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बार-बार हड्डी का फ्रैक्‍चर होना नहीं है सामान्‍य, डॉक्‍टर से जानें कारण

बार‑बार फ्रैक्चर हो रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। इसका कारण सिर्फ एक दुर्घटना नहीं हो सकती बल्कि यह आपके बोन हेल्थ की छिपी समस्या हो सकती है जिसे समय पर इलाज की सख्‍त जरूरत होगी। 
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बार-बार हड्डी का फ्रैक्‍चर होना नहीं है सामान्‍य, डॉक्‍टर से जानें कारण

बीते 2 साल में मेरी बुआ की हड्डी तीन बार टूट चुकी है और उन्‍हें प्‍लास्‍टर चढ़ चुका है। जब पैर एक ही साल में दूसरी बार फ्रैक्‍चर हुआ, तो बुआ को लगा डॉक्‍टर से कारण पूछना चाह‍िए। डाॅक्‍टर ने बुआ को कुछ टेस्‍ट करवाने की सलाह दी और र‍िपोर्ट देखकर बताया क‍ि उनकी हड्ड‍ियां कमजोर हैं और उन्‍हें तुरंत कैल्‍श‍ियम सप्‍लीमेंट शुरू कर देना चाह‍िए। जब हड्डि‍यां कमजोर होती हैं और हल्‍का ग‍िरने से भी चोट लग जाती है या हड्डी जल्‍दी टूट जाती है, तो इस पर गौर करें। यह आपके जीवन‑स्तर, चलने‑फिरने की क्षमता और लंबे समय तक स्वस्थ रहने की संभावना को प्रभावित कर सकता है। अगर आपकी हड्डी बार-बार टूटती है, तो सावधान हो जाएं। इस लेख में जानेंगे हड्डी के बार-बार टूटने के कारण। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने Dr. Imran Akhtar, Orthopaedician, Apollomedics Super Speciality Hospitals, Lucknow से बात की।


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कैल्शियम की कमी- Calcium Deficiency

  • कैल्‍श‍ियम की कमी होने पर हड्डि‍यां पतली और कमजोर हो जाती है और आसानी से टूट सकती हैं।
  • जब बोन डेंसिटी कम होती है, तो फ्रैक्‍चर या हड्डी टूटने का जोख‍िम बढ़ जाता है।
  • बोन डेंसिटी को बढ़ाने के ल‍िए हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, दही, पनीर, नट्स वगैरह को डाइट में शाम‍िल करें।
  • डॉक्‍टर की सलाह पर कैल्‍श‍ियम सप्‍लीमेंट भी ले सकते हैं।
  • भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताब‍िक, बार‑बार हड्डी टूटने का मुख्य कारण लो बोन डेंसिटी (Low Bone Density) है और अन्‍य कारणों की बात करें, तो कमजोर हड्ड‍ियां भी इसका एक कारण है।

इसे भी पढ़ें- क्‍या है स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर? ज‍िसमें बार-बार दबाव से टूट सकती है हड्डी, डॉक्‍टर से जानें

विटामिन-डी की कमी- Vitamin D Deficiency

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  • व‍िटाम‍िन-डी, शरीर को कैल्‍श‍ियम एब्जॉर्ब करने मे मदद करता है।
  • व‍िटाम‍िन-डी की कमी होगी, तो बार-बार हड्डी टूट सकती है।
  • व‍िटाम‍िन-डी लेवल कम होने से हड्ड‍ियां कमजोर हो जाती हैं और ग‍िरने या चलने पर भी फ्रैक्‍चर हो सकता है।

ऑस्टियोपोरोसिस- Osteoporosis

  • जब हड्ड‍ियों की बोन डेंस‍िटी कम हो जाती है, तो हड्ड‍ियां, चोट लगने या ग‍िरने से भी आसानी से टूट सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
  • फ्रैक्चर होने वाले ज्‍यादातर मामलों में ऑस्टियोपोरोसिस एक मुख्य कारण होता है।

बार-बार हड्डी टूटने से बचने के ल‍िए क्‍या करें?- How To Prevent Frequent Bone Fracture

  • रोजाना पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन-डी युक्त आहार लें।
  • नियमित रूप से वेट ल‍िफ्ट‍िंग एक्‍सरसाइज करें जैसे चलना, सीढ़ियां चढ़ना, हल्के वेट उठाना जैसी एक्‍सरसाइज करें।
  • सुबह की धूप में लगभग 10‑15 मिनट ब‍िताएं।
  • धूम्रपान और एल्‍कोहल का सेवन करने से बचें।
  • डॉक्‍टर की सलाह के साथ व‍िटाम‍िन-डी और कैल्‍श‍ियम सप्‍लीमेंट्स शुरू करें।

निष्कर्ष:

बार-बार फ्रैक्‍चर होना इस बात का संकेत है क‍ि शरीर में कुछ असामान्‍य है। कैल्‍श‍ियम और व‍िटा‍म‍िन-डी लेवल चेक करें, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी से बचें। हेल्‍दी जीवनशैली और डाइट को अपनाएं।

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FAQ

  • हड्ड‍ियों को मजबूत कैसे बनाएं?

    हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए नियमित एक्‍सरसाइज करें, कैल्‍श‍ियम और व‍िटाम‍िन-डी की कमी से बचें, एल्‍कोहल और धूम्रपान से बचें और समय‑समय पर डॉक्टर से चेकअप कराएं।
  • हड्ड‍ियों को स्‍वस्‍थ रखने के ल‍िए क्‍या खाएं?

    हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जि‍यां, सोयाबीन, अंडे और नट्स जैसे कैल्शियम और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ खाएं। 
  • बोन डेंस‍िटी क्‍या होता है?

    बोन डेंसिटी हड्डियों में खनिज पदार्थों की मात्रा को कहते हैं। ज्‍यादा बोन डेंसिटी वाली हड्डियां मजबूत होती हैं जबकि कम डेंसिटी वाली हड्ड‍ियां कमजोर होती हैं और फ्रैक्‍चर का खतरा बढ़ जाता है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Nov 11, 2025 17:09 IST

    Modified By : Yashaswi Mathur
  • Nov 11, 2025 17:09 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

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