूली में मौजूद तत्व कई समस्याओं में दवा के रूप में काम करते हैं। आइये जानते हैं आयुर्वेद के मुताबिक मूली के इस्तेमाल से होने वाले फायदे के बारे में।

मूली में मौजूद पोषक तत्व (Radish Nutrition)

Health-Benefits-of-Radish

मूली में सेहत के लिए फायदेमंद कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। सलाद के साथ-साथ तमाम रेसिपी को तैयार करने में इस्तेमाल की जाने वाली मूली सेहत के लिए किसी खजाने से कम नहीं है। मूली में तमाम खनिज और विटामिन आदि मौजूद होते हैं जो कैंसर जैसी घातक बीमारी से लेकर सर्दी और जुकाम में भी बहुत फायदेमंद होते हैं। मूली में मौजूद प्रमुख पोषक तत्व इस प्रकार हैं।

  • राइबोफ्लेविन
  • नियासिन
  • पोटैशियम
  • फोलेट
  • कैल्शियम
  • मैग्नीशियम
  • विटामिन बी-6
  • विटामिन के
  • जस्ता
  • फास्फोरस
  • तांबा
  • मैंगनीज
  • सोडियम
  • फोलिक एसिड

मूली के इस्तेमाल से होने वाले फायदे (Health Benefits of Radish)

शरीर की समस्याओं और बीमारियों में मूली का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में इसका प्राचीन काल से ही इस्तेमाल बीमारियों के निदान के लिए किया जाता रहा है। मूली के इस्तेमाल से इन 6 समस्याओं में तुरंत फायदा मिलता है।

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1. सूजन की समस्या में मूली का इस्तेमाल (Radish to Reduce Inflammation)

सूजन की समस्या में मूली का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद माना जाता है। मूली में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को जड़ से खत्म करने का काम करते हैं। शरीर में किसी भी प्रकार की सूजन होने पर मूली के बीज का इस्तेमाल किया जाता है। लगभग 1 से 2 ग्राम मूली के बीजों को 5 ग्राम काले तिल के साथ लें। इससे सूजन की समस्या में बहुत फायदा मिलता है। आप दिन में दो से तीन बार इसका सेवन कर सकते हैं।

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2. हिचकी की समस्या में मूली का सेवन (Radish Benefits in Relief from Hiccup)

हिचकी की समस्या बहुत परेशान करने वाली समस्या होती है। लगतार हिचकी आने की समस्या में आप मूली का इस्तेमाल कर सकते हैं। हिचकी को दूर करने के लिए मूली बहुत फायदेमंद भी मानी जाती है। आप हिचकी की परेशानी से निजात पाने के लिए मूली के जूस या सूखी मूली के काढ़े का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप 100 मिली मूली के जूस का सेवन दिन में 1 से 2 घंटे के बाद तीन से चार बार करें। ऐसा करने से हिचकी की समस्या दूर होती है।

3. आंख की बीमारी में मूली का इस्तेमाल (Radish for Eye Disorder) 

आंखों से जुड़ी कई बीमारियों को दूर करने के लिए मूली का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जा रहा है। आंखों से जुड़ी किसी भी समस्या में मूली के रस का इस्तेमाल आयुर्वेद के मुताबिक बहुत फायदेमंद होता है। अगर आपकी आंखों में जलन या इन्फेक्शन की समस्या है तो इसमें मूली के रस का इस्तेमाल फायदा देता है। मूली के रस को काजल की तरह से आंखों में लगाने से फायदा मिलता है।

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4. पाइल्स की समस्या में मूली का सेवन (Radish to Cure Piles)

पाइल्स या बवासीर की समस्या में मूली का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। पाइल्स की समस्या से ग्रसित मरीजों को नियमित रूप से मूली के सेवन की सलाह दी जाती है। मूली में मौजूद फाइबर पाइल्स की समस्या में बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके सेवन से पाचन तंत्र को भी लाभ मिलता है। मूली में पाए जाने वाले तत्व बवासीर की समस्या में फायदेमंद होते हैं।

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5. खांसी और सर्दी की समस्या में मूली का इस्तेमाल (Radish to Cure Cold and Cough)

सर्दी और खांसी की समस्या में मूली को रामबाण माना जाता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल सर्दी और खांसी दूर करने के लिए सदियों से किया जा रहा है। खांसी की समस्या से निजात पाने के लिए मूली को छाया में सुखाकर इसका पाउडर बना लें। अब मूली के 1 ग्राम पाउडर का रोजाना सेवन करें। इससे वात दोष की वजह से होने वाली खांसी की समस्या में फायदा मिलेगा। वहीं सर्दी के निजात पाने के लिए कच्ची मूली के जूस का सेवन करें।  

6. पीलिया की समस्या में मूली का इस्तेमाल (Radish to Cure Jaundice)

पीलिया की समस्या में मूली का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद माना जाता है। पारंपरिक चिकित्सा में इसका इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। पीलिया की समस्या से निजात पाने के लिए कच्ची मूली और इसके पत्तों का सेवन करें। मूली के ताजे पत्तों को काटकर उनके पेस्ट को दूध में उबाल लें। इसे उबलने के बाद रोजाना इसका सेवन करें। इससे पीलिया की समस्या कुछ ही दिनों में दूर हो जाएगी।

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ऊपर बताये गए फायदों के अलावा मूली का इस्तेमाल सेहत के लिए कई मायनों में बहुत फायदेमंद होता है। मूली के इस्तेमाल से पथरी की समस्या से लेकर किडनी और खून से जुड़ी समस्याओं में भी फायदा मिलता है। इसका नियमित सेवन दांतों की सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है। किसी बीमारी या एलर्जी की स्थिति में मूली का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लें।

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