World Thyroid Day 2025 Theme importance and history : इन दिनों जीवनशैली, खानपान और प्रदूषण जैसे कई कारकों की वजह से लोगों में थायराइड की समस्या बढ़ रही है। थायराइड जैसी सुनने में आम लेकिन गंभीर बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए, हर साल 25 मई को वर्ल्ड थायराइड डे यानी विश्व थायराइड दिवस (World Thyroid Day 2025) मनाया जाता है। वर्ल्ड थायराइड डे (World Thyroid Day 2025) थायराइड से संबंधित रोगों के प्रति जागरूकता फैलाने, समय पर इस बीमारी की जांच और इलाज की महत्ता को समझाने और इस ग्रंथि से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने का दिन है।
वर्ल्ड थायराइड डे क्यों मनाया जाता है- Why is World Thyroid Day celebrated
वर्ल्ड थायराइडडे को मनाने का मुख्य उद्देश्य थायराइड से संबंधित बीमारियों के बारे में आम लोगों में जागरूकता लाना है। दरअसल, भारत जैसे देशों में आज भी थायराइड जैसी बीमारी को अक्सर गंभीरता से नहीं लिया जाता, जबकि ये बीमारी धीरे-धीरे शरीर को अंदर से कमजोर कर देती है। सही समय पर अगर थायराइड को पहचान लिया जाए, तो इसे नियंत्रित करना आसान हो जाता है।
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वर्ल्ड थायराइड डे का इतिहास- History of World Thyroid Day
वर्ल्ड थायराइड डे के इतिहास की बात की जाए, तो इसे मनाने की शुरुआत 2008 में की गई थी। यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन (ETA) और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन (ATA) सहित अन्य वैश्विक संस्थानों ने मिलकर 25 मई को थायराइड के प्रति वैश्विक जागरूकता फैलाने का फैलला लिया था। इस तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि 1965 में इसी दिन यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन की स्थापना हुई थी। इस पहल को बाद में एशियन थायराइड एसोसिएशन, लैटिन-अमेरिकन थायराइड सोसाइटी, और इंटरनेशनल थायराइड फेडरेशन ने भी समर्थन दिया, जिससे यह दिन वैश्विक रूप से मनाया जाने लगा। हर साल एक खास थीम के साथ वर्ल्ड थायराइड डे मनाया जाता है।
वर्ल्ड थायराइड डे की थीम - Theme of World Thyroid Day
इस साल वर्ल्ड थायराइड डे की थीम "अपने थायराइड को जानिए- अपने स्वास्थ्य को सशक्त बनाइए (Know Your Thyroid – Empower Your Health)" रखी गई है। इस थीम को रखने का मुख्य उद्देश्य मरीज की खुद की स्वास्थ्य स्थिति को जानना, समझना और जागरूक होना है।
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वर्ल्ड थायराइड डे का महत्व- Importance of World Thyroid Day
वर्ल्ड थायराइड डे केवल एक चिकित्सा जागरूकता दिवस नहीं है, यह वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली की जिम्मेदारी को दर्शाता है। थायराइड बीमारी दुनिया भर में करोड़ों लोगों को प्रभावित करते हैं, विशेषकर महिलाएं इससे अधिक प्रभावित होती हैं। आंकड़ों के अनुसार, भारत में ही करीब 4.2 करोड़ लोग थायराइड से ग्रसित हैं। आने वाले समय में थायराइड से ग्रस्त मरीजों की संख्या 10 करोड़ के पार है।
थायराइड ग्रंथि क्या है- What is the thyroid gland
मायो क्लीनिक की रिपोर्ट के अनुसार, थायराइड एक छोटी सी तितली के आकार की ग्रंथि होती है, जो गले के अगले हिस्से में स्थित होती है। यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज़्म (उपापचय) को नियंत्रित करने वाले हार्मोन टी3 (Triiodothyronine) और टी4 (Thyroxine)—का निर्माण करती है। इन हार्मोनों की सहायता से शरीर की ऊर्जा, तापमान, वजन, दिल की धड़कन, पाचन प्रक्रिया, मांसपेशियों की ताकत और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
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थायराइड के लक्षण - Symptoms of Thyroid
थायराइड कई प्रकार होता है। इनमें से प्रमुख है हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)। यह स्थिति तब होती है जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन का निर्माण नहीं कर पाती। हाइपोथायरायडिज्म के प्रमुख लक्षणों में शामिल
- थकान
- वजन बढ़ना
- कब्ज
- ठंड लगना
- अवसाद
हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism): इसमें थायराइड हार्मोन का अत्यधिक निर्माण होता है। इसके लक्षण हैं:
- तेजी से धड़कता दिल
- वजन घटना
- चिंता
- थायराइड और मेंटल हेल्थ
कई बार लोग सोचते हैं कि थायराइड सिर्फ एक शारीरिक बीमारी है, लेकिन ये मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। अब तक हुई विभिन्न प्रकार की रिसर्च में ये बात सामने आई है कि हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों में डिप्रेशन और चिंता अधिक पाई जाती है, वहीं हाइपरथायरायडिज्म से पीड़ित व्यक्तियों में अत्यधिक चिड़चिड़ापन और अनिद्रा की परेशानी होती है।
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थायराइड की जांच के लिए कौन-कौन से टेस्ट होते हैं?- What are the tests to check thyroid?
थायराइड की पुष्टि के लिए टीएसएच (TSH), टी3 और टी4 की खून की जांच की जाती है। इसके अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड, थायराइड स्कैन, और बायोप्सी की जरूरत भी पड़ सकती है।
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निष्कर्ष
वर्ल्ड थायराइड डे केवल एक दिन नहीं, बल्कि एक अवसर है जब हम अपने और अपने आसपास के लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का मौका देता है।