मौजूदा वक्त में लोग भागदौड़ भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं, जिसके कारण कई लोगों को नसों में कमजोर की समस्या ने घेर लिया है। नसों की कमजोरी तंत्रिका संबंधी विकार है, जिसके कई कारण हो सकते हैं। नसों में कमजोरी के कारण किसी भी व्यक्ति को कई मानसिक और शारीरिक तकलीफें हो सकती हैं, जिनमें तनाव, बदन दर्द, अनिंद्रा और थकान शामिल है। अगर समय रहते इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए, तो इसके घातक परिणाम भी हो सकते हैं।
ऐसा कई बार देखा गया है कि लोग नसों की कमजोरी से निपटने के लिए दवाओं का सहारा लेते हैं, जिसके कभी कभार साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो नसों की कमजोरी की समस्या से जूझ रहे हैं तो हम आपको इसे दूर करने के कुछ सरल उपाय बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। लेकिन उससे पहले नसों की कमजोरी के लक्षणों और कारणों को जानना बेहद जरूरी है।
नसों की कमजोरी के लक्षण
- थकान
- कंपकंपी
- मांसपेशियों की कमजोरी
- गुदगुदी की अनुभूति
- चोट या दर्द
- तनाव
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
- सूंघने, देखने, स्वाद, स्पर्श या सुनने की शक्ति कमजोर होना
- ज्ञान संबंधी समस्याएं
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टॉप स्टोरीज़
नसों की कमजोरी के कारण
- तनाव
- नसों पर दबाव
- नस को किसी प्रकार की क्षति
- विकृत नस
- नसों पर विषाक्त पदार्थों का प्रभाव
- अनियंत्रित जीवनशैली और खानपान
खजूर के सेवन से दूर होगी नसों की कमजोरी
सुबह का नाश्ता आपको ऊर्जा देने में अहम भूमिका निभाता है। अगर आप नसों की कमजोरी की समस्या से परेशान हैं तो सुबह उठकर नाश्ते में देसी खजूर का सेवन करें। नसों की कमजोरी दूर करने के लिए खजूर एक कारगर उपाय है। आप कुछ दिन तक रोजाना 8 से 10 खजूर खाकर नसों की कमजोरी दूर कर सकते हैं। खजूर खाने के बाद दूध पीना मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। नियमित रूप से दूध के साथ खजूर खाने से नसों की कमजोरी दूर होती है और शरीर को भी ताकत मिलती है।
अंकुरित चना और गुड़ खाने से भी दूर होती है कमजोरी
आप सभी ने अंकुरित चने के बारे में खूब सुना होगा लेकिन चने के साथ गुड़ का सेवन बहुत ही पौष्टिक भरा होता है। चने और गुड़ के सेवन से शरीर को भरपूर मात्रा में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, फाइबर और विटामिन मिलता है, जो हमारे शरीर के नसों की कमजोरी दूर करने में काफी कारगर साबित होते हैं। रोज सुबह खाली पेट चने के साथ गुड़ खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और नसों की कमजोरी भी समाप्त होती है।
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केले खाने से भी नसों में होता है सुधार
केले के फायदों के बारे में तो सभी ने सुना होगा। यह जितना पौष्टिक है उतना ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी। केले में मौजूद आयरन, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, मैग्निशियम व जिंक जैसे पोषक तत्व न केवल शरीर की कमजोरी को दूर करते हैं बल्कि नसों को ताकत भी देते हैं। केले में मौजूद आयरन से शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में भी मिलती है।
प्याज और शहद का मिश्रण भी फायदेमंद
प्याज और शहद में औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो नसों की कमजोरी दूर करने में उपयोगी होते हैं। कमजोरी दूर करने के अलावा ये आपके शरीर में ताकत का भी संचार करते हैं। इसका सेवन करने के लिए आप एक कटोरे में सफेद प्याज का रस और शहद को समान मात्रा में लें। उसके बाद उसमें थोड़ा सा अदरक का रस मिलाएं और एक मिश्रण तैयार करें। रोजाना इस मिश्रण के 2 चम्मच सेवन से आपके नसों की कमजोरी दूर हो जाएगी।
आंवले नसों की कमजोरी दूर करने में लाभकारी
आंवले में पाए जाने वाले दुर्लभ औषधीय गुणों के सेवन से शरीर में मौजूद नसों की कमजोरी दूर होती है। अगर आप इसके स्वास्थ्य लाभ से अंजान हैं तो इसका उपयोग करने की विधि जान लें। सबसे पहले आप आंवले के चूर्ण को आंवले के रस और मिश्री के साथ मिलाएं। और उसका सेवन पानी या फिर दूध के साथ करें। इससे न केवल नसों की कमजोरी दूर होगी बल्कि स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।
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