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क्या प्रेग्नेंसी के बाद PCOS की समस्या बढ़ सकती है? एक्सपर्ट से जानें

पीसीओएस एक हार्मोनल प्रॉब्लम है। लेकिन क्या प्रेग्नेंसी के बाद पीसीओएस की समस्या बढ़ जाती है? डॉक्टर से जानें जवाब।
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क्या प्रेग्नेंसी के बाद PCOS की समस्या बढ़ सकती है? एक्सपर्ट से जानें


PCOS After Pregnancy: पीसीओएस माहिलाओं को होने वाली एक हार्मोनल डिसऑर्डर है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक दुनिया भर में हर पांच लड़कियों में से एक लड़की को पीसीओएस जरूर होता है। पहले महिलाओं में यह समस्या नहीं होती थी। लेकिन पिछले कुछ सालों में खानपान और लाइफस्टाइल बदलने से इसके मामले लगातार बढ़ें हैं। लाइफस्टाइल डिजीज होने के कारण इसे हेल्दी आदतों के जरिये रिवर्स किया जा सकता है। वहीं कुछ महिलाएं इसे सिर्फ कंट्रोल रख पाती है। पीसीओएस एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जो शरीर में बदलाव के साथ बढ़ सकता है। लेकिन क्या प्रेग्नेंसी के बाद यह समस्या ज्यादा बढ़ सकती है? प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं में पीसीओएस ज्यादा गंभीर हो जाता है? इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने बात कि फरीदाबाद के यथार्थ हॉस्पिटल की ऑब्सटेट्रिक्स और गायनोकोलॉजी की एचओडी और सीनियर कंसल्टेंट डॉ चंचल गुप्ता से।

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क्या प्रेग्नेंसी के बाद पीसीओएस की समस्या बढ़ जाती है? Does Pcos Become Worsen After Pregnancy

एक्सपर्ट के मुताबिक पीसीओएस से जुड़ी समस्याएं हर महिला में अलग-अलग होती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान भी शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में पीसीओडी से जुड़ी समस्याएं जैसे की इर्रेगुलर पीरियड्स, इंसुलिन रेजिस्टेंस और वजन बढ़ना कम हो भी सकती हैं और बढ़ भी सकती हैं। यह निर्भर करता है कि महिला प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करती है या नहीं।

प्रेग्नेंसी के बाद पीसीओएस बढ़ने की संभावना क्यों होती है?

हार्मोन्स में बदलाव होना- Hormonal Changes

प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव आते हैं। इन हार्मोनल बदलावों के कारण एक्ने, बाल पतले होना और मूड स्विंग्स जैसी परेशानियां बढ़ सकती हैं।

वजन बढ़ना- Weight Gain

प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद कुछ महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। अगर इसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो इंसुलिन रेजिस्टेंस की स्थिति पैदा हो सकती है जो पीसीओएस का हिस्सा है।

लाइफस्टाइल अचानक बदलना- Change In Lifestyle

डिलीवरी के बाद महिलाओं का डेली शेड्यूल बदल जाता है। नवजात शिशु की देखभाल के लिए स्लीप शेड्यूल, खाने का समय और एक्सरसाइज की आदत सभी चीजें बदलती हैं। इनके कारण भी महिलाओं में पीसीओएस के लक्षण बढ़ सकते हैं।

तनाव बढ़ने के कारण- Stress

डिलीवरी के बाद कई महिलाओं में तनाव भी बढ़ जाता है। बच्चे की देखभाल में शेड्यूल बदलने से उनकी मेंटल हेल्थ में भी फर्क आता है। इसके कारण भी पीसीओएस की समस्या बढ़ने लगती है।

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प्रेग्नेंसी के बाद पीसीओएस को बढ़ने से कैसे रोक सकते हैं?

पोस्टपार्टम प्लान बनाकर रखें- Postpartum Plan

अपने डॉक्टर के साथ मिलकर पोस्टपार्टम प्लान बना लें। बिजी शेड्यूल होने के बावजूद अपने खाने, एक्सरसाइज और चेक अप्स का ध्यान रखें। इनसे आप डिलीवरी के बाद पीसीओएस की परेशानियों को बढ़ने से रोक सकते हैं।

ट्रैक करते रहें- Track Symptoms

डिलीवरी के बाद अपनी पीरियड्स साइकिल को ट्रैक करते रहें। आपको पीरियड्स कब आ रहे हैं और कितने दिन तक रहते हैं हर बात का ध्यान रखें। इसके साथ ही वजन में बदलाव और मूड स्विंग्स को भी नजरअंदाज न करें।

न्यूट्रिशन का ध्यान रखें- Nutrition

डिलीवरी के बाद अपने न्यूट्रिशन का खास ध्यान रखें। अपनी डाइट में प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, कार्बोहाइड्रेट, सब्जियां और फल पर्याप्त मात्रा में शामिल करें।

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हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें- Healthy Lifestyle

डाइट में जंक और प्रोसेस्ड फूड बिलकुल शामिल न करें। क्योंकि ये चीजें टॉक्सिन बढ़ाने और हार्मोन्स इंबैलेंस होने की वजह बन सकती हैं। रोज एक्सरसाइज करें और हेल्दी वेट मेंटेन करें। पर्याप्त नींद जरूर लें और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर काम करें।

लेख में हमने जाना कि प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के बाद पीसीओएस की समस्या बढ़ सकती हैं। लेकिन हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करके इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

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