जब किसी व्यक्ति को जोड़ों में सूजन या दर्द की समस्या पैदा होती है तो यह समस्या गाउट कहलाती है। वहीं पैर के अंगूठे में दर्द व सूजन पैदा होती है तब भी गाउट कहीं लक्षण होते हैं। बता दें कि गाउट का दूसरा नाम वातरक्त भी है। जब हमारे ब्लड में यूरिक एसिड बढ़ता है तब इस प्रकार की स्थिति को गाउट कहा जाता है। जब किसी व्यक्ति के अचानक से दर्द शुरू हो जाता है या अंगूठे में सूजन आ जाती है तो इस बात की पहचान होती है कि इस व्यक्ति को गाउट परेशानी हो गई है। यह गठिया का ही एक रूप होता है जो व्यक्ति को असामान्य महसूस करा सकता है। इस तरीके की परेशानी सबसे ज्यादा पुरुषों में देखी जाती है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे की गाउट के लक्षण क्या हैं। साथ ही गाउट के कारण और बचाव भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
गाउट के लक्षण (symptoms of gout)
1 - जोड़ों का जन्म हो जाना
2 - जोड़ों में जलन रहना
3 - जोड़ों में गंभीर दर्द होना
4 - जोड़ों में सूजन आना
5 - समय पर इलाज न मिलने पर लक्षणों का बढ़ना
6 - टखने, घुटने, कहोनियां, कलाई, उंगलियां, पैरों के जोड़ों का प्रभावित होना।
कभी-कभी ऐसी स्थिति भी आ जाती है जब व्यक्ति को तेज बुखार होना शुरू हो जाता है या असहनीय दर्द और सूजन महसूस होती है तो इसका मतलब यह होता है कि आपको जोड़ों में संक्रमण हो गया है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और तत्काल इलाज शुरू करवा लेना चाहिए।
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गाउट के कारण (Gout Causes)
1 - शरीर में पानी की कमी होना
2 - भूखे पेट रहना
3 - किसी सर्जरी के कारण
4 - कोई गंभीर चोट होने के कारण
5 - मोटापे के कारण
6 - गुर्दे की काम में कमी आने के कारण
7 - परिवार में किसी सदस्य के होने के कारण
8 - हाई बीपी के दौरान कुछ दवाइयों का सेवन करने के कारण
9 - कीमोथेरेपी के कारण
10 - शराब पीने के कारण
गाउट से बचाव (Gout Symptoms)
हम अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करके समस्या से बचाव कर सकते हैं-
1 - अगर हम संतुलित आहार का सेवन करेंगे तो वजन पर नियंत्रण कर पाएंगे और शरीर तंदुरुस्त रहेगा।
2 - नियमित व्यायाम करने से भी गाउट की समस्या नहीं होती है। ऐसे में जोड़ों का तनाव दूर होता है।
3 - पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भी पानी का स्तर शरीर में बना रहता है और जोड़ों में क्रिस्टल नहीं बनते हैं।
4 - शराब का सेवन ना करने पर भी यह समस्या नहीं होती है।
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गाउट को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपचार
1- नींबू के रस के अंदर औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो गाउट से छुटकारा दिलाने में मददगार है। ऐसे में आपने नींबू को दो टुकड़ों में काटें और सूती कपड़े में लपेटकर तिल के तेल में भिगोएं। अब घुटने पर प्रभावित स्थान पर लगाएं। बता दे कि नींबू के अंदर सिट्रिक एसिड पाया जाता है जो क्रिस्टल बनने से रोकता है और बने हुए क्रिस्टल को दूर करता है।
2 - ठंडी और गर्म सिकाई: गाउट से लड़ने में ठंडे और गर्म सिकाई बेहद उपयोगी है। ऐसे में आप प्रभावित स्थान पर 3 मिनट तक गर्म कपड़ा या ठंडा कपड़ा रखें और अच्छे से सिकाई करें। ऐसा करने से खून का स्राव कम होगा और सूजन भी कम होगी।
3 - हल्दी के उपयोग से भी समस्या को दूर किया जा सकता है। बता दें कि हल्दी के अंदर सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं। वही हल्दी के अंदर इन्फ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं जो दर्द को कम करने के साथ-साथ सूजन को भी दूर करते हैं। ऐसे में हल्दी पाउडर को गर्म पानी में मिलाएं और बनें पेस्ट में नींबू की कुछ बूंदें डालने से आराम मिलता है।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि गाउट की समस्या कोई आम समस्या नहीं है। ऐसे में इस प्रकार की समस्या होने पर या ऊपर बताए गए लक्षणों को महसूस करने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर समस्या आम है तो आप यहां दिए कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। लेकिन अगर आपको कोई कुछ आपकी समस्या है या एलर्जी है तब इसका प्रयोग ना करें।
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