
हम यह तो जानते हैं कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, लेकिन कभी यह नहीं सोचते कि कैसे बैठना चाहिए। आज के डिजिटल युग में जहां ज्यादातर लोग घंटों लैपटॉप या मोबाइल स्क्रीन के सामने झुके रहते हैं, वहीं एक अनदेखी आदत धीरे-धीरे हमारे स्वास्थ्य को भीतर से नुकसान पहुंचा रही है वह है गलत बैठने का पोश्चर (Poor Sitting Posture)। सोचिए, अगर केवल आपकी बैठने की पोजीशन यह तय करे कि आपका खाना कितनी अच्छी तरह पचेगा, तो क्या आप अब भी उसी तरह झुककर बैठेंगे? मॉडर्न लाइफस्टाइल में लंबे समय तक ऑफिस चेयर पर बैठना, टीवी देखते हुए लेटकर खाना या खाने के तुरंत बाद झुककर काम करना, ये सब आदतें पाचन की गति को धीमा कर देती हैं। यह न सिर्फ डाइजेशन सिस्टम को प्रभावित करती हैं, बल्कि धीरे-धीरे एनर्जी लेवल और इम्यूनिटी पर भी असर डालती हैं। इस लेख में सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, क्या गलत बैठने की पोजीशन से डाइजेशन पर असर पड़ता है?
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क्या गलत बैठने की पोजीशन से डाइजेशन पर असर पड़ता है? - Can Sitting Position Affect Digestion
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि जब हम झुककर या मुड़कर बैठते हैं, तो पेट की जगह कम हो जाती है और आंतों में फूड मूवमेंट की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। इसका नतीजा होता है, गैस, अपच, ब्लोटिंग और कभी-कभी कब्ज। लंबे समय तक झुककर बैठना डायाफ्राम (Diaphragm) की मूवमेंट को भी रोक देता है, जिससे पेट में मौजूद हवा और गैस का सही निकास नहीं हो पाता। इससे एसिडिटी और हार्टबर्न जैसी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, बैठने के दौरान कमर झुकी हो या पेट पर बेल्ट या तंग कपड़ों का दबाव हो, तो यह पेट के अंगों पर तनाव डालता है, जिससे पाचन तंत्र का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ता है।
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भोजन के बाद बैठने का सही तरीका - What is the best position to sit after eating
- भोजन के बाद लगभग 10-15 मिनट तक रीढ़ को सीधा रखकर बैठने से पेट में पाचक रसों का संचार ठीक रहता है।
- वज्रासन योगासन भोजन के बाद बैठने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इससे न केवल पाचन सुधरता है, बल्कि गैस और एसिडिटी भी कम होती है।
- खाना खाने के तुरंत बाद लेटने से एसिड ऊपर की ओर बढ़ता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स या हार्टबर्न की संभावना बढ़ जाती है।
- जो लोग रोजाना 8-10 घंटे ऑफिस में बैठकर काम करते हैं, उन्हें यह समझना जरूरी है कि लंबे समय तक झुकी हुई मुद्रा पाचन के साथ-साथ रीढ़, गर्दन और फेफड़ों को भी प्रभावित करती है।
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आयुर्वेद के अनुसार, अन्न का पाचन तभी सही होता है जब अग्नि (Digestive Fire) संतुलित हो। गलत मुद्रा या झुककर बैठना अग्नि को कमजोर करता है और आम (Toxins) के निर्माण का कारण बनता है। खाने के समय और बाद में शांत मन और सीधी रीढ़ जरूरी है ताकि प्राण ऊर्जा का प्रवाह बाधित न हो।
निष्कर्ष
गलत बैठने की आदतें धीरे-धीरे आपकी डाइजेस्टिव हेल्थ, मेटाबॉलिज्म और एनर्जी लेवल को प्रभावित करती हैं। सीधी रीढ़ और आरामदायक मुद्रा केवल योग या फिटनेस के लिए नहीं, बल्कि हर भोजन के बाद अच्छे पाचन के लिए भी जरूरी है। इसलिए अगली बार जब आप ऑफिस में या घर पर बैठें, तो अपनी मुद्रा यानी पॉश्चर पर ध्यान दें, क्योंकि आपका पाचन तंत्र भी आपकी बैठने की आदतों से जुड़ा हुआ है।
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FAQ
खाना खाने के बाद सबसे अच्छा बैठने का तरीका कौन सा है?
आयुर्वेद के अनुसार, वज्रासन भोजन के बाद बैठने के लिए सबसे अच्छा आसन है। इससे गैस, एसिडिटी और अपच जैसी दिक्कतें नहीं होतीं और पाचन प्रक्रिया सुधरती है।क्या खाना खाने के तुरंत बाद लेटना नुकसानदायक है?
खाना खाने के तुरंत बाद लेटने से एसिड रिफ्लक्स और हार्टबर्न की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि पेट का एसिड ऊपर की ओर जा सकता है।क्या बैठने की गलत आदत से वजन बढ़ सकता है?
लगातार झुककर बैठे रहने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। शरीर में कैलोरी बर्न कम होती है, जिससे धीरे-धीरे पेट के आसपास चर्बी जमा होने लगती है।
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Oct 16, 2025 08:07 IST
Published By : Akanksha Tiwari