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क्या स्किन टेक्सचर से हार्मोनल हेल्थ का पता चलता है? एक्सपर्ट से जानें

स्‍क‍िन टेक्‍सचर में बदलाव यानी ज्‍यादा प‍िंपल्‍स होना या स्‍क‍िन ऑयली होना सामान्‍य नहीं है, इसका कारण आपकी ब‍िगड़ती हार्मोनल हेल्‍थ हो सकती है।
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क्या स्किन टेक्सचर से हार्मोनल हेल्थ का पता चलता है? एक्सपर्ट से जानें


ऐसा कहा जाता है जब हमारे शरीर में कोई बदलाव आता है, तो शरीर हमें संकेत देता है। अगर हम उन संकेतों को समझकर समय रहते जांच करवा लें, तो गंभीर बीमार‍ियों से बचा जा सकता है। अपनी ही बात कहूं, तो मेरे एक र‍िश्‍तेदार हैं ज‍िन्‍हें बीते कई मह‍ीनों से बैक एक्‍ने की समस्‍या हो रही थी, उन्‍हें लगा क‍ि बार‍िश में नमी के कारण ऐसा हो रहा है या यह पसीने के कारण होने वाली एक आम स्‍क‍िन समस्‍या है। जब परेशानी बढ़ गई और डॉक्‍टर को द‍िखाया, तो पता चला क‍ि उन्‍हें स्‍क‍िन कैंसर है।
यह उदाहरण इस बात पर रोशनी डालता है क‍ि अगर आपकी स्‍क‍िन में कोई बदलाव आ रहा है, तो उस पर गौर जरूर करें। हमारे हार्मोन्‍स, शरीर की क्र‍ियाओं में अहम भूम‍िका न‍िभाते हैं। हार्मोनल हेल्‍थ में जब भी कोई बदलाव आता है, तो शरीर और त्वचा या बालों पर भी इसका असर देखने को म‍िलता है। एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन और थायरायड जैसे हार्मोन्‍स में जब बदलाव आता है, तो स्‍किन में डलनेस, ब्रेकआउट्स और रफनेस देखने को म‍िलती है। हार्मोनल बदलाव के कारण ही हेयर फॉल की समस्‍या भी होती है। लेक‍िन क्‍या वाकई स्‍क‍िन टेक्‍सचर की मदद से हार्मोनल हेल्‍थ के बारे में पता लगाया जा सकता है? इस सवाल का जवाब हम आगे व‍िस्‍तार से जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने Dr. Atula Gupta, Chief Dermatologist and Medical Director, Skinaid Clinic, Gurgaon से बात की।

क्या स्किन टेक्सचर से हार्मोनल हेल्थ का पता चलता है?- Can Skin Texture Tells About Hormonal Health

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स्‍क‍िन टेक्‍सचर की मदद से हार्मोनल हेल्‍थ का पता चल सकता है। लेक‍िन यह केवल एक अनुमान है, जब तक डॉक्‍टर जांच न करें, तो यह पता लगाना मुश्‍क‍िल है क‍ि स्‍क‍िन से संबंध‍ित समस्‍या है या यह वाकई हार्मोनल हेल्‍थ का संकेत है। लेक‍िन स्‍क‍िन टेक्‍सचर में अगर बदलाव नजर आए, तो इसके पीछे कुछ कारण हो सकते हैं ज‍िनकी पुष्‍ट‍ि जांच से ही लगाई जा सकती है। जैसे-

  • अगर चेहरे के नीचे जैसे च‍िन या जॉ लाइन पर प‍िंपल्‍स हों, तो यह पीसीओडी या पीसीओएस के कारण हो सकता है। हाई एंड्रोजन के कारण ऐसा होता है।
  • वहीं अगर आपकी स्‍क‍िन बहुत रूखी नजर आ रही है, तो यह थायराइड में गड़बड़ी का संकेत भी हो सकता है।
  • अगर आपकी स्‍क‍िन ऑयली है, तो यह हाई ब्‍लड शुगर या इंसुल‍िन रेज‍िस्‍टेंस का संकेत है। वैसे पाठकों, मेरी स्‍क‍िन भी काफी ऑयली है, लगता है मुझे भी अब ब्‍लड शुगर लेवल की जांच करवा ही लेनी चाह‍िए।

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स्‍क‍िन टेक्‍सचर में बदलाव आने पर क्‍या करें?- What to Do if You Notice Change in Skin Texture

अगर आपको यह लग रहा है क‍ि स्‍क‍िन टेक्‍सचर में बदलाव का कारण, शरीर की अंदरूनी समस्‍या है, तो तुरंत ब्‍लड टेस्‍ट करवाएं-

  • आप थायराइड टेस्‍ट यानी टीएसएच, टी3 और टी4 टेस्‍ट करवा सकते हैं।
  • मह‍िलाओं को पीसीओएस के ल‍िए भी जांच करवाना चाह‍िए।
  • पुरुषों को टेस्टोस्टेरोन लेवल की जांच करवाना चाह‍िए।
  • फास्‍ट‍िंग शुगर और एचबीए1सी जैसी जांच भी करवाना चाह‍िए।
  • हालांक‍ि आपको कौन सी जांच करवाना है, यह डॉक्‍टर ही बता सकते हैं इसल‍िए पहले डॉक्‍टर से म‍िलें।

अगर आपकी स्‍क‍िन टेक्‍सचर में बदलाव द‍िखे, तो उसे नजरअंदाज करने की गलती न करें। हो सकता है क‍ि शरीर के अंदर कोई ऐसी समस्‍या हो, ज‍िसका संकेत त्‍वचा कर रही हो। ऐसे में डॉक्‍टर से जांच जरूर करवाएं।

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