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खून में यूरिक एसिड बढ़ने की बीमारी (हाइपरयूरिसीमिया) क्यों होती है? डॉक्टर से आसान भाषा में समझें कारण

Causes Of High Uric Acid In Blood: हाइपरयूरिसीमिया रक्त में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने के कारण होने वाली एक गंभीर बीमारी है।
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खून में यूरिक एसिड बढ़ने की बीमारी (हाइपरयूरिसीमिया) क्यों होती है? डॉक्टर से आसान भाषा में समझें कारण


Causes Of High Uric Acid In Blood In Hindi: अक्सर हम देखते हैं कि कुछ लोगों के जोड़ों और घुटनों के साथ-साथ उंगलियों की हड्डियों में दर्द की समस्या काफी देखने को मिलती है। कभी-कभार इस तरह की समस्या होना आम है, क्योंकि कई बार ये किसी तरह की चोट और सूजन के कारण हो सकती हैं। लेकिन अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से बार-बार इनका सामना कर रहा है, तो आपको बता दें कि यह हाइपरयूरिसीमिया का संकेत हो सकता है। हाइपरयूरिसीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपके रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा काफी बढ़ जाती है। यह एक गंभीर बीमारी है। आमतौर पर लोग सिर्फ गाउट या गठिया को ही हाई यूरिक एसिड समझते हैं। लेकिन मेडिकल भाषा में इस यूरिक एसिड बढ़ने की बीमारी को हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। आप गाउट या गठिया इससे जुड़ी दो आम स्थितियां हैं।

लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आखिर रक्त में यूरिक एसिड बढ़ने की ये बीमारी आखिर होती क्यों है? ओनलीमायहेल्थ (OnlymyHealth) की स्पेशल सीरीज 'बीमारी को समझें' में हम डॉक्टर से बातचीत करके आपको आसान भाषा में किसी बीमारी और उसके कारणों के बारे में समझाते हैं। हाइपरयूरिसीमिया की बीमारी क्यों होती है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने  डॉ. सबीन कापसी (IVF Specialist And Public health leader at UNDAC & Geneva) से बात की। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

Causes Of High Uric Acid In Blood In Hindi

हाइपरयूरिसीमिया के कारण- Causes Of Hyperuricemia In Hindi

डॉ. सबीन कापसी के अनुसार, ''रक्त में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या प्यूरीन नामक केमिकल यौगिक के बढ़ने के कारण होती है। प्यूरीन हमारे शरीर में बनता है, साथ ही यह कई फूड्स में भी मौजूद होता है। लेकिन हमारि किडनी प्यूरीन को फिल्टर करने और इसकी अतिरिक्त मात्रा को बाहर निकालने का काम करती है। लेकिन जब हमारी किडनी ठीक से काम नहीं करती है और इसे शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती है, तो इसकी मात्रा बढ़ जाती है। जब यह आपके शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है, तो यह हमारे जोड़ों इकट्ठा होने लगता है। इसके कारण जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या होने लगती है।'' इसके अलावा, प्यूरीन रिच फूड्स के साथ-साथ अधिक एक्सरसाइज और कुछ अन्य स्थितियों के कारण भी शरीर की कोशिकाएं टूटने लगती हैं, इसके कारण भी कई बार यूरिक एसिड की स्तर बढ़ जाता है। गाउट या गठिया जैसी समस्याएं भी इसी के परिणाम स्वरूप होती हैं।

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किन लोगों में हाइपरयूरिसीमिया अधिक जोखिम होता है- Who Is At Higher Risk Of Hyperuricemia

  • अधिक शराब पीने वाले लोग
  • खराब फंक्शन
  • हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर
  • थायराइड
  • कुछ दवाओं का अधिक सेवन, खासकर हृदय रोगियों को दी जाने वाली दवाएं
  • कीटनाशक के साथ संपर्क
  • शरीर का अधिक वजन या मोटापा
  • शारीरिक रूप अधिक एक्टिव लोग

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हाइपरयूरिसीमिया से बचाव कैसे करें- How to prevent Hyperuricemia

डॉ. सबीन सुझाव देते हैं कि रक्त में हाई यूरिक एसिड की मात्रा को कंट्रोल करने के लिए आपको कुछ दवाएं, जीवनशैली बदलाव और कुछ फूड्स का सेवन सीमित करने की सलाह देते हैं। रेड मीट, मीठे फूड्स और ड्रिंक्स, चिकन, मछली, पालक, मटर, और मशरूम, सेम और दाल, जई का दलिया, गेहूं के बीज और चोकर आदि में प्यूरीन की अधिक मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा, कुछ हाई प्रोटीन फूड्स में भी यह मौजूद होता है। इसलिए आपको इनके सेवन से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा, बीयर, शराब और खमीरी फूड्स के सेवन से भी सख्त परहेज किया जाना चाहिए।

All Image Source: Freepik

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