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टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स के पीछे हो सकते हैं ये 5 कारण, डॉक्‍टर से जानें लक्षण और इलाज

टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स हार्मोनल असंतुलन, स्‍ट्रेस, पोषण की कमी या ज्‍यादा एक्सरसाइज के कारण हो सकते हैं।
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टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स के पीछे हो सकते हैं ये 5 कारण, डॉक्‍टर से जानें लक्षण और इलाज

टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods) एक आम समस्या है, लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह समस्या कई बार हार्मोनल असंतुलन, खान-पान में गड़बड़ी, स्‍ट्रेस, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज या फिर किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण हो सकती है। पीरियड्स का समय आमतौर पर 21 से 35 दिनों के बीच होता है, लेकिन जब यह समय हर महीने बदलने लगे या पीरियड्स कई महीनों तक न आएं, तो यह चिंता का विषय बन सकता है। कई बार टीनएज लड़कियां इस बारे में खुलकर बात नहीं कर पातीं, जिससे समस्या और गंभीर हो जाती है। अनियमित पीरियड्स का सबसे बड़ा असर शरीर के हार्मोनल सिस्टम पर पड़ता है, जिससे वजन बढ़ने, मुंहासे होने, बाल झड़ने और मूड स्विंग्स जैसी दिक्कतें आ सकती हैं। इसके अलावा, यह भविष्य में फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। इस लेख में हम अनियमित पीरियड्स के 5 मुख्य कारणों, उनके लक्षणों और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई हॉस्‍प‍िटल की वर‍िष्‍ठ गाइकोलॉज‍िस्‍ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।

अनियमित पीरियड्स के लक्षण- Symptoms of Irregular Periods

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टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स के कारण- Causes of Irregular Periods in Teens

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1. हार्मोनल असंतुलन- Hormonal Imbalance

हार्मोनल बदलाव टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स का सबसे प्रमुख कारण होता है। शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का संतुलन बिगड़ने पर मासिक धर्म प्रभावित हो सकता है।

2. ज्‍यादा स्‍ट्रेस और मानसिक दबाव- Excessive Stress and Anxiety

स्कूल, पढ़ाई, पारिवारिक समस्याओं या अन्य वजहों से बढ़ता स्‍ट्रेस शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन को बढ़ा सकता है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। स्‍ट्रेस को कम करने के लिए योग, ध्यान (मेडिटेशन) और पर्याप्त नींद जरूरी है।

3. अनुचित आहार और पोषण की कमी- Poor Diet and Malnutrition

जरूरत से ज्यादा जंक फूड खाने, पोषक तत्वों की कमी या फिर वजन में अचानक गिरावट आने से पीरियड्स प्रभावित हो सकते हैं। शरीर को संतुलित आहार, आयरन, विटामिन-बी12 और प्रोटीन की जरूरत होती है, जो हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।

4. जरूरत से ज्‍यादा एक्सरसाइज- Excessive Exercise

ज्‍यादा वर्कआउट, डांसिंग या खेल-कूद में ज्यादा एक्टिव रहने से शरीर की एनर्जी खपत बढ़ जाती है, जिससे पीरियड्स देरी से आ सकते हैं या रुक सकते हैं। संतुलित दिनचर्या अपनाकर और सही आहार लेकर इस समस्या से बचा जा सकता है।

5. गर्भनिरोधक गोलियों का असर- Effect of Birth Control Pills

कुछ टीनएज लड़कियां स्किन प्रॉब्लम्स या किसी अन्य कारण से डॉक्टर की सलाह के बिना गर्भनिरोधक गोलियां लेना शुरू कर देती हैं, जिससे पीरियड्स का पैटर्न बिगड़ सकता है।

टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स का इलाज- Treatment of Irregular Periods in Teens

  • आयरन, कैल्शियम और विटामिन से भरपूर भोजन करें।
  • योग और मेड‍िटेशन की तकनीक अपनाएं।
  • शारीरिक गतिविधि संतुलित करें। जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज न करें।
  • अगर समस्या बार-बार हो रही है, तो सही जांच करवाएं।
  • हार्मोनल बैलेंस बनाए रखें। प्राकृतिक तरीकों से हार्मोन संतुलन के उपाय अपनाएं।

अगर टीनएज लड़कियों में अनियमित पीरियड्स की समस्या लगातार बनी रहती है, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से उचित सलाह लें। सही समय पर इलाज से यह समस्या आसानी से ठीक हो सकती है।

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