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क्या वायु प्रदूषण के कारण महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभावित होती है? जानें डॉक्टर से

Can Air Pollution Affect Women Fertility : वायु प्रदूषण के कारण श्वसन तंत्र और हार्ट प्रॉब्लम का खतरा तो बढ़ता ही है। लेकिन सवाल ये है कि क्या ये महिलाओं की फर्टिलिटी को भी प्रभावित कर रहा है?
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क्या वायु प्रदूषण के कारण महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभावित होती है? जानें डॉक्टर से

Can Air Pollution Affect Women Fertility : आज के समय में सिर्फ बड़े शहरों ही नहीं बल्कि गांव और कस्बों में भी वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है। वायु प्रदूषण के कारण श्वसन तंत्र और हार्ट प्रॉब्लम का खतरा बढ़ रहा है। इतना ही नहीं वायु प्रदूषण के कारण डायबिटीज, थायराइड और अस्थमा के रोगियों की स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ रही हैं। ऐसे में यह सवाल उठना भी लाजिमी है कि क्या वायु प्रदूषण के कारण महिलाओं की फर्टिलिटी पर भी असर पड़ता है? आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब मुंबई के फोर्टिस एसोसिएट के एस एल रहेजा हॉस्पिटल के कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. भारत भोसले से (Dr. Bharat Bhosale, Consultant Medical Oncologist, S L Raheja Hospital- A Fortis Associate)।

 

वायु प्रदूषण के कारण फर्टिलिटी प्रभावित होती है पर क्या कहती है स्टडी- What Study Says about Fertility and Air Pollution Connection

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर प्रकाशित एक स्टडी बताती है कि विट्रो और विवो अध्ययनों से पता चला है कि वायु प्रदूषण अंतःस्रावी विघटनकर्ता के रूप में कार्य कर सकते हैं। इसकी वजह से ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ता है। तनाव सिर्फ महिलाओं की ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी फर्टिलिटीको प्रभावित करता है। स्टडी बताती है कि प्रदूषण के कारण हवा में मौजूद सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड गर्भपात का खतरा बढ़ता है। इतना ही नहीं वायु प्रदूषण के कारण फर्टिलिटी भी कम होती है।

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क्या वायु प्रदूषण के कारण महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभावित होती है?- Can Air Pollution Affect Women Fertility in hindi

इस विषय पर डॉ. भारत भोसले का कहना है कि प्रदूषण के कारण हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 कण होते हैं। ये छोटे कण सांस के जरिए पहले फेफड़ों और फिर ब्लड फ्लो में पहुंचते हैं। खून में प्रदूषण के कण पहुंचने के बाद हार्मोनल असंतुलन होता है, जो ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्ग) प्रक्रिया को प्रभावित करता है। बड़े शहरों में फैक्ट्रियों और गाड़ियों से निकलने वाला धुआं गैस एंडोमेट्रियल (गर्भाशय की अंदरूनी परत) की सेहत पर असर डालता है। इसकी वजह से गर्भधारण करने में परेशानी होती है।

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स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि प्रदूषण के कारण हवा में मौजूद रसायन ओवेरियन रिजर्व (अंडाशय में अंडाणुओं की संख्या) को कम कर सकता है, जिससे महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभावित होती है। इसकी वजह से महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है।

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वायु प्रदूषण के कारण महिलाओं को होने वाली समस्याएं- Problems Faced by Women Due to Air Pollution

ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. भारत भोसले के अनुसार, वायु प्रदूषण के कारण सिर्फ महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभावित नहीं होती है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बनती है। आइए जानते हैं वायु प्रदूषण के कारण महिलाओं को कौन-कौन सी और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं?

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PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) : लंबे समय तक वायु प्रदूषण में रहने की वजह से महिलाओं को पीसीओएस की समस्या हो सकती है। पीसीओएस की समस्या की वजह से भी महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी आती है।

गर्भपात का खतरा : वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से गर्भपात या समय से पहले प्रसव का जोखिम भी बढ़ता है।

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निष्कर्ष

वायु प्रदूषण महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित करता है। इससे बचाव के लिए महिलाओं को व्यक्तिगत स्तर पर महत्वपूर्ण कदम उठाने की जरूरत होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि महिलाओं को वायु प्रदूषण के प्रभाव से बचाव करने के लिए मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही, डाइट व बेहतर लाइफस्टाइल के जरिए भी वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

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