जब किसी व्यक्ति को ज्यादा डर लगता है या वह अकारण भयभीत महसूस करता है तो उस स्थिति को चिकित्सक भाषा में फोबिया कहते हैं। इस समस्या के कारण व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा होता है। यह डर किसी भी प्रकार का हो सकता है। किसी व्यक्ति को ऊंचाई का फोबिया हो सकता है, तो किसी व्यक्ति को पानी का फोबिया हो सकता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि फोबिया के क्या लक्षण हैं साथ ही इसके कारण और उपचार भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
फोबिया के प्रकार types of phobia
बता दें कि किसी भी व्यक्ति को फोबिया अनेक प्रकार का हो सकता है। जैसे कि हमने पहले भी बताया कि कुछ व्यक्ति ऊंचाइयों और पानी से डरते हैं तो किसी को तूफान या अंधेरे से डर लगता है। कुछ व्यक्ति जानवरों से जैसे मकड़ी, चूहे, कुत्ते, सांप आदि से डरते हैं तो कुछ व्यक्तियों को परिस्थिति से डर लगता है। अब वह परिस्थिति ड्राइविंग हो सकती है या उड़ान, पुल हो सकता है या सुरंग। कुछ लोगों को सुई, खून, किसी बीमारी से भी डर लग सकता है।
फोबिया के लक्षण symptoms of phobia
बता दें कि फोबिया के निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं
1 - खून को देखकर जी मचलाना
2 - हर वक्त असुरक्षित महसूस करना।
3 - मस्तिष्क का ठीक प्रकार से काम ना करवाना
4 - बेहोश हो जाना
5 - बच्चों में चिड़चिड़ापन हो जाना
6 - बिन कारण चिल्लाना
7 - हर वक्त गुस्सा करना
8 - कांपना
9 - सांस लेने में दिक्कत महसूस करना
10 -छाती में अकड़न महसूस करना।
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कभी-कभी जब स्थिति ज्यादा गंभीर होती है तो व्यक्ति को पैनिक अटैक भी आने शुरू हो जाते हैं। उसका शरीर सुन्न पड़ जाता है और वह जोर-जोर से हिलना शुरू कर देता है। इसके दौरान भी व्यक्ति के दिल की धड़कनें तेजी से धड़कने लगती है और दस्त, पसीना आना, झनझनाहट, सिर घूमना, चक्कर आना, दम घुटना आदि समस्या महसूस होने लगती हैं।
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फोबिया के कारण (causes of phobia)
बता दें कि फोबिया की समस्या आम तो बच्चों में देखी जाती है जैसे जैसे वे बड़े होते हैं समस्या भी खुद-ब-खुद दूर भी हो जाती है। कभी-कभी परिवार में किसी दुर्घटना के कारण भी बच्चों में डर पैदा हो जाता है। जिन बच्चों के माता-पिता हर वक्त झगड़ते रहते हैं उन बच्चों के मन में भी असुरक्षा पैदा हो सकती है। माता-पिता का इस समस्या को विकसित करने में बड़ा हाथ होता है। ऐसे में बच्चे पर माता-पिता का भारी प्रभाव पड़ता है। अगर चिकित्सक भाषा में बोला जाए तो अभी तक इसका कारण अज्ञात है। कभी-कभी अगर कोई दुर्घटना बार-बार हो रही हो या बच्चे को या बड़ों को कोई घटना बार-बार याद आ रही हो तब भी वह पसीने, घबराहट आदि चीजें महसूस करता है जो फोबिया के लक्षणों में से एक है।
फोबिया से बचाव
बता दें कि फोबिया से बचाव मुमकिन इसलिए नहीं है क्योंकि अभी तक इसका कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन कुछ थैरेपीज, व्यायाम, मेडिटेशन, एक्सरसाइज, आर्ट आदि के माध्यम से समस्या को दूर किया जा सकता है। अगर बच्चा ज्यादा अधिक डर महसूस करता है तो आप उसे एक्सपर्ट या मानसिक चिकित्सा में भी लेकर जा सकते हैं।
नोट - ऊपर बताए बिंदु से पता चलता है कि फोबिया की समस्या आम समस्या है। ऐसे में इससे लड़ने के लिए आपको खुद ताकत जुटानी होगी। इसके अलावा अपना ध्यान भटका कर भी आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं। यह एक मानसिक रोग है ऐसे में इसका निवारण भी आपके खुद के पास है।
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