आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारे पैर न केवल पूरे दिन एक्टिव रहते हैं, बल्कि पैरों पर मौसम के बदलते प्रभावों का भी असर पड़ता है। खासकर सर्दियों के मौसम में, पैरों की त्वचा में रूखापन, दरारें और खुरदुरापन बढ़ने लगता है। इससे न केवल पैर देखने में खराब लगते हैं, बल्कि इनमें दर्द, जलन और फटी एड़ियों की समस्या भी हो जाती है, जो आगे चलकर इंफेक्शन का कारण बन सकती है। पैरों की त्वचा को हेल्दी और मुलायम बनाए रखने के लिए नियमित देखभाल और सही उपाय अपनाना बेहद जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, प्राकृतिक तेलों और जड़ी-बूटियों से पैरों की देखभाल करने से न केवल इनकी त्वचा में नमी और कोमलता बनी रहती है, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है, जिससे पैरों की थकान दूर होती है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, पैरों को मुलायम और हेल्दी बनाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं?
पैरों को मुलायम बनाने के आयुर्वेदिक उपाय
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही पैरों की त्वचा खुरदुरी और फटी हुई नजर आने लगती है। त्वचा में नमी की कमी और ठंडी हवा के चलते एड़ियों में दर्द, जलन और दरारें भी हो सकती हैं। ऐसे में हम आपको बताएंगे तीन ऐसे आयुर्वेदिक उपचार, जिनसे पैरों की त्वचा को पोषण मिलेगा और वे मुलायम बने रहेंगे।
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1. गर्म तेल से पैरों की मालिश करें
आयुर्वेद के अनुसार, गर्म तेल से पैरों की मालिश करने से त्वचा को नमी मिलती है और पैरों का रक्त संचार यानी ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। यह उपाय खासतौर से उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनकी त्वचा ड्राई होती है और जिनकी एड़ियां फटने लगती हैं। आप इस मालिश के लिए तिल का तेल, नारियल का तेल या सरसों का तेल चुन सकते हैं।
कैसे करें मालिश?
हल्का गर्म तेल लेकर उसे हाथों पर लगाएं और धीरे-धीरे पैरों की मालिश करें।
रोज रात को सोने से पहले 5-10 मिनट तक यह मालिश करें। इससे त्वचा में नमी बनी रहती है, जिससे दरारें भी नहीं पड़ती हैं।
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2. चावल के आटे और शहद से एक्सफोलिएट करें
पैरों की मृत त्वचा यानी डेड स्किन हटाने के लिए नियमित रूप से एक्सफोलिएशन करना जरूरी है। चावल का आटा और शहद, दोनों ही प्राकृतिक तत्व हैं जो त्वचा को साफ और कोमल बनाने में मदद करते हैं। चावल का आटा हल्के-हल्के स्क्रब का काम करता है, जबकि शहद एंटी-बैक्टीरियल होता है और त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करता है।
कैसे करें इस्तेमाल?
- 1 चम्मच चावल का आटा और 1 चम्मच शहद मिलाकर पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को पैरों पर लगाएं और हल्के-हल्के स्क्रब करें।
- 10 मिनट बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।
- सप्ताह में 2-3 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं, जिससे आपको लाभ मिलेगा।
3. घी या नारियल तेल से मॉइश्चराइजर करें
पैरों की त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए उन्हें मॉइश्चराइज करना जरूरी है। घी और नारियल का तेल दोनों ही प्राकृतिक मॉइश्चराइजर हैं, जिनमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। घी त्वचा को नमी देता है और उसे मुलायम बनाए रखने में मदद करता है, जबकि नारियल का तेल पैरों की फटी एड़ियों में आराम पहुंचाता है।
निष्कर्ष
पैरों की त्वचा को हेल्दी और मुलायम बनाए रखने के लिए इन आयुर्वेदिक उपचारों को अपनाना बेहद लाभदायक हो सकता है। गर्म तेल से मालिश, चावल के आटे और शहद से एक्सफोलिएशन और नारियल तेल या घी से मॉइश्चराइज करने से पैरों की त्वचा को नमी और पोषण मिलता है। आयुर्वेद में बताए गए ये प्राकृतिक उपचार त्वचा की समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं।
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