
जब डायाफ्राम पर दबाव पड़ता है तो हिचकी पैदा होती है। ये वो मांसपेशियां होती है जो छाती को पेट से अलग करती हैं। ये मांसपेशियां सांसनली से संबंधित महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन मांसपोशियों पर दवाब पड़ने से वोकल कॉर्ड्स अचानक बंद हो जाता है और हिच जैसी ध्वनि निकलती है। हिचकी शरीर में किसी भी कारण से पैदा हो सकती है। जैसे- ज्यादा भोजन खाने पर, शरीर में पानी की कमी हो जाने पर, शराब पीने पर, कार्बोनेटेड युक्त पेय पदार्थ का सेवन ज्यादा करने पर। इसके अलावा हिचकी कुछ ऐसे लक्षणों में से भी एक है जो यह दर्शाते हैं कि आपको कोई चिकित्सीय परेशानी है। ऐसे में आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि हिचकी आने की वजह क्या है और साथ ही हम आयुर्वेदाचार्य जानेंगे कि इसके घरेलू उपाय क्या हैं? पढ़ते हैं आगे...
हिचकी आने के कारण (Causes of Hiccups)
हिचकी आने के पीछे दो तरह के कारण छिपे हो सकते हैं। एक कारण 48 घंटे से कम समय पर हिचकी आने के हैं और दूसरे 48 घंटे के बाद भी लगातार हिचकी आने के हैं। जानते हैं इनके बारे में...
अगर आप की हिचकी 48 घंटे से पहले बंद हो जाती है तो इसके आने के कारण-
1- अत्यधिक खाना खाने पर
2- शरीर के तापमान में बदलाव होने पर
3- बहुत ज्यादा शराब पीने पर
4- कार्बोनेटेड युक्त पेय पदार्थ के कारण
5- ज्यादा मात्रा में पानी पीने से
6- किसी कारणवश उत्तेजित होने से या तनाव महसूस करने के कारण
7- कभी-कभी हवा निगलने से भी हिचकी महसूस होती है।
अगर हिचकी 48 घंटे से ज्यादा समय तक आए तो उसके पीछे निम्न कारण हो सकते हैं-
लंबे समय तक हिचकी आने के पीछे वैगस नसों में जलन या हानि हो सकती है। बता दें कि यह नसे डायाफ्राम मांसपेशियों के काम में मदद करती हैं। इन नसों में हानि या जलन के पीछे...
8- गले में खराश आने के कारण गले में सूजन हो सकती है
9- गैस्ट्रोएसोफागीयल रिफ्लक्स या पाचन संबंधित रोग हो सकता है
10- फिर आपकी गर्दन में किसी प्रकार का ट्यूमर या गांठ हो सकती है।
बता दें जब केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में कैंसर हो जाता है या संक्रमण या चोट लगती है तो इससे होने वाले नुकसान के कारण हिचकी को नियंत्रित नहीं किया जा सकता। इसके पीछे अनेक कारण होते हैं-
11- ट्यूमर
12- स्ट्रोक
13- मस्तिष्क में चोट
14- मेनिनजाइटिस
15- एन्सेफेलाइटिस
16- मल्टीपल स्क्लेरोसिस
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अन्य कारण
लंबे समय तक हिचकी आने के पीछे निम्न कारण भी हो सकते हैं
17 - मधुमेह
18- गुर्दे की बीमारी
19- तनाव को दूर करने वाली दवा का सेवन करने पर
20- शराब की लत के कारण
21- बेहोशी के कारण
22- इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के कारण
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हिचकी के घरेलू उपाय (home Remedies for Hiccups)
1- पीनट बटर से दूर करें हिचकी
पीनट बटर प्रकृति में थोड़ा चिपचिपा होता है जिसे निगलने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। यदि आपको हिचकी आ रही है तो ऐसे में आप एक चम्मच बटर खाएं। ऐसे में आपकी मांसपेशियों उसे निगलने में लग जाएंगी और आपकी इसकी कम हो जाएगी।
2- ठंडे पानी से गरारे करने पर
अगर आप ठंडे पानी से गरारे करते हैं तो इससे आपकी मांसपेशी शांत हो जाती हैं। ऐसे में डायाफ्राम में आई अकड़न कम हो जाती है और हिचकियां दूर हो जाती हैं।
3- नींबू के माध्यम से दूर हो सकती है हिचकी
नींबू के अंदर हिचकी को दूर करने के गुण पाए जाते हैं। ऐसे में अगर आप नींबू को चूसते हैं तो यह एक अच्छा उपाय है। यदि आप हिचकी को दूर करने के लिए नींबू का उपाय अपना रहे हैं तो इसे दिन में 2 बार से ज्यादा ना करें वरना इससे दांत प्रभावित हो सकते हैं।
4- पानी के सेवन से दूर करें हिचकी
अकसर आपने देखा होगा जब भी हमें हिचकी आती है तो हम अधिक मात्रा में पानी पी लेते हैं। यह एक बेहद कारगर उपाय है। ऐसा करने से गले की मांसपेशियों को शांति मिलती है और हिचकियां दूर हो जाती हैं। ऐसे में जब भी आपको हिचकी आए तो सबसे पहले पानी का सेवन करें।
ये लेख महर्षि आयुर्वेद के चिकित्सा अधीक्षक, डॉक्टर सौरभ शर्मा द्वारा दिए गए इनपुट्स पर बनाया गया है।