Doctor Verified

मेनोपॉज में प्रोजेस्टेरोन थेरेपी के क्या फायदे होते हैं? डॉक्टर से जानें

अधिक उम्र की महिलाओं में मेनोपॉज एक आम स्थिति मानी जाती है। लेकिन, इस दौरान कई महिलाओं को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस लेख में जानते हैं कि प्रोजेस्टेरोन थेरेपी मेनोपॉज में किस तरह से फायदेमंद होती है?
  • SHARE
  • FOLLOW
मेनोपॉज में प्रोजेस्टेरोन थेरेपी के क्या फायदे होते हैं? डॉक्टर से जानें


Benefits Of Progesterone Therapy For Menopause: हर महिला को उम्र के एक पड़ाव के बाद मेनोपॉज की स्थिति से गुजरना पड़ता है। यह आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की उम्र के बीच होता है। इस स्थिति में महिलाओं के मासिक धर्म चक्र बंद हो जाते हैं और शरीर में हार्मोनल बदलाव शुरू हो जाते हैं। इस समय एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे प्रमुख हार्मोन में गिरावट आती है, जिससे कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में कुछ महिलाओं को राहत देने के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) दी जाती है, जिसमें प्रोजेस्टेरोन थेरेपी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस लेख में नवी मुंबई के अपोलो अस्पताल की गाइनाक्लॉजी और रोबोटिक सर्जरी, सीनियर कंसल्टेंट ऑब्सटेट्रिक्स डॉ. बिंदू केएस (Dr Bindhu KS - Sr. Consultant Obstetrics, Gynaecology & Robotic Surgery, Apollo Hospitals Navi Mumbai) से जानते हैं कि मेनोपॉज के दौरान प्रोजेस्टेरोन थेरेपी क्या होती है, इसके फायदे क्या हैं और इसके संभावित साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं।

प्रोजेस्टेरोन थेरेपी क्या है? - What is Progesterone Therapy In Hindi

प्रोजेस्टेरोन एक प्रमुख महिला हार्मोन है जो गर्भाशय की परत को बनाए रखने, प्रजनन को सपोर्ट करने और मासिक धर्म को नियंत्रित करने में मदद करता है। मेनोपॉज के दौरान जब शरीर में प्रोजेस्टेरोन का स्तर गिरता है, तब यह कई असुविधाएं पैदा कर सकता है जैसे अनियमित पीरियड्स, मूड स्विंग्स, अनिद्रा, गर्मी लगना (हॉट फ्लैशेस), और हड्डियों की कमजोरी।

प्रोजेस्टेरोन थेरेपी हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) का ही एक हिस्सा है जिसमें शरीर में कम हो चुके प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को बाहरी रूप से दिया जाता है। यह थेरेपी मुख्य रूप से उन महिलाओं को दी जाती है जो एस्ट्रोजन थेरेपी ले रही होती हैं, क्योंकि अकेले एस्ट्रोजन लेने से एंडोमेट्रियल कैंसर (गर्भाशय की परत का कैंसर) का खतरा बढ़ सकता है। प्रोजेस्टेरोन इस खतरे को कम करता है। प्रोजेस्टेरोन थेरेपी टैबलेट, क्रीम, जेल, इंजेक्शन या इन्ट्रा-यूटेराइन डिवाइस (IUD) के रूप में दी जा सकती है।

Benefits of progesterone therapy for menopause in

प्रोजेस्टेरोन थेरेपी के फायदे - Benefits Of Progesterone Therapy In Hindi

एंडोमेट्रियल कैंसर का जोखिम बढ़ाएं

एस्ट्रोजन थेरेपी से गर्भाशय की परत मोटी हो सकती है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ता है। प्रोजेस्टेरोन थेरेपी इसे रोकती है और एंडोमेट्रियल सेल्स की वृद्धि को नियंत्रित करती है।

अनियमित पीरियड्स को रेगुलेट करे

मेनोपॉज की ओर बढ़ते समय कई महिलाओं को अनियमित या भारी पीरियड्स होते हैं। प्रोजेस्टेरोन इन चक्रों को संतुलित करने में मदद करता है।

नींद में सुधार

प्रोजेस्टेरोन का शरीर पर सिडेटिव (नींद लाने वाला) प्रभाव होता है, जिससे अनिद्रा की समस्या में राहत मिल सकती है।

हॉट फ्लैशेस और नाइट स्वेट्स में राहत

कुछ स्टडीज बताती हैं कि प्रोजेस्टेरोन थेरेपी से महिलाओं को हॉट फ्लैशेस और रात को पसीने से होने वाली बेचैनी में राहत मिलती है।

मूड और मानसिक स्थिति में सुधार

यह हार्मोन मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर को प्रभावित करता है, जिससे चिंता, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स जैसी मानसिक समस्याओं में राहत मिलती है।

हड्डियों को मजबूत बनाए

प्रोजेस्टेरोन थेरेपी हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में मदद करती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का पतला होना) का खतरा कम होता है।

प्रोजेस्टेरोन थेरेपी के संभावित साइड इफेक्ट्स - Possible Side Effects Of Progesterone Therapy in Hindi

  • हर थेरेपी के अपने लाभ होते हैं लेकिन साथ ही कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जो हर महिला में अलग-अलग हो सकते हैं।
  • कुछ महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन लेने से वजन बढ़ने की शिकायत होती है, विशेष रूप से पानी के रिटेंशन के कारण।
  • हार्मोनल बदलावों की वजह से स्तनों में कोमलता और सूजन हो सकती है।
  • हालांकि यह थेरेपी मूड सुधारने में मदद करती है, पर कभी-कभी यह उल्टा प्रभाव भी डाल सकती है, खासकर जिन महिलाओं को पहले से मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हैं।
  • शुरुआत में कभी-कभी ब्लीडिंग या स्पॉटिंग हो सकती है, जो कुछ समय बाद सामान्य हो जाती है।
  • कुछ महिलाएं थेरेपी के दौरान थकान, चक्कर या सिरदर्द महसूस कर सकती हैं।

इसे भी पढ़ें: मेनोपॉज के लक्षण अचानक शुरू होते हैं या धीरे-धीरे आते हैं? डॉक्टर से जानें

प्रोजेस्टेरोन थेरेपी मेनोपॉज़ की जटिलताओं से राहत देने में एक प्रभावशाली विकल्प हो सकती है, लेकिन इसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है। हर महिला की शारीरिक संरचना और स्वास्थ्य जरूरतें अलग होती हैं, इसलिए थेरेपी का चुनाव सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए।

FAQ

  • मेनोपॉज के दौरान क्या समस्याएं हो सकती हैं?

    रात में होने वाला हॉट फ्लेश है। अवसाद, चिड़चिड़ापन, चिंता, घबराहट, नींद की गड़बड़ी (अनिद्रा सहित), एकाग्रता की कमी, सिरदर्द और थकान आदि मेनोपॉज के लक्षणों में शामिल हो सकती है।
  • क्या मेनोपॉज से सिरदर्द होता है?

    मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को चिड़चिड़ापन महसूस होता है, जो कुछ मालमें में सिरदर्द की वजह बन सकता है।
  • पेरिमेनोपॉज के दौरान मूड कैसे सुधारें?

    मेनोपॉज के दौरान मूड में सुधार के लिए महिलाओं को नियमित रूप से एक्सरसाइज करना, कैफीन या चीनी को सीमित करना और धूम्रपान छोड़ना आदि को लाइफस्टाइल में शामिल करना चाहिए।

 

 

 

Read Next

क्या मेनोपॉज होने के बाद भी होता है व्हाइट डिस्चार्ज? जानें ऐसा होना नॉर्मल है या नहीं

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version


TAGS