
आज की तेज तर्रार जिंदगी में नींद अक्सर हमारी प्राथमिकता में पीछे रह जाती है, देर रात तक काम, मोबाइल या टीवी में व्यस्त रहना और सुबह जल्दी उठना हमारी रोजमर्रा की आदत बन गई है। हमारी नींद केवल आराम करने के लिए नहीं होती, बल्कि यह शरीर के हार्मोनल बैलेंस और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाती है। नींद की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, थकान बढ़ती है और एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी के लिए एनर्जी कम मिलती है। लंबे समय तक यह आदत बनी रहे, तो शरीर में फैट जमना शुरू हो जाता है और मोटापा बढ़ सकता है। तनाव और मूड स्विंग्स भी नींद की कमी के साथ जुड़ जाते हैं, जिससे खाने की आदतों पर और असर पड़ता है।
अगर आप भी लगातार नींद की कमी महसूस कर रहे हैं और वजन बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। आगे हम पारस हेल्थ, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन विभाग के एचओडी, डॉ आरआर दत्ता (Dr. RR Dutta, HOD, Internal Medicine, Paras Health, Gurugram) से जानेंगे कि नींद की कमी कैसे मोटापे का कारण बनती है, इसका शरीर पर क्या-क्या असर पड़ सकता है और इसे सुधारने के लिए कौन-कौन से आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं।
क्या नींद की कमी से मोटापा बढ़ता है? - Can Poor Sleep Increase Risk Of Obesity
डॉ आरआर दत्ता बताते हैं कि नींद हमारे शरीर की कई प्रक्रियाओं को कंट्रोल करती है। जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। खासकर दो जरूरी हार्मोन घ्रेलिन (Ghrelin) और लेप्टिन (Leptin) जिनका संबंध भूख और सैचुरेशन से है। नींद कम होने पर घ्रेलिन बढ़ता है और लेप्टिन घटता है। परिणामस्वरूप व्यक्ति ज्यादा खाता है और कैलोरी का सेवन बढ़ जाता है।
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रिसर्च क्या कहती है?
स्टडीज में पाया गया है कि जिन लोगों को नियमित रूप से 6 घंटे से कम नींद मिलती है, उनमें मोटापे का खतरा 30-40% तक बढ़ जाता है। एक रिसर्च में यह भी देखा गया कि नींद की कमी इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ा सकती है, जिससे शरीर में फैट जमने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।
नींद की कमी के अन्य असर - Other effects of sleep deprivation
- कम नींद से कैलोरी बर्न करने की क्षमता घटती है।
- एक्ससाइज और फिजिकल एक्टिविटी की कमी होती है।
- मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, जिससे तनाव और मूड स्विंग्स बढ़ जाते हैं।
- नींद की कमी के कारण रात में जल्दी भूख लगती है या लोग देर रात तक जगते हुए अनहेल्दी स्नैक्स खाना शुरू कर देते हैं।
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नींद सुधारने के आसान उपाय - Easy tips to improve sleep
- रोजाना एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें।
- सोने से कम से कम 1 घंटे पहले मोबाइल और टीवी बंद कर दें।
- कैफीन और अल्कोहल से बचें, नींद प्रभावित करने वाली ड्रिंक सोने से पहले न लें।
- आरामदायक नींद का माहौल बनाएं और इसके लिए कमरा शांत, अंधेरा और ठंडा रखें।
- रिलैक्सेशन तकनीक अपनाएं और इसके लिए, ध्यान, योग या हल्का स्ट्रेचिंग करें। ये सभी नींद सुधारने में मदद कर सकते हैं।
निष्कर्ष
नींद सिर्फ आराम नहीं बल्कि स्वास्थ्य और वजन कंट्रोल का जरूरी हिस्सा है। अगर आप लगातार 6-7 घंटे से कम सोते हैं, तो यह आपके मोटापे के जोखिम को बढ़ा सकता है। सही समय पर सोना, संतुलित डाइट और नियमित एक्सरसाइज से वजन कंट्रोल में मदद मिलती है और लंबी उम्र तक सेहतमंद रहना आसान होता है।
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FAQ
क्या कम नींद का असर सिर्फ वजन पर ही होता है?
नहीं, यह मेटाबॉलिज्म धीमा कर देता है, थकान बढ़ाता है, मूड और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, और डायबिटीज व हार्ट डिजीज का जोखिम भी बढ़ा सकता है।कितनी नींद पर्याप्त मानी जाती है?
वयस्कों के लिए रोजाना 7-8 घंटे की नींद पर्याप्त मानी जाती है। इससे शरीर और मस्तिष्क दोनों सही तरीके से काम करते हैं।नींद सुधारने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
सही डेली रूटीन बनाएं, सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें, कैफीन और अल्कोहल से बचें, कमरे को ठंडा और अंधेरा रखें और ध्यान या हल्की स्ट्रेचिंग करें।
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Sep 23, 2025 14:39 IST
Modified By : Akanksha TiwariSep 23, 2025 12:10 IST
Modified By : Akanksha TiwariSep 23, 2025 12:10 IST
Published By : Akanksha Tiwari