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आप सच में भूखे हैं या सिर्फ मन में भूख के खयाल आ रहे हैं? एक्सपर्ट से जानें कैसे पहचानें अंतर

आजकल लोग अक्सर ओवरईटिंग के शिकार हो जाते हैं, जो उनके स्वास्थ्य पर नेगेटिव असर डालता है। यहां जानिए, मानसिक भूख और वास्तविक भूख के बीच का अंतर क्या है?
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आप सच में भूखे हैं या सिर्फ मन में भूख के खयाल आ रहे हैं? एक्सपर्ट से जानें कैसे पहचानें अंतर


वर्तमान समय में बढ़ते तनाव, मानसिक थकावट और सही पोषण की कमी से अक्सर लोगों की ओवरईटिंग की आदत पड़ जाती है। ओवरईटिंग का मतलब है, शरीर की जरूरत से ज्यादा भोजन करना, जो न केवल मोटापे का कारण बनता है, बल्कि इसके कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। हमारे शरीर को जरूरत के हिसाब से पोषण मिलना चाहिए, लेकिन मानसिक तनाव और फिजिकल एक्टिविटी की कमी से लोग अक्सर अनहेल्दी फूड्स का सेवन करते हैं। इसके परिणामस्वरूप, पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है और शरीर के एनर्जी लेवल में गिरावट आ सकती है। ओवरईटिंग से बचने के लिए ये जानना जरूरी है कि आपको सिर्फ मन की भूख लगी है या आपके शरीर को भोजन की जरूरत है। इस लेख में योगा एक्सपर्ट ग्रीषा ढींगरा से जानिए, मानसिक भूख और वास्तविक भूख के बीच का अंतर क्या हैं?

इंसान को भूख कैसे लगती है? - How do we feel that we are hungry

योगा एक्सपर्ट ग्रीषा ढींगरा बताती हैं कि हमारे शरीर में दो प्रकार की भूख होती है। मानसिक भूख और वास्तविक भूख। अक्सर हम इन्हें आपस में मिला देते हैं, लेकिन इन दोनों के बीच एक अंतर है। जब हम सही तरीके से इन दोनों भूखों को पहचान लेते हैं, तो हम अपने शरीर को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

मानसिक भूख क्या है? - What is the meaning of mind hunger

मानसिक भूख वह भूख है जो अक्सर तनाव, चिंता या हमारे खाने की आदतों के कारण होती है। यह तब होती है जब हमें खाने की इच्छा सिर्फ इसलिए होती है क्योंकि हमारा मन खाने के लिए चाहता है, न कि हमारा शरीर। मानसिक भूख कई बार बिना किसी कारण के हो सकती है, जैसे कि टीवी देखते समय खाने का मन करना या किसी खास इमोशन के कारण जैसे दुख, खुशी या तनाव महसूस करते समय खाना खाने का मन करना।

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मानसिक भूख को पहचानने के लिए आपको कुछ खास संकेतों पर ध्यान देना होगा। उदाहरण के लिए, जब आप भोजन के बिना भी सिर्फ अपनी आदतों या तनाव के कारण खाने की सोचते हैं, तो यह मानसिक भूख हो सकती है। इसमें आप बहुत ज्यादा या असमय भोजन करते हैं, जो आपके शरीर की जरूरत से ज्यादा होता है।

mind Hunger And Real Hunger

वास्तविक भूख क्या है? - What is real hunger

वास्तविक भूख तब महसूस होती है जब आपके शरीर को ऊर्जा की जरूरत होती है। इसका संकेत तब मिलता है जब आपका पेट खाली होता है और आप पेट में हल्का सा भूख का अहसास महसूस करते हैं। इस प्रकार की भूख को शरीर की प्राकृतिक भूख यानी रियल हंगर कहा जाता है, जो शरीर के सही कामकाज के लिए जरूरी है। जब आप वास्तविक भूख महसूस करते हैं, तो पेट में हल्की गड़गड़ाहट होती है और आपको लगता है कि शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है।

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वास्तविक भूख का पालन करना शरीर के लिए फायदेमंद होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे आप तब खाते हैं जब शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है और आप बिना ज्यादा खाए सिर्फ उतना खाते हैं जितना शरीर को जरूरत होती है। इस प्रकार की भूख को पहचानने से आप ओवरईटिंग और अनहेल्दी खाने की आदतों से बच सकते हैं।

मानसिक भूख और वास्तविक भूख में अंतर कैसे करें? - What is the difference between physical and mental hunger

मानसिक और वास्तविक भूख के बीच का अंतर पहचानना आसान हो सकता है अगर आप कुछ खास संकेतों पर ध्यान दें। जब आप मानसिक भूख महसूस करते हैं, तो यह तुरंत और इमोशनल महसूस होती है, जबकि वास्तविक भूख धीरे-धीरे बढ़ती है और पेट में खालीपन का अहसास कराती है। मानसिक भूख अचानक आती है और आपको कुछ खास खाने का मन होता है (जैसे मिठाई, चिप्स आदि)। वास्तविक भूख यह धीरे-धीरे बढ़ती है और आपके शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है।

मानसिक भूख से निपटने के उपाय

योग और ध्यान - Yoga and Meditation

मानसिक भूख से निपटने के लिए सुबह में योग और ध्यान करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह न सिर्फ आपके तनाव को कम करता है, बल्कि शरीर के संकेतों को भी बेहतर तरीके से समझने में मदद करता है।

स्वस्थ आहार योजना - Healthy Diet Plan

अपने भोजन की आदतों को सुधारें और कम मात्रा में खाएं। इस प्रकार आप ओवरईटिंग से बच सकते हैं।

पानी पीना - Drink Water

कभी-कभी हमें पानी की कमी के कारण भी भूख का अहसास होता है। जब भी आपको अचानक भूख लगे, तो पहले पानी पीने की कोशिश करें।

नियमित एक्सरसाइज - Regular Exercise

नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी में भाग लें। यह तनाव कम करने में मदद करता है और मानसिक भूख को कंट्रोल करता है।

निष्कर्ष

मानसिक और वास्तविक भूख के बीच का अंतर समझना बहुत जरूरी है ताकि हम अपने शरीर की जरूरतों को सही तरीके से पहचान सकें। मानसिक भूख से निपटने के लिए योग, ध्यान और सही डाइट बहुत मददगार होते हैं, जबकि वास्तविक भूख के दौरान आपको सिर्फ शरीर की जरूरत के अनुसार खाना चाहिए।

 

 

 

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All Images Credit- Freepik

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