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क्‍या है स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर? ज‍िसमें बार-बार दबाव से टूट सकती है हड्डी, डॉक्‍टर से जानें

स्ट्रेस फ्रैक्चर हड्डियों पर बार-बार दबाव के कारण होने वाला फ्रैक्‍चर है। यह खिलाड़ियों या ज्‍यादा चलने-दौड़ने वालों में होने वाली आम समस्‍या है। जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय।
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क्‍या है स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर? ज‍िसमें बार-बार दबाव से टूट सकती है हड्डी, डॉक्‍टर से जानें

हम में से ज्‍यादातर लोगों को यह लगता है क‍ि हड्डी का टूटना क‍िसी बड़े हादसे के कारण होता है, लेक‍िन यह सच नहीं है। कई बार ऐसा भी होता है क‍ि चोट या दुर्घटना के बगैर ही हड्ड‍ियों में बारीक दरार आ जाती है। इसे ही स्ट्रेस फ्रैक्चर (Stress Fracture) कहा जाता है। एक ही जगह पर लगातार प्रेशर पड़ने से हड्ड‍ियों में छोटे-छोटे क्रैक बन जाते हैं। अगर इन्‍हें अनदेखा क‍िया जाए, तो ये गंभीर रूप ले लेते हैं। अगर समय पर इनके लक्षणों की पहचान हो जाए, तो इलाज संभव है। इस लेख में जानेंगे स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर के लक्षण, कारण, इलाज और बचाव के उपाय। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने Dr. Krishna Subramanyam, Lead Surgeon & Senior Consultant, Arthroscopy & Joint Replacement Unit, Department of Orthopedics & Sports Medicine At Yashoda Hospitals, Hyderabad से बात की।

स्ट्रेस फ्रैक्चर क्‍या होता है?- What Is Stress Fracture

  • स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर एक तरह की माइक्रो-इंजरी है।
  • इसमें हड्डी में छोटे-छोटे क्रैक बन जाते हैं।
  • यह चोट धीरे-धीरे बढ़ती है।
  • स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर ज्‍यादातर पैरों, टांगों या पेल्‍व‍िक बोन में नजर आता है।
  • अगर इसे अनदेखा करेंगे, तो बड़ी हड्डी टूटने का खतरा बढ़ जाता है।

इसे भी पढ़ें- हड्डी टूटने पर मेटल इंप्लांट की जरूरत कब पड़ती है? डॉक्‍टर से जानें

स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर का खतरा क‍िसे ज्‍यादा होता है?

  • स्‍पोर्ट्स खेलने वाला व्‍यक्‍त‍ि या एथलीट्स।
  • ज्‍यादा चलने, दौड़ने या भारी एक्‍सरसाइज करने वाले लोग।

स्ट्रेस फ्रैक्चर के लक्षण- Stress Fracture Symptoms

  • ह‍िलने या चलने में परेशानी होना।
  • प्रभाव‍ित ह‍िस्‍से में सूजन या जलन महसूस होना।
  • तेज चलने पर दर्द होना।
  • क‍िसी खास हड्डी में दर्द होना।

स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर के कारण- Stress Fracture Causes

  • Dr. Krishna Subramanyam ने बताया क‍ि जो लोग ओवरट्रेन‍िंग करते हैं उन्‍हें स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर हो सकता है।
  • अचानक एक्‍सरसाइज की तीव्रता बढ़ाने से स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर हो सकता है।
  • कैल्‍श‍ियम और व‍िटाम‍िन-डी की कमी से भी स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर हो सकता है।
  • मह‍िलाओं में हार्मोनल असंतुलन और कमजोर हड्ड‍ियों के कारण स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर होता है।

स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर का इलाज- Stress Fracture Treatment

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  • स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर होने पर कम से कम 6 से 8 हफ्ते हड्डी को र‍िलैक्‍स होने में लग सकता है।
  • Dr. Krishna Subramanyam ने बताया क‍ि स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर में डॉक्‍टर प्‍लास्‍टर या ब्रेस का इस्‍तेमाल करने की सलाह देते हैं।
  • फ‍िजि‍योथेरेपी से मसल्‍स को दोबारा मजबूत बना सकते हैं।
  • स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर में पर्याप्‍त कैल्‍श‍ियम और व‍िटाम‍िन-डी युक्‍त आहार लेने की सलाह दी जाती है।
  • स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर में हड्डी के दर्द और सूजन को कम करने के ल‍िए दवाएं दी जाती हैं।

स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर से कैसे बचें?- Stress Fracture Prevention

  • स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर से बचने के ल‍िए एक्‍सरसाइज के दौरान ब्रेक्‍स लें और हफ्ते में 1-2 द‍िन आराम भी करें।
  • पैरों को सपोर्ट देने वाले जूते पहनें।
  • डाइट में कैल्‍श‍ियम, व‍िटाम‍िन-डी और प्रोटीन को शाम‍िल करें।
  • शरीर में दर्द या सूजन को नजरअंदाज न करें।
  • एक्‍सरसाइज से पहले वार्मअप और एक्‍सरसाइज के बाद कूलडाउन को रूटीन का ह‍िस्‍सा बनाएं।

न‍िष्‍कर्ष:

स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर को हल्‍के में लेने की गलती न करें। इससे सेहत गंभीर रूप से प्रभाव‍ित हो सकती है। अगर समय पर लक्षणों की पहचान करेंगे, तो स्‍ट्रेस फ्रैक्‍चर से बच सकते हैं।

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FAQ

  • फ्रैक्‍चर के लक्षण क्‍या हैं?

    फ्रैक्‍चर में दर्द, सूजन, नीला पड़ना, हड्डी का आकार बदलना या ह‍िलाने पर असहनीय दर्द जैसे लक्षण नजर आते हैं। कभी-कभी चलना भी मुश्‍क‍िल हो जाता है।
  • फ्रैक्‍चर होने के कारण क्‍या हैं?

    फ्रैक्‍चर होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे- ग‍िरना, एक्‍सीडेंट होना, खेल के दौरान चोट लगना, कमजोर हड्ड‍ियां वगैरह।
  • हड्डी जुड़ने में कितना समय लगता है?

    हड्डी जुड़ने में 6 से 8 हफ्ते का समय लग सकता है। हालांक‍ि व्‍यक्‍ति‍ की उम्र, हड्डी के प्रकार, चोट की गंभीरता और शरीर की हील‍िंग क्षमता पर इलाज का समय न‍िर्भर करता है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Nov 07, 2025 15:27 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

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