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सामान्य पीठ दर्द और किडनी के कारण होने वाले दर्द में क्या फर्क होता है? इन 7 लक्षणों से पहचानें अंतर

क‍िडनी और बैक पेन में अंतर समझने के ल‍िए लक्षण और दर्द की जगह का अहसास करें साथ ही इस लेख में बताए गए ब‍िन्‍दुओं पर ध्‍यान दें 
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सामान्य पीठ दर्द और किडनी के कारण होने वाले दर्द में क्या फर्क होता है? इन 7 लक्षणों से पहचानें अंतर


कई बार हमें लक्षण पता न होने पर बीमारी का पता लगाने में परेशानी होती है जैसे कई लोग ये नहीं समझ पाते क‍ि उन्‍हें पीठ में सामान्‍य दर्द हो रहा है या क‍िडनी के कारण दर्द उठ रहा है। दरअसल क‍िडनी का दर्द भी पीठ के दर्द की तरह शरीर के प‍िछले ह‍िस्‍से में ही होता है इसल‍िए दोनों में फर्क कर पाना मुश्‍क‍िल हो जाता है। क‍िडनी का दर्द एक गंभीर समस्‍या है जबक‍ि पीठ में दर्द तब तक गंभीर नहीं है जब तक वो कई द‍िनों तक बना न रहे। इस लेख में हम कुछ लक्षणों की मदद से जानेंगे क‍ि क‍िडनी के कारण दर्द और पीठ के दर्द में क्‍या फर्क होता है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

pain in back

image source:hackensackmeridianhealth

1. बड़े ह‍िस्‍से में दर्द हो तो ये पीठ का दर्द है (Pain in large area)

पीठ का दर्द बड़े ह‍िस्‍से में महसूस होता है जबक‍ि क‍िडनी का दर्द छोटे ह‍िस्‍से में होता है। अगर बात करें पीठ के दर्द की तो वो इतनी तेज नहीं होता ज‍ितना क‍िडनी पेन होता है। क‍िडनी में पेन होने पर आपको डॉक्‍टर से संपर्क करना चाह‍िए। मह‍िलाओं में ये यूटीआई के लक्षण भी हो सकते हैं।

2. पीठ के निचले ह‍िस्‍से में दर्द के साथ पेट में दर्द (Back pain with stomach pain)

अगर आपको पीठ के न‍िचले ह‍िस्‍से में दर्द है और साथ में पेट भी दर्द हो रहा है तो ये क‍िडनी की समस्‍या के कारण हो सकता है। अगर पीठ का दर्द होगा तो वो शरीर के पिछले ह‍िस्‍से में ही होगा जबक‍ि अगर क‍िडनी में संक्रमण है या सूजन है तो दर्द पीठ के आगे और पीठ की तरफ दोनों साइड होगा। अगर पीठ के न‍िचले ह‍िस्‍से में दर्द है तो ये क‍िडनी का पेन नहीं है, मांसपेश‍ियों में अकड़न या चोट के कारण ये दर्द उठ सकता है। 

3. लगातार दर्द होना (Chronic pain)

अगर आपको लगातार दर्द हो रहा है तो ये क‍िडनी का दर्द हो सकता है क्‍योंक‍ि क‍िडनी में पेन होने पर दर्द कम होता है या बढ़ता है पर पूरी तरह से खत्‍म नहीं होता। वहीं अगर पीठ में सामान्‍य दर्द है तो वो जल्‍दी चला जाएगा क्‍योंक‍ि पीठ की मांसपेश‍ियों का दर्द खुद ही ठीक हो जाता है जब तक चोट या कोई गंभीर समस्‍या न हो। क‍िडनी में पेन होने का कारण यूटीआई या पथरी हो सकता है ज‍िसके इलाज पर ही आपको राहत म‍िलेगी। 

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4. केवल एक तरफ दर्द होना क‍िडनी पेन है (Pain in one side only)

pain in kidney

image source:keckmedicine

अगर आपको केवल एक तरफ दर्द का अहसास हो रहा है तो ये क‍िडनी के कारण हो सकता है। अगर क‍िडनी में स्‍टोन है तो भी ये दर्द हो सकता है। एक तरफ दर्द होने के अन्‍य कारण भी हो सकते हैं जैसे कम पानी पीना, शरीर में यूर‍िक एस‍िड बढ़ना, आयरन फूड्स का ज्‍यादा सेवन, क‍िडनी में इंफेक्‍शन आद‍ि।

5. थकान या स्‍ट्रेन के कारण होने वाला दर्द (Muscle Fatigue)

अगर आपने हाल ही में कुछ भारी सामान उठाया है तो ये पीठ का सामान्‍य दर्द हो सकता है क्‍योंक‍ि वर्कलोड के कारण होने वाला दर्द अक्‍सर पीठ दर्द के ही कारण होता है। वहीं अगर आप लंबे समय तक खड़े थे या चल रहे थे तो भी ये पीठ का दर्द हो सकता है। गर्दन के न‍िचले में चोट लगने के कारण होने वाला दर्द भी पीठ का सामान्‍य दर्द हो सकता है।

6. पैर और ह‍िप्‍स में सुन्नपन (Numbness in legs and hips)

अगर आपको पैर और ह‍िप्‍स में दर्द या सुन्नपन का अहसास भी होता है तो ये पीठ दर्द के कारण हो सकता है। नसों में कमजोरी के कारण ये समस्‍या हो सकती है, इसका इलाज आपको जल्‍द से जल्‍द करवाना चाह‍िए। पीठ के ऊपरी ह‍िस्‍से में दर्द हो रहा है तो ये पीठ का ही दर्द है क्‍योंक‍ि किडनी में दर्द या तो पीठ के न‍िचले ह‍िस्‍से में होता है या एक तरफ होता है।

7. पेशाब करते समय दर्द होना (Painful urination)

अगर आपको पेशाब करते समय दर्द महसूस होता है तो ये क‍िडनी में इंफेक्‍शन का लक्षण हो सकता है। हमारी क‍िडनी, यूर‍िनरी ट्रैक्‍ट का एक जरूरी भाग है इसल‍िए क‍िडनी में कोई भी इंफेक्‍शन होने पर यूर‍ि‍न पास करते समय दर्द का अहसास हो सकता है। वहीं अगर यूर‍ि‍न पास करते समय दर्द के साथ ब्‍लीड‍िंग भी हो तो तुरंत डॉक्‍टर को द‍िखाएं। वहीं अगर क‍िडनी में स्‍टोन है तो आपको बार-बार यूर‍ि‍न पास करने का अहसास होगा या क‍िडनी में द‍िक्‍कत के कारण यूर‍ि‍न का कलर भी बदल सकता है, इन लक्षणों से आप पता लगाया जा सकता है क‍ि कहीं क‍िडनी अस्‍वस्‍थ्‍य तो नहीं है।

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पीठ या क‍िडनी पेन होने पर क्‍या करें? (How to treat kidney or back pain)

pain treatment

image source:hackensackmeridianhealth

  • स्‍ल‍िप ड‍िस्‍क के कारण भी पीठ में दर्द उठ सकता है ज‍िसके ल‍िए डॉक्‍टर एक्‍सरे, एमआरआई, सीटी स्‍कैन आद‍ि करवा सकते हैं ज‍िससे पता लगाया जाता है क‍ि आपको कौनसी बीमारी है।
  • डॉक्‍टर ब्‍लड टेस्‍ट या यूर‍िन टेस्‍ट करवाने की सलाह भी दे सकते हैं।
  • अगर आपको क‍िडनी संक्रमण के कारण दर्द हो रहा है तो डॉक्‍टर आपको एंटीबायोट‍िक्‍स दे सकते हैं। 
  • पीठ में दर्द अगर रीढ़ की हड्डी के कारण हो रहा है तो डॉक्‍टर सपोर्ट के लि‍ए आपको बेल्‍ट लगाने की सलाह भी दे सकते हैं पर पहले जाकर जांच करवाएं। 
  • ब्‍लड टेस्‍ट के जर‍िए भी क‍िडनी की सेहत का पता लगाया जाता है, प्रोटीन काउंट और ब्‍लड क्‍लाउंट से अंदाजा होता है क‍ि क‍िडनी में क्‍या समस्‍या है। 
  • किडनी में स्टोन होने के कारण दर्द हो रहा है तो डॉक्‍टर दवाएं देंगे ताक‍ि स्‍टोन शरीर से बाहर न‍िकले, कुछ केस में सर्जरी भी की जाती है। 
  • अगर मसल्‍स में अकड़न या झटका आया है तो डॉक्‍टर फ‍िजियोथैरेपी की सलाह भी दे सकते हैं। 

दर्द चाहे पीठ का हो या क‍िडनी में, आपको सबसे पहले दर्द के स्‍थान की पहचान करनी है और उसके लक्षणों को महसूस करना है अगर दर्द दो से तीन द‍िन से ज्‍यादा बना रहता है या दोबारा उठता है तो तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें। 

main image source:eatthis.com

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