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घर पर थायराइड टेस्ट रिपोर्ट कैसे चेक करें? जानें क्या होता है T1, T2, T3, T4 और TSH का मतलब

Thyroid test report check : अगर आप थायराइड के मरीज हैं, तो आपको इससे जुड़े कुछ मेडिकल टर्म के बारे में जरूर पता होना चाहिए। जानें थायराइड की रिपोर्ट को कैसे चेक किया जा सकता है।
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घर पर थायराइड टेस्ट रिपोर्ट कैसे चेक करें? जानें क्या होता है T1, T2, T3, T4 और TSH का मतलब


How to check thyroid test report : थायराइड टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे पढ़ा जाता है? थायराइड आजकल एक बेहद सामान्य समस्या बन गई है। पुरुषों की तुलना में अधिकतर महिलाएं इस समस्या से जूझ रही हैं। थायराइड एक एंडोक्राइन ग्लैंड है, यह गर्दन के अंदर और कोलरबोन के ऊपर स्थिति होती है। यह एक ग्रंथि होती है, जो गले के सामने की तरफ तितली के आकार की होती है। यह ग्रंथि मनुष्य के द्वारा खाए गए भोजन को ऊर्जा में बदलती है। इसी ऊर्जा का इस्तेमाल शरीर काम करने के लिए करता है। यह मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करता है। थायराइड हॉर्मोन का उत्पादन करता है। जब आपका शरीर बहुत अधिक थायराइड हॉर्मोन बनाता है, तो इस स्थिति को हायपरथायरायडिज्म कहा जाता है। इसके विपरीत जब आपका शरीर कम थायराइड हॉर्मोन बनाता है, तो इस स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म कहते हैं। जब थायराइड ग्रंथि सही से कार्य नहीं करती है, तो शरीर में कई समस्याएं पैदा होने लगती हैं। डॉक्टर अल्तमश शेख से जानें क्या होता है टीएसएच टेस्ट?

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वैसे तो थायराइड एक बेहद सामान्य समस्या है, इसके बावजूद लोगों को थायराइड के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। यहा तक कि थायराइड की मरीजों को भी इससे जुड़े मेडिकल टर्म्स के बारे में पता नहीं होता है। यही वजह है कि वे अपनी थायराइड रिपोर्ट को भी चेक नहीं कर सकते हैं। दरअसल, थायराइड की रिपोर्ट में T1, T2, T3, T4 और TSH जैसे टर्म का इस्तेमाल किया होता है। जब तक आपको इन टर्म्स के बारे में पता नहीं होगा, तब तक आप अपने थायराइड रिपोर्ट को नहीं पढ़ सकते हैं। ये सभी थायराइड हॉर्मोन्स तकनीकी के नाम हैं। T1, T2, T3, T4  और TSH  थायराइड लेवल को चेक करने के लिए टर्म यूज किए जाते हैं, इससे थायराइड ग्रंथि की कार्य स्थिति का पता चलता है।

T1 और T2 क्या है? (What is T1 and T2)

थायराइड की रिपोर्ट में इस्तेमाल होने वाले शब्द T1 और T2  के बारे में आप शायद ही जानते होंगे। इस टर्म का इस्तेमाल अधिक नहीं किया जाता है। ये टर्म हॉर्मोन प्रीकर्सर्स और थायराइड हॉर्मोन के उपोत्पाद हैं। 

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T3 क्या है? (What is T3)

T3 ट्राई आयोडोथायरोनिन लेवल की जांच करता है। जब T4  और TSH के बाद हाइपोथायरायडिज्म की आशंका होती है, तो इस टेस्ट को करवाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा अगर ओवर एक्टिव थायराइड यानी हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण दिखते हैं, तो इस स्थिति में इस टेस्ट को करवाया जाता है।

T4 क्या है? (What is T4)

जब किसी व्यक्ति के शरीर में T3 और T4 हॉर्मोंस घटता या बढ़ता है,  तो इसे टीएसएच हॉर्मोन कंट्रोल करता है। इस स्थिति को थायराइड स्टिमुलेटिंग कहा जाता है। डॉक्टर अल्तमश शेख बताते हैं कि  आमतौर पर T4 और TSH को साथ में कराने की सलाह दी जाती है। T4 टेस्ट को थायरॉक्सिन कहा जाता है। जब T4 का लेवल हाई होता है, तो यह ओवरएक्टिव थायराइड ग्लैंड यानी हाइपरथायरायडिज्म की तरफ इशारा करता है।

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TSH  क्या है? (What is TSH)

इस टेस्ट में पता लगाया जाता है कि आपकी थायराइड ग्रंथि ठीक से काम कर रही है या नहीं। थायराइड ग्रंथि ओवरएक्टिव है या अंडरएक्टिव है। अगर आपका TSH लेवल 2.0 से अधिक होता है, तो इसमें ओवरएक्टिव थायराइड यानी हाइपरथायरायडिज्म का खतरा रहता है। इस स्थिति में व्यक्ति को वजन बढ़ने, थकान और डिप्रेशन जैसे लक्षण  महसूस हो सकते हैं। इसके विपरीत TSH का कम लेवल अंडरएक्टिव थायराइड यानी हाइपोथायरायडिज्म की तरफ संकेत करता है। 

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अगर आप घर पर अपनी थायराइड टेस्ट की रिपोर्ट पढ़ना चाहते हैं, तो इसमें आपको टीएसएच लेवल को पढ़ना चाहिए। इससे आपको पता चलेगा कि आपका थायराइड अंडरएक्टिव है या ओवरएक्टिव है। थायराइड के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से कंसल्ट करवाएं और अपने सभी जरूरी टेस्ट करवाएं। थायराइड भले ही एक सामान्य समस्या है, लेकिन यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है इसलिए समय पर जांच और इलाज जरूरी है।

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