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फैटी लिवर में पिएं गिलोय और अदरक का काढ़ा, परेशानी होगी कम

Giloy and Ginger Kadha benefits in fatty liver : आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, गिलोय और अदरक का काढ़ा पीने से फैटी लिवर में होने वाली परेशानियों को कम किया जाता है।
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फैटी लिवर में पिएं गिलोय और अदरक का काढ़ा, परेशानी होगी कम


Giloy and Ginger Kadha benefits in fatty liver : पिज्जा, बर्गर, नूडल्स, चिप्स और कई तरह के कोल्ड ड्रिंक खाने-पीने में जितना स्वाद को लुभाते हैं। उससे कहीं ज्यादा लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं। पिज्जा, चिप्स और बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड फूड में हाई फैट होता है, जो लिवर में वसा की मात्रा को बढ़ाता है। इस तरह की चीजें खाने से फैटी लिवर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।

फैटी लिवर में पाचन खराब, थकान, पेट में भारीपन, भूख कम लगना, वजन घटना, लिवर में सूजन की परेशानी (Symptoms of Fatty Liver) देखी जाती है। इस प्रकार की परेशानियों को दूर करने के लिए अक्सर लोग विभिन्न प्रकार की दवाएं खाते हैं। फैटी लिवर में ली जाने वाली एलोपैथिक दवाइयां सिर्फ इसके लक्षणों को कम करती हैं। जबकि आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में फैटी लिवर को जड़ से खत्म करने के कई उपाय बताए गए हैं। इन्हीं में से एक है गिलोय और अदरक का काढ़ा (Giloy and Ginger Kadha)। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं फैटी लिवर में गिलोय और अदरक का काढ़ा कैसे फायदेमंद है।

फैटी लिवर क्या है? - What is Fatty Liver

दिल्ली की आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, फैटी लिवरवह स्थिति है जिसमें लिवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त मात्रा में फैट जमा होने लगता है। फैटी लिवर का इलाज समय पर न किया जाए तो यह लिवर फाइब्रोसिस, लिवर सिरोसिस और गंभीर मामले में लिवर कैंसर का कारण बन सकता है।

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फैटी लिवर होने के कारण- Causes of fatty liver

  • ज्यादा तैलीय, जंक, प्रोसेस्ड और मीठे फूड खाने की वजह से
  • ज्यादा शराब पीने से
  • मोटापे और डायबिटीज की वजह से
  • हार्मोनल असंतुलन और तनाव

फैटी लिवर में गिलोय के फायदे- Benefits of Giloy in Fatty Liver

- आयुर्वेदिक डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि गिलोय को आयुर्वेद में ‘अमृता’ कहा गया है, यानी अमृत के समान औषधि। गिलोय शरीर के तीन दोष वात, पित्त, कफ को संतुलित करती है।

- गिलोय को विभिन्न प्रकार से खाने में शामिल करने से लिवर की सूजन कम होती है। गिलोय के हेपेटोप्रोटेक्टिव (Liver-protection) गुण लिवर की कोशिकाओं का पुनर्निर्माण करता है, इससे फैटी लिवर के लक्षण कम होते हैं।

- गिलोय खून को भी शुद्ध करता है, जिससे लिवर पर पड़ने वाला दबाव कम होता है और फैटी लिवर की समस्या दूर होती है।

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फैटी लिवर में अदरक के फायदे- Benefits of ginger in fatty liver

- आयुर्वेद के अनुसार, अदरक में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। अदरक लिवर में जमा अतिरिक्त फैट को मूत्र के जरिए बाहर निकालता है। इससे फैटी लिवर के लक्षण कम होते हैं।

- अदरक के एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण लिवर एंजाइम को संतुलित करके, शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालते है। जिससे लिवर की सूजन और दर्द कम होता है।

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फैटी लिवर में गिलोय और अदरक के काढ़े के फायदे- giloy and ginger kadha benefits in fatty liver

- आयुर्वेदिक डॉक्टर का कहना है कि गिलोय और अदरक के पोषक तत्व जब एक साथ मिलते हैं, तो फैटी लिवर की चर्बी तेजी से कम होती है। अदरक के एंटी इंफ्लेमेटरी और गिलोय के एंटीऑक्सीडेंट लिवर की सूजन को कम करते हैं। इससे फैटी लिवर दर्द और सूजन की परेशानी दूर होती है।

- गिलोय और अदरक के तत्व पाचन तंत्रिका और मेटाबॉलिज्म की कार्यक्षमता को सुधारते हैं। इससे फैटी लिवर में होने वाला दर्द कम होता है।

- ये काढ़ा शरीर से पर्याप्त मात्रा में टॉक्सिन को बाहर निकलाता है। इससे लिवर की कार्यक्षमता सुधरती है और विभिन्न प्रकार की परेशानियां कम होती हैं।

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कैसे बनाएं गिलोय और अदरक का काढ़ा- Giloy and Ginger Kadha Recipe 

फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाने वाले गिलोय और अदरक के काढ़े आप आसानी से ही घर पर बना सकते हैं और पी सकते है।

काढ़ा बनाने के लिए सामग्री

  • गिलोय की ताजी डंडी - 4 से 5 पीस
  • ताजा अदरक - 1 इंच टुकड़ा
  • तुलसी के पत्ते - 5-6
  • काली मिर्च - 1 -2 पीस
  • पानी 1 गिलास

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काढ़ा बनाने का तरीका

गिलोय की डंडी को अच्छे से धोकर छोटे टुकड़ों में काट लें। अदरक को छीलकर कूट लें।

एक पैन में 2.5 कप पानी डालें। उसमें गिलोय, अदरक और काली मिर्च डालकर उबालें।

धीमी आंच पर 10–15 मिनट तक उबालें जब तक पानी आधे से भी कम न रह जाए।

इसे छानकर एक कप में निकाल लें और गुनगुना ही सिप-सिप करके दिन में एक बार पिएं।

आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, गिलोय और अदरक का काढ़ा सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले पीना चाहिए।

डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए गिलोय और अदरक का काढ़ा पीने के साथ-साथ खाने पर सयंम बनाना जरूरी है। खाने में संभवतः ताजे फल, हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त फूड्स को प्राथमिकता दें। तेल, मसाले और शराब से दूरी बनाकर रखें।

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निष्कर्ष

गिलोय और अदरक का काढ़ा न केवल फैटी लिवर जैसी गंभीर स्थिति में राहत देता है, बल्कि यह संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। गिलोय और अदरक का काढ़ा संतुलित आहार, योग और सही जीवनशैली के साथ लिया जाए, तो फैटी लिवर को ठीक करने में मदद मिल सकती है।

FAQ

  • फैटी लिवर को ठीक करने का सबसे तेज तरीका क्या है?

    फैटी लिवर को ठीक करने का सबसे तेज तरीका है खाने में संतुलन बनाना। रोजाना के खाने में कम फैट वाला, प्रोटीन, फाइबर और आयरन से भरपूर खाने से फैटी लिवर की परेशानी कम होती है। फैटी लिवर जैसी गंभीर समस्या से बचाव के लिए शराब और सिगरेट से परहेज करना जरूरी है।
  • फैटी लिवर से क्या-क्या दिक्कत होती है?

    फैटी लिवर में पाचन खराब, थकान, पेट में भारीपन, भूख कम लगना, वजन घटना, लिवर में सूजन की दिक्कत होती है। अगर आपको लगातार खराब पाचन, थकान और भूख कम लगने की परेशानी हो रही है, तो ये फैटी लिवर हो सकता है।
  • फैटी लिवर का पहला चरण क्या है?

    फैटी लिवर का पहला चरण "साधारण फैटी लिवर" है। इस चरण में लिवर में सिर्फ फैट की मात्रा जमा होती है। 

 

 

 

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