क्या आप भी अपने आसपास ज्यादा मोटे लोगों को नोटिस कर रहे हैं? क्या आपने मोटापे से जूझ रहे परिवारों की बढ़ती संख्या पर गौर किया है? यह केवल लाइफस्टाइल की लापरवाही नहीं, बल्कि एक गहरी स्वास्थ्य चुनौती है। आजकल बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में यह स्थिति देखी जा रही है। हाल ही में एक स्टडी सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि हर 5 में से 1 भारतीय परिवार, मोटापे का शिकार है।
लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि परिवार के भीतर जब सभी सदस्य एक जैसे खानपान, दिनचर्या और आदतों को अपनाते हैं, तो मोटापा एक साथ पूरे परिवार को घेर लेता है। देर रात का खाना, जंक फूड की आदत, स्क्रीन टाइम में इजाफा और शारीरिक गतिविधियों की कमी इसके पीछे बड़ी वजहें हैं। परिवारों में मोटापा केवल एक दिखने की समस्या नहीं, बल्कि यह हृदय रोग, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बन जाता है। समय रहते अगर खानपान और दिनचर्या में बदलाव नहीं किया गया, तो यह समस्या आने वाले समय में और भयावह रूप ले सकती है। ऐसे ही चिंताजनक बातों का खुलासा नई स्टडी में किया है, आइए जानते हैं क्या कहती है स्टडी।
हर 5 में से 1 परिवार है मोटापे का शिकार- 1 Out of Every 5 Family is Suffering From Obesity
राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम एवं अनुसंधान संस्थान (NICPR), टेरी स्कूल ऑफ एडवांस्ड स्टडीज और सिम्बायोसिस जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक ताजा रिसर्च में यह चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है कि भारत में हर 5 में से एक परिवार ऐसा है, जहां सभी वयस्क सदस्य मोटापे या ज्यादा वजन की श्रेणी में आते हैं। इस रिसर्च में पाया गया कि करीब 20 % परिवार ऐसे हैं, जिनमें मोटापा (Obesity) एक सामान्य पारिवारिक स्थिति बन चुका है। रिसर्च यह भी दर्शाती है कि शहरी परिवारों में मोटापे की दर ग्रामीण परिवारों के मुकाबले दोगुनी है। इसका कारण है- शहरी जीवनशैली में शारीरिक मेहनत का अभाव, प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन और मानसिक तनाव।
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इन राज्यों में है सबसे गंभीर स्थिति
इस सर्वे के मुताबिक, तमिलनाडु, मणिपुर, केरल, सिक्किम और पंजाब जैसे राज्यों में हालात और भी गंभीर हैं। इन राज्यों में हर तीसरे घर में सभी वयस्क सदस्य मोटापे से प्रभावित पाए गए हैं। यह दर्शाता है कि इन क्षेत्रों में या, तो लोग ज्यादा कैलोरी का सेवन कर रहे हैं, या फिर जीवनशैली एक्टिव नहीं है। इन राज्यों में खाने में ज्यादा तेल, घी और चीनी का इस्तेमाल, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और आरामदायक दिनचर्या मोटापे को बढ़ावा दे रही है।
मोटापा क्या है?- What is Obesity
मोटापा (Obesity) एक ऐसी स्थिति है, जब शरीर में फैट, ज्यादा मात्रा में जमा हो जाता है, जो न सिर्फ आपके शरीर की बनावट को प्रभावित करती है, बल्कि सेहत के लिए भी खतरा बन जाती है। इसे एक बीमारी भी माना जाता है, क्योंकि यह कई गंभीर रोगों जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, जोड़ों का दर्द और यहां तक कि कुछ कैंसर का खतरा भी बढ़ाता है।
- मोटापा मापने के लिए बीएमआई (Body Mass Index) का इस्तेमाल किया जाता है।
- अगर किसी व्यक्ति का बीएमआई 25 से ज्यादा हो, तो वह ओवरवेट कहलाता है।
- अगर बीएमआई 30 या उससे ज्यादा हो जाए, तो उसे मोटापा (Obesity) माना जाता है।
परिवारों में मोटापा क्यों बढ़ रहा है?- Why Obesity is Increasing in Families
- मोटापा सिर्फ खाने से नहीं, पूरी दिनचर्या के असंतुलन के कारण होता है।
- एक जैसे खाने-पीने की आदतें (जैसे जंक फूड, मीठा, बाहर का खाना)।
- एक ही तरह की निष्क्रिय दिनचर्या (टीवी देखना, मोबाइल पर घंटों बिताना)।
- फिजिकल एक्टिविटी की कमी (ना टहलना, ना एक्सरसाइज करना)।
- नींद का समय और स्लीप क्वॉलिटी को बिगड़ना।
- तनाव और इमोशनल ईटिंग हैबिट्स (Emotional Eating)।
- जब ये आदतें पूरे परिवार में समान हों, तो मोटापा भी सामूहिक रूप से पैर पसारता है।
मोटापे से होने वाले स्वास्थ्य जोखिम- Health Hazards of Obesity
जब पूरा परिवार मोटापे की गिरफ्त में होता है, तो बीमारियों का जोखिम भी सामूहिक रूप से बढ़ जाता है-
- टाइप-2 डायबिटीज
- हृदय रोग
- हाई बीपी
- सोते समय सांस में रुकावट (Sleep Apnea)
- जोड़ों में दर्द और अर्थराइटिस
- मोटापा मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है और पारिवारिक संतुलन बिगाड़ सकता है।
इस बढ़ते मोटापे का समाधान क्या है?- Solution For Increasing Obesity Trend
इस स्थिति से निपटने के लिए परिवार के लेवल पर पहल करना जरूरी है-
- एक साथ हेल्दी डाइट अपनाना (फ्रेश सब्जियां, फल, कम तेल-घी का सेवन)।
- फैमिली वॉक या योग जैसी गतिविधियां नियमित करना।
- बाहर के खाने और जंक फूड पर कंट्रोल करना।
- टीवी और मोबाइल का समय सीमित करना।
- बच्चों को एक्टिविटी में शामिल करना।
- हफ्ते में 1 बार फैमिली फिटनेस चेक-इन करना।
- परिवार को एक साथ जागरूक बनाना ही सबसे असरदार इलाज है।
मोटापा अब केवल एक व्यक्ति की परेशानी नहीं, यह एक सामाजिक और पारिवारिक स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है। जिस तरह रिसर्च में सामने आया है कि हर 5 में से 1 परिवार मोटापे से जूझ रहा है, यह हमारी जीवनशैली और स्वास्थ्य आदतों की गंभीर अनदेखी को दर्शाता है। अगर हम चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ी स्वस्थ रहे, तो पूरे परिवार को मिलकर यह बदलाव शुरू करना होगा।
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Study Link:
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Study Source: sciencedirect
FAQ
मोटापा बढ़ने के क्या कारण हैं?
मोटापा बढ़ने के मुख्य कारण हैं- असंतुलित आहार, शारीरिक गतिविधि की कमी, ज्यादा फैटी और प्रोसेस्ड फूड का सेवन, नींद की कमी, तनाव और हार्मोनल असंतुलन।तेजी से वजन कम करने के लिए कौन से घरेलू उपाय हैं?
गुनगुना नींबू पानी पीना, सुबह खाली पेट त्रिफला या जीरे का पानी लेना, हल्का भोजन, दिन में 30 मिनट की वॉक और रात का खाना जल्दी लेना वजन घटाने में मदद करता है।परिवार मोटापे को कैसे प्रभावित करता है?
परिवार के सभी सदस्य अगर गलत खानपान और निष्क्रिय जीवनशैली अपनाते हैं, तो मोटापा एक साथ सभी में विकसित होता है। आदतें और दिनचर्या मिलती-जुलती होने से यह बढ़ता है।