Brain Fog During Menopause: जब महिलाएं 40 के पार जाती हैं, तो उन्हें कई तरह की समस्याएं होने लगती है। इसकी वजह हार्मोनल बदलाव है, जो आगे चलकर मेनोपॉज होने की वजह भी बनता है। मेनोपॉज एक नेचुरल प्रक्रिया है, जिसमें महिलाओं के पीरियड्स हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं। वैसे तो इसकी उम्र 45 से 55 साल के बीच होती है। इस दौरान महिलाओं को फोकस करने में भी दिक्कत होने लगती है। हालांकि वे इस परेशानी को उम्र से जोड़कर देखती हैं, लेकिन दिनभर छोटी-छोटी चीजों को भूलने की यह दिक्कत मेनोपॉज का एक लक्षण है। महिलाओं को फोकस करने में क्यों दिक्कत आती हैं, इसकी वजह जानने के लिए हमने नई दिल्ली के क्लाउडनाइन हॉस्पिटल्स के स्त्रीरोग विशेषज्ञ विभाग की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. साधना सिंघल विश्नोई (Dr. Sadhna Singhal Vishnoi, Senior Consultant – Obstetrics and Gynecology, Cloudnine Group of Hospitals, New Delhi, Punjabi Bagh) से बात की। इसके साथ ही उन्होंने इसके इलाज की भी जानकारी दी। सबसे पहले जानते हैं कि फोक्स करने में दिक्कत की वजह क्या है?
मेनोपॉज के दौरान फोकस करने में दिक्कत की वजह - Reasons of Brain Fog During Menopause in Hindi
1. हार्मोनल उतार-चढ़ाव
डॉ. साधना कहती हैं, “मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन में बहुत तेजी से गिरावट होती है और यही हार्मोन दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर पर असर डालता है। न्यूरोट्रांसमीटर जैसेकि डोपामिन और सेरोटोनिन मूड के साथ याददाश्त और फोकस को कंट्रोल करता है। अगर एस्ट्रोजन बैलेंस नहीं रहता, तो दिमाग भी उतनी तेजी से काम नहीं कर पाता। इसलिए मेनोपॉज के समय महिलाओं को किसी भी चीज में फोकस करने में दिक्कत होने लगती है।”
2. नींद की कमी
डॉ. साधना के अनुसार, इस दौरान महिलाओं को हॉट फ्लैशेज और नाइट स्वेट्स की भी बहुत ज्यादा परेशानी रहती है। इस वजह से रात में ठीक से सो नहीं पाती और इससे दिमाग को काम करने में दिक्कत होने लगती है। जब दिमाग सही तरीके से फंक्शन नहीं करता तो ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है।
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3. स्ट्रेस और मूड स्विंग्स
डॉ. साधना बताती हैं, “जब एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने लगता है, तो महिलाओं को स्ट्रेस, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स होने लगते हैं। ये लक्षण मेनोपॉज में आम हैं। ये सोचने और समझने की क्षमता पर सीधा असर डालता है। इसलिए मैं महिलाओं को संतुलित आहार और हाइड्रेशन की सलाह देती हूं।”
4. थकान और एनर्जी की कमी
डॉ. साधना के अनुसार, मेनोपॉज के दौरान शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा होने लगता है। इस वजह से महिलाओं को थकान महसूस होने लगती है और दिमाग लंबे समय तक फोकस नहीं बना पाता।
5. उम्र बढ़ना
डॉ. साधना कहती हैं, “मेनोपॉज 45 की उम्र के बाद आता है और इस उम्र में याददाश्त और फोकस जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसके साथ हार्मोनल बदलाव भी इस समस्या को बढ़ा देते हैं। इसलिए खानपान पर ध्यान देना जरूरी है।”
मेनोपॉज में फोकस बढ़ाने के उपचार - Treatment During Menopause in Hindi
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) - HRT थेरेपी में एस्ट्रोजन या प्रोजेस्टेरोन बढ़ाए जाते हैं। इससे हार्मोन में जो असंतुलन हुआ है, उसे बैलेंस करने में मदद मिलती है। इससे महिलाओं का फोकस और मूड बेहतर होता है, लेकिन याद रखें कि यह थेरेपी सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही लें।
दवाइयांं - अगर डिप्रेशन या मूड डिसऑर्डर ज्यादा हो, तो एंटीडिप्रेसेंट्स दवाइयां ली जा सकती हैं या फिर दिमाग को सेहतमंद रखने के लिए सप्लीमेंट्स जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन B12, विटामिन D और कैल्शियम आदि लिए जा सकते हैं। ये सब आप डॉक्टर से मिलकर ही लें।
कॉग्निटिव-बिहेवियरल थेरेपी (CBT) - डॉ. साधना कहती हैं, “CBT की मदद से सोचने और बिहेवियर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इससे स्ट्रेस कम होता है और ध्यान केंद्रित होता है। इसे महिला की स्थिति देखकर ही डॉक्टर परामर्श देती हैं। इसलिए किसी भी तरह की थेरेपी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।”
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मेनोपॉज में फोकस मैनेज करने के तरीके - How to Manage Focus During Menopause in Hindi
डॉ. साधना के अनुसार, अगर महिलाएं नीचे दी आदतों को अपनी रोजमर्रा की ज्ंदगी में अपनाएं, तो काफी हद तक मेनोपॉज में फोकस मैनेज कर सकती है।
- संतुलित आहार लें - इस दौरान अलसी, अखरोट, चिया सीड्स लें और अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं, तो मछली भी ले सकती है। ओमेगा-3 से भरपूर फूड दिमाग को फोकस करने में मदद करता है। इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजे मौसमी फल और प्रोटीन युक्त आहार भी महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद है।
- कसरत करें - मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को रोजाना कम से कम 30 मिनट तक वॉक करनी चाहिए। अगर हो सके तो साथ में योग या हल्की कसरत जरूर करें। इससे ब्लड का फ्लो बेहतर होता है और ये दिमाग को एक्टिव रखता है।
- अच्छी नींद लें - लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं और इसके लिए सोने और उठने का समय निश्चित करें। सोने से पहले चाय, कॉफी या सोडा न लें। सभी को बिस्तर पर लेटकर मोबाइल देखने की आदत होती है। इससे बचने की कोशिश करें। सोने के कमरे में फोन न लेकर जाएं। नींद पूरी करने से फोकस बेहतर होता है।
- स्ट्रेस मैनेज करें - योग, मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग जैसी टेक्नीक से दिमाग को शांत रखने की कोशिश करें। इससे फोकस बढ़ता है और खुद को तरोताजा महसूस होता है।
- ब्रेन की कसरत करें - महिलाओं को इस दौर में ब्रेन को एक्टिवेट रखने के लिए किताबें पढ़ने, नई भाषा सीखने या पहेलिया सुलझानी चाहिए। इससे दिमागी की क्षमता बढ़ती है।
- मल्टीटास्किंग से बचें - महिलाओं को एक ही समय में कई तरह के काम करने से बचना चाहिए। लगातार कई काम एक साथ करने से दिमाग थक जाता है और इससे फोकस करने में दिक्कत होती है। इसलिए एक समय में एक ही काम करें। इससे फोकस बढ़ता है।
डॉ. साधना कहती हैं कि अगर महिलाएं इस दौरान जीवनशैली में बदलाव कर लें और अपनी डाइट व कसरत पर ध्यान दें तो मेनोपॉज का दौर आसानी से गुजर जाता है।