Diseases That Can Cause Of Joint Pain In Hindi: जैसे ही किसी व्यक्ति को जोड़ों में दर्द होता है, तो हम उसे सीधे-सीधे अर्थराइटिस से जोड़ने लगते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि जोड़ों में दर्द का कारण सिर्फ अर्थराइटिस नहीं है। कई अन्य बीमारियां होने पर भी जोड़ों में तकलीफ, दर्द और अकड़न हो सकती है। दरअसल, जोड़ों में दर्द कई बीमारियों के लक्षणों से एक हो सकता है। अगर आप पहले से ही इस संबंध में जागरूक हो जाएं, तो जोड़ों के दर्द का कारण जानकर आप अपना सटीक इलाज करवा सकते हैं। दिल्ली के पटपड़गंज स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल डॉ. एल. तोमर (Senior Director & Unit Head, Orthopaedics & Joint Replacement, Max Super Speciality Hospital, Patpargan) से बातचीत पर आधारित।
फ्लू या बुखार - Flu
सामान्यतौर पर फ्लू को हम बुखार से जोड़ते हैं। फ्लू होने पर लोगों सर्दी-जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं होती हैं। हालांकि, जोड़ों में दर्द होना भी फ्लू का ही एक लक्षण हो सकता है। इसके अलावा, कुछ अन्य फ्लू होने पर आपको अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं, जैसे मांसपेशियों में अकड़न, ठंड लगना, गले में खराश होना, नाक बहना और थकान महसूस करना। इसके अलावा, डायरिया और उल्टी होना भी फ्लू के ही लक्षणों में शामिल है।
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हाइपोथायरायडिज्म - Hypothyroidism
थाइरॉयड एक किस्म की तितली के आकार की ग्रंथी है, जो कि गले के पास मौजूद होती है। हमारा शरीर सही तरह से काम करे, इसमें इसका बहुत बड़ा योगदान होता है। अगर यह सही तरह से काम न करे, तो व्यक्ति को हाइपरथाइरॉयडिज़्म या हाइपोथायरायडिज्म हो सकता है। हाइपोथायरायडिज्म होने पर व्यक्ति को जोड़ों में जोड़ों में दर्द हो सकता है। यह इसका एक लक्षण भर है। इसके अलावा, दिल की धड़कन में बदलाव, बार-बार मूड स्विंग होना, चक्कर आना, थकान महसूस करना, डिप्रेशन जैसा फील करना आदि शामिल हैं।
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गाउट - Gout
गाउट भी अर्थराइटिस का एक ही पार्ट माना जाता है। व्यक्ति अगर गाउट का शिकार हो जाए, तो उसके जोड़ों में तीव्र दर्द उठने लगता है। हालांकि, यह एक समय में एक ही जोड़ को प्रभावित करता है। खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तब गाउट की समस्या होती है। विशेषज्ञों के अनुसार, गाउट होने पर व्यक्ति को जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसकी अनदेखी करना सही नहीं है।
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टेंडिनाइटिस - Tendonitis
टेंडिनाइटिस एक ऐसी स्थिति है, जहां आपकी मांसपेशियों और हड्डियों के बीच मौजूद कनेक्टिव टिश्यू में सूजन आ जाती है। आमतौर पर यह बीमारी स्पोर्ट्स खेलने वाले लोगों में ज्यादा देखी जाती है। लेकिन, यह बीमारी होने पर भी जोड़ों में दर्द महसूस किया जा सकता है। टेंडिनाइटिस होने पर व्यक्ति को कोहनी, घुटने, कंधे, कूल्हे में भी तकलीफ हो सकती है। टेंडिनाइटिस से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति को पर्याप्त आराम करना चाहिए और डॉक्टर से अपना उपचार करवाना चाहिए।
ल्यूपस - Lupus
ल्यूपस एक किस्म की ऑटो इम्यून कंडीशन है, जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करता है। ल्यूपस एक गंभीर बीमारी है। ल्यूपस के मरीजों को भी जोड़ों में दर्द का अहसास हो सकता है। इसके अलावा, यह स्किन, किडनी और ब्रेन को भी प्रभावित करता है। यही नहीं, ल्यूपस होने पर शरीर में सूजन आ जाती है और किडनी भी डैमेज यानी क्षतिग्रस्त होने लगती है। मौजूदा समय में, ल्यूपस का कोई सटीक उपचार मौजूद नहीं है। हालांकि, डॉक्टर का सही ट्रीटमेंट की मदद से इसके लक्षणों को कुछ हद तक कम कि जा सकता है।
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